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सिद्धू मूसेवाला के अंतिम संस्कार में उमड़ा जन सैलाब,

अंतिम संस्कार करते सिद्धू मूसेवाला के भावुक पिता ने पगड़ी उतारकर लगाई इंसाफ की गुहार

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sidhu moosewala
सिद्धू मूसेवाला
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31 मई 2022 (Updated: 1 जून 2022, 03:33 PM IST) कॉमेंट्स
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सिद्धू मूसेवाला के अंतिम संस्कार की खबर आज भी दिन की सबसे बड़ी खबर है. कम उम्र में दुनिया से ये रुखसती लोगों के जहन में घर कर गई है. करोड़ो फैन्स स्तब्ध हैं. पंजाब ने अपना यूथ आइकॉन खोया है, देश ने ग्लोबल स्टार और माता-पिता ने इकलौती संतान. और अंतिम संस्कार की तस्वीरें चाहने वालों की आंखों में आंसू दे गईं. एक तस्वीर ऐसी थी, जिसके आगे पत्थर भी पिघल जाए.

सिंगिंग की दुनिया में बड़ा काम किया, 28 की उम्र में बड़ा नाम किया. छोटी थी जिंदगी मगर शान से जी, सो रुखसती की बेला में पिता ने इकलौते बेटे की मूछों पर ताव दिया. आपने देखा होगा सिद्धू मूसेवाला अपने हर वीडियो में मूछों को ऊंचा रखते थे. सो पिता ने बेटे का साथ दिया. एक वीडियो और आया. जिसमें माता-पिता अपने इकलौते बेटे को एकटक निहारते हैं. कभी मां, पिता को सहारा देती हैं तो कभी पिता मां को. संसार का सबसे बड़ा बोझ यहां पिता के सामने था. फकत 28 साल के बेटे का जनाजा. नवंबर में सिद्धू मूसेवाला की शादी होने वाली थी. मां-बाप ने ना जाने कितनी तैयारी की होगी. क्या-क्या ख्वाब बुने होंगे. सब धरे रह गए. मगर मां का दिल तो मां का ही होता है, वो भला ऐसे कैसे अपने इकलौते लाल को जाने दे सकती थीं. मां चरण कौर ने बेटे सिद्धू मूसेवाला को दूल्हे की तरह सजाया. लाल रंग की पगड़ी पहनाई. पगड़ी के ऊपर सेहरा बांधा गया. जैसा मां ने सिद्धू की शादी के लिए सोचा था, वैसा तो नहीं मगर विदा दूल्हे की तरह ही किया.

खालिद शरीफ ने लिखा था 'बिछड़ा कुछ इस अदा से कि रुत ही बदल गई, इक शख़्स सारे शहर को वीरान कर गया...' सिद्धू मूसेवाला पर सटीक बैठ गया. 28 साल का एक लड़का जो सिर्फ 5 साल के अंदर पंजाबी संगीत की दुनिया के शिखर पर पहुंच गया. असमय मौत हुई, गोलियों से छलनी कर हत्या कर दी गई. सब स्तब्ध थे. सिद्धू मूसेवाला के चाहने वाले कितनी बड़ी संख्या में थे. इसका अंदाजा उनके अंतिम यात्रा की तस्वीरों को देख कर लगाया जा सकता है. मंगलवार की शाम. पंजाब के मांसा जिले का मूसा गांव. हजारों की संख्या में चाहने वाले अंतिम संस्कार में पहुंचे थे. पंजाब का शायद ही कोई ऐसा जिला रहा हो, जहां से सिद्धू को चाहने वाले उनके अंतिम दर्शन के लिए ना आए हों. लोगों के सैलाब के बीच से एक और वीडियो आया. जो हर किसी को भावुक कर गया. सिद्धू मूसेवाला के पिता ने लोगों के सामने अपनी पगड़ी उतार कर इंसाफ की गुहार लगाई. सब जानते हैं सिखों में पगड़ी उतारना कितनी बड़ी बात होती है. पिता बलकौर सिंह पहले सेना में रहे. फिर पुलिस की नौकरी की. कई बदमाशों और देश के दुश्मनों से लोहा लिया होगा. मगर आज बिलकुल असहाय थे. एक तरह से कहें तो सरकार और सिस्टम से यूं गुहार लगा रहे थे. उनका एक और वीडियो आया जिसमें वो अपने बेटे पर गर्व करते नजर आते हैं. बेटे की तरह ताल ठोंकते नजर आते हैं.

