शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन था. कितना कामकाज हुआ और कितना रह गया. सबका हिसाब होगालेकिन हिसाब देगा कौन? हमारे माननीय सांसद जो संसद परिसर में मनभर हंगामा किए,धक्का-मुक्की किए और वो भी ऐसी कि संसद को अखाड़ा बना दिया. शोर इतना कि सत्र ठीकठाक ढंग से चल भी नहीं पाया. कितना चला और कितना चलना चाहिए था इसके बारे आपकोविस्तार से बताएंगे. बताएंगे तो ये भी कि अडानी के मुद्दे शुरू हुआ सत्र खत्म किसमुद्दे पर हुआ. पीएम मोदी के सामने आज वेल में क्यों पहुंच गया विपक्ष, प्रियंका नेभाई राहुल के बचाव क्या कहा?देखिए- 'संसद में आज' शो में