जिस बात के लिए अमिताभ बच्चन ने कभी कुमार विश्वास को हड़काया था, आज ख़ुद उसी चक्कर में फ़ंस गए!
किसी और की कविता ट्वीट कर दी और बवाल हो गया.
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अमिताभ ने कुछ वक्त पहले कुमार विश्वास को लीगल नोटिस भेजने की बात कही थी.
बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन. वो ट्विटर यूज करते हैं तो दुनिया को पता चल जाता है. मतलब ट्वीट का नम्बर ठीक करने आ जाते हैं. अब वो कविता भी शेयर करते हैं. और एक कविता को ट्वीट करने के बाद अमिताभ बच्चन फ़ंस गए हैं. एक कविता उन्होंने ट्वीट की, एक महिला ने कहा कि ये मेरी है. मेरा नाम तो लिख दिए होते.
पहले अमिताभ बच्चन के इस ट्वीट को देखिए. 15 हजार से अधिक लाइक्स, एक हजार से अधिक कमेंट्स और हजार से अधिक शेयर. हों भी क्यों ना. आखिर कविता को दिग्गज कवि हरिवंश राय बच्चन के बेटे अमिताभ बच्चन के ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया था. दिसंबर 24, 2020 को उन्होंने ये कविता शेयर की थी.
https://twitter.com/SrBachchan/status/1341823852624547840
अब जहां-तहां ट्वीट में स्टार लगा हुआ है, देखकर लगता है कि किसी ने वाट्सऐप पर भेजा होगा. चंद पंक्तियों को बोल्ड करके. बहरहाल, अमिताभ बच्चन के इस ट्वीट पर टीशा अग्रवाल नाम की महिला ने कमेंट किया. कहा,
"सर आपकी वॉल पर मेरी पंक्तियां आना मेरे लिए सौभाग्य है. मेरी खुशी और गर्व दोगुना हो जाता, अगर आपकी वॉल पर मेरा नाम होता. आपके जवाब की आशा में."https://twitter.com/TishaAgarwal14/status/1341971840953020418 महिला ने बाक़ायदा फ़ेसबुक का स्क्रीनशॉट भी लगा दिया. जहां ये कविता पहले ही पोस्टेड दिख रही थी. अब फिर और लोग भी शुरू हो गए. कमेंट करने लगे. अमिताभ बच्चन पर आरोप लगाने लगे. क्रेडिट देने को कहने लगे. कहने लगे कि इतना कहने के बाद भी अमिताभ बच्चन ने क्रेडिट नहीं दिया. एक पुराना वाकया याद दिलाने लगे जब कुमार विश्वास ने हरिवंश राय बच्चन की कविता गाई थी. तब अमिताभ बच्चन ने उन्हें लीगल कार्रवाई की चेतावनी दे दी थी. इसके बाद कुमार विश्वास ने वीडियो हटा दिया था और इसके द्वारा कमाए 32 रुपये भेजने की बात कही थी. मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक टीशा अग्रवाल का कहना है कि उन्होंने ये कविता 24 अप्रैल 2020 को लिखी थी. उन्होंने देखा कि अमिताभ बच्चन ने बिना क्रेडिट दिए उनकी कविता को शेयर किया है. अब तमाम लोग उन्हें कानूनी कार्रवाई की सलाह दे रहे हैं. क्या कवि कॉपीराइट करके रखते हैं कविताओं को? क्या कवि अपनी हर कविता को कॉपीराइट कराते हैं? अगर उनकी कविता को कोई इस्तेमाल करता है तो वो क्या कार्रवाई कर सकते हैं? इसको जानने के लिए हमने बात की कवयित्री दीपा गुप्ता से. उन्होंने कहा कि अधिकतर कवि अपनी कविताओं को सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं, जिनको दूसरे लोग आगे फॉरवर्ड करते रहते हैं. कॉपी करते रहते हैं. ऐसे में किसी कवि के लिए अपनी कविता को बचाकर रखना कठिन हो जाता है. उससे मिलते जुलते वर्जन घूम कर आपके पास आते रहते हैं. कवियों के छोटे-छोटे मंच तो हैं लेकिन कोई संगठन जो पायरेसी से सुरक्षा का वादा करता हो, ऐसा नहीं है. कॉपीराइट एक्ट वैसे तो कॉपीराइट एक्ट 1957, कंटेंट की चोरी के लिए ही बना है लेकिन अधिकतर लोग इसके बारे में नहीं जानते हैं. काफी कवि और लेखक भी कॉपीराइट एक्ट से अनजान हैं. अक्सर देखने में आता है कि लोग अपने लिखे कंटेंट का कॉपीराइट हासिल नहीं करते हैं जिसके कारण वे दावा नहीं कर पाते हैं. वकील आलोक शर्मा कहते हैं कि लेखक, कवि, उपन्यासकार आदि लोगों को कॉपीराइट एक्ट का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि उनका कंटेंट कोई दूसरा अपने फायदे के लिए इस्तेमाल ना कर पाए. टीशा अग्रवाल से फिलहाल संपर्क नहीं हो पाया है. संपर्क होने पर उनकी बात को भी खबर में जगह दी जाएगी.