इकलौते बेटे के जाने के गम में ये पिता की भावनाएं थीं. जो आंसूओं में लिपट कर हर वक्त उमड़ती घुमड़ती रहीं. सिद्धू मूसेवाला को करीब से जानने वाले बताते हैं कि उन्हें अपने गांव की माटी से मोहब्बत थी. जिस दौर में अधिकतर पंजाबी सिंगर कनाडा रहना पसंद करते हैं. उस दौर में सिद्धू मूसेवाला कनाडा से वापस पंजाब लौट आए. कनाडा में ही करियर शुरू किया था, मगर वो कहते थे कि उन्हें मूसा में ही रहना है. कुछ दिन पहले ही अपने पैतृक गांव में हवेली नुमा घर बनवाया था. सिद्धू मूसेवाला को खेती से मोहब्बत थी, वो अपने गानों में अक्सर ट्रैक्टर चलाते नजर आते थे. तो आज उसी ट्रैक्टर से अंतिम विदाई हुई. जिस मिट्टी से प्यार किया, उसी खेत में अंतिम संस्कार किया गया. 28 साल का सुपरस्टार पंचतत्व में विलीन हो गया. 

‘आप’ सरकार पर उठ रहे सवाल  

जाते-जाते वो अपने पीछे कई सवाल छोड़ गए. 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अब तक हमलावर पकड़े क्यों नहीं गए? क्या सुरक्षा को घटाना जरूरी था? घटाया भी तो क्या पब्लिसिटी के लिए उसका डंका पीटना जरूरी था? ये वो सवाल हैं जो AAP की भगवंत मान सरकार के सामने मुंह बाए खड़े हैं. जिसका जवाब अब तक नहीं मिल पाया है. चुंकि सिद्धू मूसेवाला ने पिछला चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था. अंतिम संस्कार में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजा वडिंग के साथ-साथ कई कांग्रेस नेता पहुंचे थे.

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुए ये खुलासे 

सिद्धू मूसेवाला के शव का 30 मई की रात पोस्टमॉर्टम किया गया. 5 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार कर पुलिस विभाग को सौंप दी है. पोस्टमॉर्टम के आधार पर मिली जानकारी के मुताबिक मूसेवाला के शरीर पर 24 गोलियों के घाव पाए गए. 2 दर्जन गोलियां मूसेवाला के शरीर को छलनी कर गईं. हमला पूरे प्लान के साथ हुआ था. गाड़ी के आगे और पीछे दोनों तरफ से गोलियां बरसाई गईं. संभलने का भी मौका नहीं मिल पाया. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक एक गोली सिर की हड्डी में भी जा फंसी थी.

आजतक के तनसीम हैदर की रिपोर्ट में सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मूसेवाला पर हमलावरों ने तकरीबन 30 राउंड फायरिंग की थी. मानसा जिला अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि सिद्धू मूसेवाला की मौत ज्यादा खून बहने की वजह से हुई. उनके अंदरुनी अंगों में भी चोटों की पुष्टि हुई है. पोस्टमॉर्टम के बाद विसरा के सैंपल भी सुरक्षित रख लिए गए हैं और आगे की जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मूसेवाला की दाहिनी कोहनी गोलियों से आई चोटों की वजह से टूट गई थी. मूसेवाला को ज्यादातर गोलियां छाती और पेट पर मारी गईं जबकि दो गोलियां दाहिने पैर में लगी थीं.

