सिद्धू मूसेवाला के घर पहुंचे AAP विधायक, हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ गई!
भड़के लोगों ने कहा कि मूसेवाला को भगवंत मान ने मारा है. विधायक ने लोगों से हाथ जोड़कर माफी भी मांगी.

पंजाब (Punjab) के चर्चित सिंगर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की हत्या के बाद आम आदमी पार्टी के विधायक (AAP MLA) गुरुप्रीत सिंह बणावली (Gurpreet Singh Banawali) को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. विधायक मूसेवाला के गांव उनके माता-पिता से मिलने पहुंचे थे. लोगों के विरोध के चलते गुरप्रीत सिंह बणावली को मूसेवावा के माता-पिता से बिना मिले ही लौटना पड़ा. इधर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने मूसेवाला के माता-पिता से मुलाकात की. हालांकि, लोगों की नाराजगी के चलते उनकी मुलाकात में दो घंटे की देरी हुई.
इससे पहले गुरुप्रीत सिंह बणावली के पहुंचने पर सिद्धू मूसेवाला के गांव के लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी की. लोगों ने कहा कि मूसेवाला को भगवंत मान ने मारा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विधायक ने लोगों से हाथ जोड़कर माफी भी मांगी. वहीं लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने CM के दौरे के बहाने मूसेवाला के रिश्तेदारों को घर के भीतर जाने से रोका.
सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या से एक दिन पहले ही पंजाब की आम आदमी पार्टी ने उनकी सुरक्षा वापस ली थी. और सुरक्षा वापिस लेने के बाद बाकायदा नामोल्लेख करके सोशल मीडिया पर ट्वीट किये गए थे. हत्या के बाद आम आदमी पार्टी सरकार के इस कदम की बहुत आलोचना भी हुई थी. हत्या के तुरंत बाद केजरीवाल और भगवंत मान के ट्वीट आए थे. दोनों ने दोषियों को कड़ी सजा देने और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी.
‘आप खजाना भरो’सिद्धू मूसेवाला के अंतिम संस्कार के एक दिन पहले उनकी मां चरण कौर का एक वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में वो राज्य सरकार द्वारा सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा में कमी किए जाने पर गुस्सा जता रही थीं. ये भी पूछ रही थीं कि क्या अब सरकार का खजाना भर जाएगा? वो कह रही थीं,
"हमारे बेटे के साथ चार लोगों की तैनाती से क्या फर्क पड़ता है? क्या अब आपका खजाना भर जाएगा? अपना खजाना भरो."
दरअसल, सिद्धू मूसेवाला की सुरक्षा में शुरुआत में पंजाब पुलिस के चार कमांडो तैनात थे. बाद में राज्य सरकार ने इसमें कटौती करते हुए दो कमांडो हटा दिए थे. जिनकी सुरक्षा में कटौती की गई, ऐसे कुल 424 लोग थे. लेकिन हत्या के 4 दिनों बाद 2 जून को भगवंत मान सरकार ने अपना फैसला बदल दिया. 424 लोगों को उनकी सुरक्षा वापिस करने का फरमान सुनाया गया.
इधर CM मान के दौरे से एक दिन पहले पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल चीमा और पंचायत मंत्री कुलदीप धालीवाल सिद्धू मूसेवाला के गांव के पहुंचे थे. उन्होंने फोन पर सिद्दधू मूसेवाला के परिजनों की बात भगवंत मान से कराई थी.
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