7 मार्च 2017 (Updated: 7 मार्च 2017, 10:29 AM IST) कॉमेंट्स
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तो भइय्या वही हुआ जिसका अंदेशा था. ऑस्ट्रेलिया हमेशा से भसड़ समेटे घूमती है. हरकतों से बाज कभी ही कभी आती है. बैंगलोर टेस्ट. चौथा दिन. दूसरा सेशन. इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 188 रन का टार्गेट दिया. जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने स्ट्रांग खेल खेलना शुरू किया. शुरू से ही डॉमिनेट करने की कोशिश की. मगर हुआ ये कि पहला विकेट 22 पर और दूसरा 42 पर गिरा. हालांकि टार्गेट कम ही था तो 42 रन पर दूसरे विकेट के गिरने का मतलब था कि अगले 8 विकेट के लिए 140 के आस पास ही रन चाहिये होंगे और साथ ही लगभग डेढ़ दिन का समय भी था.
इनिंग्स का 21वां ओवर. उमेश यादव की एक गेंद नीची रह गई. शॉर्ट ऑफ़ लेंथ गेंद थी. उसे उठना चाहिए था मगर उठी नहीं. सीधे पैड्स पर जा लगी. अम्पायर ने उंगली उठा दी. स्टीव स्मिथ दूसरे एंड पर खड़े हैंड्सकोंब के पास पहुंचे. ये पूछने कि डिसीज़न को रिव्यू किया जाए या नहीं. दोनों आपस में बात कर रहे थे. अचानक ही स्टीव स्मिथ अपनी टीम के ड्रेसिंग रूम की तरफ़ इशारा करने लगे. उनकी पीठ अम्पायर की तरफ़ थी इसलिए अम्पायर को तुरंत मालूम नहीं चला. विराट कोहली दौड़ते हुए अम्पायर के पास पहुंचे और अम्पायर को बताया कि स्टीव डिसीज़न रेफर करने के लिए पवेलियन में बैठी टीम का सहारा ले रहे हैं जिनके सामने टीवी है और जो रीप्ले देख सकते हैं.
अम्पायर तुरंत ही दौड़कर आये और कहा कि स्मिथ ऐसा नहीं कर सकते और वो डिसीज़न रेफर नहीं करेंगे.
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