ये पेलोड क्या है, जो पाकिस्तान कह रहा है कि इंडियन एयर फोर्स छोड़कर भाग गई
पाकिस्तान का सबसे पहला बयान इसी पर आया था.
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निखिल
26 फ़रवरी 2019 (Updated: 26 फ़रवरी 2019, 09:38 AM IST)
26 फरवरी को हमने उबासी लेते हुए फोन टटोला तो मालूम चला कि मुंह अंधेरे भारतीय वायुसेना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर गई, वहां जैश ए मुहम्मद के ट्रेनिंग कैंप पर बम गिराए और 25-30 मिनिट में लौट भी आई. अब पत्रकार मन हर बात का सबूत मांगता है.
लेकिन यहां सबूत भी था. और वो दिया था खुद पाकिस्तानी फौज के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने. उन्होंने ट्वीट किया. बताया कि भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पार की थी. पाकिस्तानी वायुसेना की 'जवाबी कार्रवाई' के बाद लौट गई. गफूर के बयान इस बात का सबसे बड़ा सबूत था कि भारतीय वायुसेना की LoC के पार कार्रवाई हुई है.

लेकिन हमारी सुई गफूर के ट्वीट के एक शब्द पर अटक गई - पेलोड. गफूर ने कहा था कि वायुसेना अपना पेलोड छोड़ गई. तो भैया ये पेलोड होता क्या है. यही इस खबर में आप जानेंगे.
कोई भी गाड़ी अपने साथ जो वज़न लेकर चलती है, उसे पेलोड (payload) कहा जाता है. वैसे ज़्यादातर इस शब्द का इस्तेमाल प्लेन और स्पेसक्राफ्ट (अंतरिक्ष यान) के मामले में ही किया जाता है. अंतरिक्ष यान के मामले में रॉकेट गाड़ी होता है. उसके अलावा जो सैटेलाइट या अंतरक्ष यात्री साथ जाते हैं, उन्हें पेलोड कहा जाता है. सिविलियन विमानों के मामले में सामान और फ्लाइट के यात्री पेलोड कहलाएंगे.
अब आते हैं उस पेलोड पर, जिसका ज़िक्र मेजर जनरल गफूर ने किया था - एक फाइटर जेट का पेलोड. एक फाइटर जेट के लिए उसके सारे हथियार पेलोड होते हैं. छोटी सी मिसाइल से लेकर 1 टन के बम तक. एक फाइटर जेट की क्षमता बताते हुए उसकी 'पेलोड कैरिंग कैपेसिटी' की बात होती है. माने फाइटर जेट अपने साथ कितने हथियार ले जा सकता है. ये क्षमता हमेशा किलोग्राम में बताई जाती है; कि फलाना जेट इतने किलो (या टन) हथियार साथ ले जा सकता है.
तो मॉरल ऑफ द स्टोरी ये है कि पाकिस्तानी फौज के प्रवक्ता ने एक और बात कंफर्म की थी -
कि भारतीय वायुसेना ने वहां बम भी गिराए थे.
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