असम के लोगों को बचाते हुए बाढ़ में बहे पुलिसकर्मियों के शव मिले
मृतक पुलिसकर्मियों में बचाव दल के लीडर समुतजल काकाती भी शामिल हैं, जिनकी बहादुरी की वजह से दो पुलिसकर्मियों की जान बचाई जा सकी.

बाढ़ (Flood) से जूझ रहे असम (Assam) के लोगों को बचाते-बचाते दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है. घटना असम के नौगांव जिले में हुई. यहां रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान दो पुलिसकर्मी बाढ़ के पानी में बह गए थे. इसकी सूचना मिलते ही बड़े पैमाने पर बचाव और तलाशी अभियान शुरू किया गया. हालांकि, दोनों पुलिसकर्मियों को बचाया नहीं जा सका. सोमवार 20 जून की सुबह उनके शव बरामद होने की खबर आई.
आजतक के पल्लव बोरा की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार, 19 जून की रात कामपुर पुलिस स्टेशन की टीम फ्लड रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए कामपुर इलाके पहुंची थी. इस टीम को ऑफिस-इन-चार्ज समुतजल काकाती लीड कर रहे थे. इस दौरान कुछ पुलिसकर्मी ही पानी में बह गए. इनमें मृतक कॉन्स्टेबल राजीव बोरदोलोई भी शामिल थे. उन्हें और बाकी साथियों को बाढ़ के पानी की तेज धाराओं में बहता देख टीम लीडर काकाती तुरंत पानी में कूद गए. उन्हीं की वजह से दो पुलिसकर्मियों की जान बचा ली गई. लेकिन दुर्भाग्यवश पानी की धारा इतनी तेज थी कि काकाती खुद उससे बाहर नहीं आ सके.
इस हादसे को लेकर नौगांव के पुलिस अधीक्षक लीना डोले ने बताया,
बीती रात बाढ़ से बचाव अभियान के दौरान असम पुलिस की एक टीम नौगांव के कामपुर इलाके में पानी में गई. साथियों को बचाने के लिए ऑफिसर-इन-चार्ज सब इन्स्पेक्टर समुतजल काकाती ने पानी में छलांग लगा दी. उनकी बहादुरी से दो पुलिसकर्मियों को बचा लिया गया. समुतजल काकाती और कॉन्स्टेबल राजीव बोरदोलोई के शव बरामद कर लिए गए हैं.
वहीं असम पुलिस की ओर से दुःख जताते हुए ट्वीट किया गया,
असम में बाढ़ की स्थितिअत्यंत दु:ख के साथ हम आपको सूचित करते हैं कि हमारे दो भाई, नौगांव पुलिस के एसआई समुतजल काकाती और यूबीसी राजीव बोरदोलोई ने बाढ़ बचाव कार्यों के दौरान अनुकरणीय साहस दिखाते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया.
मानवता की सेवा के लिए उनके वीरतापूर्ण काम और प्रतिबद्धता हमें प्रेरित करती रहेगी.
दु:ख की इस घड़ी में हमारी प्रार्थनाएं उनके परिवार और सहकर्मियों के साथ हैं.
असम में बाढ़ की स्थिति रविवार, 19 जून को और बिगड़ गई. इससे राज्य के 33 जिलों में बाढ़ प्रभावितों की संख्या बढ़कर 42.28 लाख हो गई है. वहीं मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 तक पहुंच गई है. इसके साथ ही इस साल बाढ़ और भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 71 हो गई.
असम के लगभग 5,137 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. बारपेटा बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है, जहां 12.76 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. दरांग में करीब चार लाख लोग और नौगांव में 3.64 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं.

उधर, सेना, अर्धसैनिक बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, राज्य आपदा मोचन बल, राज्य पुलिस की आपात और अग्निशमन सेवाएं, नागरिक प्रशासन और प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को बचाव और राहत कार्यों में लगाया गया है. संबंधित जिला प्रशासन की ओर से कुल 744 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, जहां 1.86 लाख से अधिक लोग शरण ले रहे हैं. बाढ़ प्रभावित ग्रामीण या तो जिला प्रशासन द्वारा बनाए गए राहत शिविरों में चले गए हैं या हाईवे पर रह रहे हैं.