मालदीव: स्टेडियम में योग दिवस मना रहे लोगों पर भीड़ का हमला, वीडियो डराने वाला
मालदीव में कुछ कट्टर संगठन योग का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि ये इस्लाम के खिलाफ है. इसी के चलते अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर चल रहे योग और ध्यान सत्र को बीच में ही रोकना पड़ा.

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर दुनियाभर से योग करते लोगों की तस्वीरें सामने आ रही हैं. लेकिन मालदीव की राजधानी माले में योग करते लोगों पर भीड़ के हमले का वीडियो सामने आया. 21 जून यानी योग दिवस के मौके पर यहां नेशनल फुटबॉल स्टेडियम में योग और ध्यान सत्र चल रहा था. इसी दौरान गुस्साई भीड़ स्टेडियम में घुस आई और योग कर रहे लोगों पर हमला कर दिया. भीड़ ने इन लोगों को स्टेडियम से खदेड़ दिया और वहां तोड़फोड़ भी की. खबर है कि इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
योग दिवस समारोह को रद्द करने की मांग कर रहे थे प्रदर्शनकारीइंडिया टुडे से जुड़ीं गीता मोहन की रिपोर्ट के मुताबिक माले स्थित भारतीय उच्चायोग की तरफ से गालोल्हू नेशनल फुटबॉल स्टेडियम में योग सेशन आयोजित किया गया था. बताया गया है कि जिस समय भीड़ ने योग करते लोगों पर धावा बोला, उस समय वहां आम लोगों के साथ कई राजनयिक, सरकारी अधिकारी और मालदीव सरकार के कई मंत्री भी मौजूद थे.
खबर के मुताबिक प्रदर्शनकारी योग कार्यक्रम से नाराज थे और इसका विरोध कर रहे थे. ऐसा बताया जा रहा है कि बैनर और तख्तियां लिए हुए और नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि योग दिवस समारोह को रद्द कर दिया जाए और कार्यक्रम में मौजूद लोग तुरंत स्टेडियम खाली कर दें. कुछ लोगों की शिकायत है कि भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने उन्हें धमकी भी दी.
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में भीड़ को झंडा उठाए योग कर रहे लोगों की ओर भागते हुए देखा जा सकता है. एक स्थानीय टीवी चैनल के ट्विटर हैंडल से पोस्ट किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे प्रदर्शनकारियों ने कार्यक्रम स्थल को नुकसान पहुंचाया और वहां योग कर रहे लोगों से बदसलूकी की. वीडियो में नारेबाजी कर रहे लोगों की उग्रता डराने वाली है.
मालदीव के राष्ट्रपति ने दिए जांच के आदेशहालांकि इससे पहले कि भीड़ और उग्र हो जाती, पुलिस ने आंसू गैस वगैरह का इस्तेमाल कर हस्तक्षेप किया और लोगों को वहां से निकाला. बाद में मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने कहा कि उन्होंने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने ट्वीट किया,
मालदीव पुलिस ने आज सुबह गालोल्हू स्टेडियम में हुई इस घटना की जांच शुरू कर दी है. यह एक गंभीर चिंता का विषय है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों से कानून सख्ती से निपटेगा.
रिपोर्ट के मुताबिक मालदीव में कट्टर इस्लामिक समूह योग करने और योग दिवस मनाने का विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि योग इस्लाम के खिलाफ है. माले में आयोजित योग कार्यक्रम से पहले इन लोगों ने इस आयोजन के खिलाफ बयानबाजी भी की थी. उन्होंने आयोजन के खिलाफ धमकी भी जारी की थी. हालांकि विरोध के बावजूद भारतीय सांस्कृतिक केंद्र ने युवा, खेल और सामुदायिक अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से स्टेडियम में योग दिवस से जुड़ा इवेंट ऑर्गनाइज किया. गनीमत रही कि कार्यक्रम के दौरान हुए हंगामे में किसी को गंभीर चोट नहीं पहुंची.
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र ने 2014 में योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दी थी और हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया था. मालदीव उन 177 देशों में शामिल था, जिन्होंने योग को हर साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाए जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया था.