28 जनवरी 2016 (Updated: 28 जनवरी 2016, 10:56 AM IST) कॉमेंट्स
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उत्तर प्रदेश में चुनाव से पहले मुलायम सिंह यादव का 'अमर प्रेम' लौट आया है. उन्होंने इटावा में कह दिया कि अमर सिंह को तो कभी पार्टी से निकाला ही नहीं गया. वो हमारे साथ थे, साथ रहेंगे.
मुलायम वैसे काफी समय से अमर सिंह पर मुलायम नजर आ रहे थे. सैफई महोत्सव में अमर सिंह पहुंचे थे. बताते हैं कि इसी वजह से जया बच्चन नाराज थीं और वहां नहीं पहुंचीं.
किसी जमाने में अमर सिंह 'नेताजी' के सबसे करीबी माने जाते थे. लेकिन अमर के आजम से गहरे मतभेद हुए, मुलायम तक उनका विस्तार हुआ औऱ फिर उन्हें किनारे लगा दिया गया. उनके साथ जया प्रदा भी सपा से अलग हो गईं. बीते लोकसभा चुनाव में दोनों अजित सिंह की पार्टी आरएलडी के टिकट पर चुनाव लड़े और बड़े अंतर से हार गए.
फिर भी उनकी सपा में वापसी की अटकलें आती रहीं. ये अटकलें और पुख्ता हुईं जब बीते दिनों अमर सिंह मुलायम सिंह यादव से मिलने अखिलेश यादव के घर पहुंचे.
नेताजी, अमर सिंह और खां साहब का रिश्ता लव ट्राएंगल से कम नहीं है. अमर और आजम एक दूसरे को सख्त नापसंद करते हैं. कड़वाहट के सबूत यूट्यूब पर मिल जाएंगे. दोनों नेताजी को अपना नेता मानते रहे हैं, हालांकि अमर ने पार्टी से अलग होने के बाद मुलायम पर भी कम तंज नहीं कसे. नेताजी दोनों के मोह में हैं और किसी को छोड़ नहीं पा रहे.
चुनाव आ रहे हैं. इक्वेशन बन रहे हैं. रामपुर से भी कोई बयान जल्द आ सकता है.