बोर्ड एग्जाम से बचने के लिए ऐसी करतूत कर डाली, जिस पर यकीन करना मुश्किल है
10वीं के एग्जाम के वक्त तो वो घर से भाग गया था.
मध्य प्रदेश का मुरैना. यहां एक लड़के ने अपने तीन साल के भतीजे का ही किडनैप कर लिया. लेकिन क्यों? क्योंकि वो 12वीं बोर्ड के एग्जाम से बचना चाहता था. लड़के ने अपहरण के बाद एक नोट भी छोड़ा था, जिस पर लिखा था-
अगर बच्चे को जिंदा चाहते हो, तो रणवीर (अपहरण करने वाले लड़के का नाम) की पढ़ाई छुड़वा दो.
हालांकि वो ज्यादा देर तक सच्चाई छिपा नहीं सका. पुलिस के सामने कड़ी पूछताछ के बाद उसने सच उगल दिया.
क्या है पूरा मामला?
'दैनिक भास्कर' की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना मुरैना के जौरा तहसील के एक गांव की है. 1 मार्च को वहां एक फंक्शन था. नेमीचंद नाम का आदमी अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ फंक्शन में शामिल होने गया था. वहां उन्होंने रात में अपने दोनों बच्चों को खाट पर सुलाया और खाना खाने चले गए. लौटकर देखा, तो तीन साल का एक बच्चा गायब था.
पुलिस को बुलाया गया. जांच हुई, पूछताछ हुई. नेमीचंद के चचरे भाई रणवीर पर पुलिस को शक हुआ, क्योंकि जो नोट मिला था, उस पर ये लिखा था कि रणवीर की पढ़ाई छुड़ाने से बच्चा जिंदा मिल जाएगा. पुलिस ने रणवीर से पूछताछ की, तो उसने बताया कि अपहरण उसी ने किया है.
कारण क्या बताया?
ये कि उसके 12वीं बोर्ड का एग्जाम आने वाला था. उसे डर लग रहा था. वो पेपर नहीं देना चाह रहा था, इसलिए उसने भतीजे की किडनैपिंग की प्लानिंग की. सोचा कि किडनैपिंग की खबर मिलने पर पूरा परिवार उसे खोजने में बिजी हो जाएगा. रणवीर को भी बच्चे को खोजना पड़ेगा, ऐसे में वो एग्जाम देने जाने से बच जाएगा.
रणवीर ने पुलिस को वो जगह भी बताई, जहां उसने भतीजे को रखा था. पुलिस 2 मार्च की सुबह वहां पहुंची. जगह गांव से दूर खेतों के बीच थी. देखा कि तीन साल का बच्चा वहां मौजूद था. उसके हाथ-पैर रस्सियों से बंधे हुए थे.
पुलिस ने जांच में ये भी पाया कि रणवीर 10वीं में तीन बार फेल हो चुका था. एक बार तो एग्जाम के वक्त वो घर से गायब भी हो गया था.
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