क्या होती है टेरिटोरियल आर्मी, जिसमें जाने के लिए धोनी ने वेस्टइंडीज़ दौरा टाल दिया
आप भी इसे जॉइन कर सकते हैं और आपको अपनी जॉब से इस्तीफ़ा देने की भी ज़रूरत नहीं है.
Advertisement

फोटो - thelallantop
वर्ल्ड कप 2019 के बाद भारत की टीम अब वेस्ट इंडीज़ दौरे पर जा रही है. भारत और वेस्ट इंडीज़ की टीमें 3 वनडे, 3 टी-20 और 2 टेस्ट मैच खेलेंगी. महेंद्र सिंह धोनी के बिना. धोनी इस सीरीज़ में हमे नज़र नहीं आएंगे.
क्यों नहीं जा रहे है धोनी?
जब पूरा भारत वेस्ट इंडीज़ दौरे पर होगा तब महेंद्र सिंह धोनी दो महीने के लिए कश्मीर में ट्रेनिंग पर होंगे. धोनी को इंडियन टेरिटोरियल आर्मी के साथ दो महीना ट्रेनिंग पर रहने की इजाज़त मिल गई है. इसकी इजाज़त उन्हें आर्मी के चीफ बिपिन रावत ने दी है. धोनी अब टेरिटोरियल आर्मी के 'पैराशूट रेजिमेंट' में दो महीने की ट्रेनिंग लेंगे. यह ट्रेनिंग कश्मीर में होगी. हालांकि धोनी को किसी भी ऑपरेशन का हिस्सा नहीं बनाया जाएगा.महेंद्र सिंह धोनी ने आने वाले वेस्ट इंडीज़ दौरे में खुद को अनुपलब्ध बताया और कहा कि उन्होंने 2 महीने का ब्रेक लेने का फैसला किया है. धोनी ने बीसीसीआई को अपने इस फैसले के बारे में बता दिया है और साथ ही कहा है कि अब वे टेरिटोरियल आर्मी के 'पैराशूट रेजिमेंट' से 2 माह के लिए जुड़ने जा रहे हैं.

वर्ल्ड कप के बाद ये पहली ही सीरीज है और धोनी इसमें नहीं खेलेंगे.
महेंद्र सिंह धोनी टेरिटोरियल आर्मी की पैराशूट रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट कर्नल रहेंगे.
क्या है टेरिटोरियल आर्मी?
प्रादेशिक सेना यानी टेरिटोरियल आर्मी (Territorial Army/TA) भारतीय सेना की ही एक ईकाई है. सामान्य श्रमिक से लेकर सिविल सर्वेंट तक भारत के सभी अट्ठारह से बयालीस वर्ष तक के नागरिक, जो शरीर से समर्थ हों, इसमें भर्ती हो सकते हैं. यह हमारी रक्षापंक्ति की सेकंड लाइन है. युद्ध के समय फ्रंट लाइन में तैनाती के लिए भी इसका उपयोग होता है. टेरिटोरियल आर्मी के स्वयं-सेवकों को प्रति वर्ष कुछ दिनों का सैनिक प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि ज़रूरत पड़ने पर देश की रक्षा के लिये उनकी सेवाएं ली जा सकें.भारतीय संविधान सभा द्वारा सितंबर, 1948 में पारित प्रादेशिक सेना अधिनियम – 1948 के अनुसार भारत में अक्टूबर, 1949 में टेरिटोरियल आर्मी स्थापित हुई. इसका उद्देश्य संकटकाल में आंतरिक सुरक्षा का दायित्व लेना और आवश्यकता पड़ने पर नियमित सेना को सपोर्ट देना तथा इस तरह से पार्ट टाइम ही सही नवयुवकों को देशसेवा का अवसर प्रदान करना है.

इंडियन आर्मी की पैराशूट रेजिमेंट.
9 अक्तूबर को टेरिटोरियल आर्मी दिवस मनाया जाता है.
कौन जा सकता है टेरिटोरियल आर्मी में?
टेरिटोरियल आर्मी के लिए सिर्फ भारतीय नागरिक ही अप्लाई कर सकते हैं. यह भारत के आम नागरिकों के लिए सेना को शौकिया अपनाने का ज़रिया है. इसमें किसी भी आरक्षित श्रेणी के लोगों को आयु में छूट नहीं दी जाती है. टेरिटोरियल आर्मी में जॉइन करने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की डिग्री चाहिए होगी. ग्रेजुएशन किसी भी फील्ड में हो सकती है. राजस्थान के डिप्टी मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी 2012 में टेरिटोरियल आर्मी के लेफ्टिनेंट बने थे. ऐसा करने वाले वो पहले मंत्री थे. टेरिटोरियल आर्मी में शामिल होने वाले नागरिकों को थोड़े समय के लिए कड़ा प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वह सक्षम सैनिक बन सकें.अब सवाल ये कि कैसे जा सकते हैं टेरिटोरियल आर्मी में? नीचे दिए गए लिंक के ज़रिए आप टेरिटोरियल आर्मी की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म आने पर फॉर्म भर सकते हैं -
https://www.jointerritorialarmy.gov.in/
यह स्टोरी हमारे साथ इन्टर्न कर रहे याक़ूत ने की है.
वीडियो देखें:
सचिन तेंडुलकर ने कहा, सुपर ओवर के बाद एक और सुपर ओवर होना चाहिए था-