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अयोध्या में बनने वाली मस्जिद का डिजाइन तैयार, 26 जनवरी को नींव रखने की तैयारी

इस मस्जिद से जुड़ी खास बातें जानिए.

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कुछ ऐसा होगा अयोध्या में बनने वाली मस्जिद का डिजाइन. फोटो- indo islamic cultural foundation trust
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Varun Kumar
20 दिसंबर 2020 (Updated: 20 दिसंबर 2020, 08:31 AM IST) कॉमेंट्स
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यूपी का अयोध्या. यहां राम मंदिर बन रहा है और जिले के ही धन्नीपुर गांव में भव्य मस्जिद भी बनेगी जिसका डिजाइन तैयार हो चुका है. सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ने इस डिजाइन को जारी कर दिया है. मस्जिद का डिजाइन अंडाकार होगा और इसमें कोई गुंबद नहीं होगा.
फाइनल हो चुका है डिजाइन
शनिवार 19 दिसंबर को मस्जिद के डिजाइन को लेकर एक बैठक हुई. इस बैठक में फाउंडेशन के सभी सदस्य और आर्किटेक्ट शामिल हुए. कुछ लोग वर्चुअल तरीके से भी इस बैठक में शामिल हुए. इस बैठक में मस्जिद के निर्माण और डिजाइन पर चर्चा की गई, साथ ही यहां के परिसर में बनने वाले अस्पताल, रिसर्च सेंटर, लाइब्रेरी, म्यूजियम और कम्युनिटी किचन आदि के डिजाइन भी फाइनल किए गए.
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ट्रस्ट ने इसका डिजाइन और तस्वीरें जारी कीं. फोटो- indo islamic cultural foundation trust

किसी राजा के नाम पर नहीं होगी मस्जिद
बैठक के बाद इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट के अध्यक्ष मौलाना जुफर फारुकी और सचिव अतहर हुसैन ने कहा कि इस मस्जिद का नाम किसी राजा महाराजा के नाम पर नहीं होगा और ना ही मस्जिद बनाते वक्त कोई बड़ा आयोजन किया जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि इसका नाम धन्नीपुर मस्जिद होगा. इसके परिसर में जो अस्पताल बनाया जाएगा वह चार मंजिला अस्पताल होगा और अच्छी मेडिकल सुविधा पलब्ध कराई जाएगी.
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कुछ ऐसी दिखेगी मस्जिद. फोटो- indo islamic cultural foundation trust

26 जनवरी को रखी जा सकती है नींव
सचिव अतहर हुसैन ने कहा कि फिलहाल नक्शा पास होने का इंतजार है जिसके बाद 26 जनवरी को नींव रखी जा सकती है. यदि ऐसा नहीं हो पाया तो 15 अगस्त को नींव रखी जाएगी. इस मस्जिद के परिसर में सभी किस्म के पौधे लगाए जाएंगे. साथ ही जो अस्पताल बनाया जाएगा उसके लिए 100 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है. इस मस्जिद के आर्किटेक्ट एसएम अख्तर रहेंगे.
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ट्रस्ट की ओर से ये ब्लूप्रिंट और डिजाइन जारी किया गया. फोटो- indo islamic cultural foundation trust

क्लीन एनर्जी का होगा इस्तेमाल
ऐसा अनुमान है कि निर्माण जब शुरू होगा तब से मस्जिद करीब छह महीने में तैयार हो जाएगी और साल भर में अस्पताल भी शुरू हो जाएगा. जो जानकारी उपलब्ध कराई गई है उसमें बताया गया है कि मस्जिद परिसर में महिलाओं के लिए अलग से जगह होगी. यही नहीं ये पूरा परिसर इको फ्रेंडली होगा. बिजली के लिए सोलर पैनल लगाए जाएंगे ताकि यहां क्लीन एनर्जी का इस्तेमाल हो. जेएनयू के प्रोफेसर पुष्पेश पंत इस परिसर के लिए सलाहकार और क्यूरेटर रहेंगे. यहां जो लाइब्रेरी और संग्रहालय बनेगा उसमें पंत की बड़ी भूमिका रहेगी.
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यहां बिजली की जरूरतों के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किया जाएगा. फोटो- indo islamic cultural foundation trust

मस्जिद निर्माण की तैयारियां अपने अंतिम चरण में
फाउंडेशन की ओर से ये भी बताया गया कि मस्जिद में दो हजार लोग एक साथ नमाज अदा कर पाएंगे. इसके आकार को वर्तुलाकार यानी गोल रखा गया है. अयोध्या की चौहद्दी में बसे गांव धन्नीपुर में इस मस्जिद को बनाया जाएगा. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर प्रदेश सरकार ने 5 एकड़ जमीन यहां मुहैया कराई थी. अब मस्जिद निर्माण की तैयारियां अपने अंतिम चरण में हैं. माना जा रहा है कि यहां 26 जनवरी को नींव रखी जा सकती है.

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