क्या है 'पगड़ी संभाल जट्टा' के पीछे की कहानी?
भगत सिंह से जुड़ी फिल्मों में बार-बार बजता है ये गाना, जानिए उनसे 'पगड़ी संभाल..' का क्या कनेक्शन था.
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Source - Youtube screengrab
तू धरती की मांग संवारे सोए खेत जगाएसारे जग का पेट भरे तू अन्नदाता कहलाए फिर क्यो भूख तुझे खाती है और तू भूख को खाए लुट गया माल तेरा लुट गया माल ओए पगड़ी संभाल जट्टा.
अंग्रेजों ने एक कानून बनाया था कॉलोनाइजेशन एक्ट और दोआब बारी एक्ट. इसमें नहर बनाने के नाम पर किसानों से उनकी जमीन हथिया ली गई थी. साथ ही उल्टे-सीधे टैक्स भी लगाए जा रहे थे. भगत सिंह के चाचा ने इसके खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा था. 3 मार्च 1907 को ल्यालपुर जो कि अब पाकिस्तान में है. वहां एक बड़ी रैली हुई. एक अखबार चला करता था झांग स्याल. उसके एडिटर थे. बांके दयाल उन्हीं ने ये गाना सुनाया. पगड़ी संभाल जट्टा, पगड़ी संभाल ओए. गाना इतना फेमस हुआ कि पूरे आंदोलन का नाम पगड़ी संभाल जट्टा आंदोलन पड़ गया.https://www.youtube.com/watch?v=eioudLspV10 फिर 1974 में दारा सिंह वाली अमर शहीद भगत सिंह में मोहम्मद अज़ीज़ की आवाज़ में यही गाना आया. https://www.youtube.com/watch?v=0DrekKuU0s0 राजकुमार संतोषी सन 2002 में अजय देवगन वाली द लीजेंड ऑफ भगत सिंह लाए, इस फिल्म के लिए गाने लिखे थे समीर ने, उसी में सुखविंदर सिंह ने गाया पगड़ी संभाल जट्टा. https://www.youtube.com/watch?v=U_Pf1FHKnJM तो ये तय रहा कि भगत सिंह की फिल्मों का 'पगड़ी संभाल जट्टा' से नाता रहा है. पर क्या भगत सिंह का भी पगड़ी संभाल से कोई कनेक्शन था? और ये बार- बार जिक्र क्यों आता है. अगर ये गाना है तो सबसे पहले इसे किसने लिखा और कब गाया? जवाब हमारे पास है. इसका किसानों पर असर पड़ा और उनने भी ब्रिटिशर्स के अगेंस्ट प्रदर्शन किए. अंग्रेज इतना डरे कि उन्होंने अजीत सिंह को 40 साल के लिए देश निकाला दे दिया. बाद में अजीत सिंह अफगानिस्तान, ईरान, इटली और जर्मनी तक गए और अपनी लड़ाई चालू रखी. कहते हैं, बाद में वो देश लौटे भी थे, लेकिन देश के विभाजन से बहुत दुखी हुए. हीरे की कनी चाट ली. जिसका जहर फ़ैल गया और उनकी मौत हो गई.
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