पहले सिद्धू मूसेवाला का परिवार इस बात पर अड़ा हुआ था कि सिद्धू के शव का पोस्टमॉर्टम ना कराया जाए. हालांकि, बाद में समझाइश और आश्वासन के बाद परिवार शव के पोस्टमार्टम के लिए राजी हुआ. सिद्धू मूसेवाला के परिवार की मांग है कि इस पूरी घटना की जांच हाई कोर्ट के जज के नेतृत्व में कराई जाए. जांच में एनआईए और सीबीआई की मदद भी ली जाए. सरकार ने हाईकोर्ट जज के नेतृत्व में जांच की मांग स्वीकार ली है.

सरकार की तरफ से एक ही बात बार-बार कही जा रही है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. मुख्य षणयंत्रकर्ता माने जा रहे गैंग्सस्टर लॉरेंस बिश्नोई को रिमांड पर लेकर स्पेशल सेल ने पूछताछ की है. मगर खबर लिखे जाने तक गोली चलाने वाला कोई भी दोषी पकड़ा नहीं गया है. हांलाकि पंजाब की कानून व्यवस्था को लेकर एक बड़ा डेवलमेंट हुआ है. 1993 बैच के आईपीएस ईश्वर सिंह को पंजाब का नया एडीजी लॉ एंड ऑर्डर नियुक्त किया गया. कानूनी पहलू के अलावा अगर सिद्धू मूसेवाला के बैकग्राउंड की बात करें तो, असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू रखा गया था. शुरुआती स्कूली पढ़ाई-लिखाई से निपटने के बाद माता-पिता ने शुभदीप का दाखिला इंजीनियरिंग कॉलेज में करवा दिया. मगर शुभदीप का झुकाव पढ़ाई से ज़्यादा संगीत की तरफ था. वो ऐसी उम्र होती है, जब आप बहुत कुछ बनने का सोचते हैं. जिस दिन जैसा मूड, वैसा एंबिशन. शुभदीप के पैरेंट्स को भी ऐसा ही लगा. मगर वो लड़का सिंगिंग को लेकर पैशनेट था. शुभदीप जैसा भारी-भरकम नाम पंजाबी म्यूजिक की दुनिया में सूट नहीं कर रहा था. तो नाम हो गया. सिद्धू मूसेवाला.

2017 में पहला हिट गाना आया...सेम बीफ, उसके बाद सिद्धू ने सो हाई, दो सौ पंचानवे, लेंजेड, गोट जैसे एक के बाद एक सुपर हिट गाने दिए. अब लोगों के जहन में एक सवाल है कि आखिर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद माता-पिता का ख्याल कौन रखेगा. एक सवाल लोगों के जेहन में और है. वो ये कि सिद्धू अपने माता-पिता के लिए क्या-क्या छोड़कर गए हैं? इसका जवाब हमें फरवरी में दिए उनके चुनावी एफिडेविट से मिलता है.

सिद्धू मूसेवाला द्वारा चुनाव आयोग को सौंपे गए हलफनामें के मुताबिक उनके पास 6.37 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है. इसके अलावा 1.5 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है. मूसेवाला ने आयोग को जो अपनी चल संपत्ति बताई थी, उसमें से 5.09 करोड़ रुपये बैंकों में रखे हुए थे. इसके अलावा उन्होंने 50 लाख रुपये से अधिक की राशि विभिन्न जगहों पर निवेश की है. साथ ही उनके पास एक टोयोटा फॉर्चुनर है, जिसमें कीमत 26 लाख 48 हजार रुपये बताई गई है. उन्होंने विभिन्न माध्यमों से 50 लाख रुपये से अधिक का लोन भी लिया था. चुनाव हलफनामे के मुताबिक मूसेवाला के पास 18 लाख 92 हजार रुपये कीमत के आभूषण भी हैं. गन कल्चर को बढ़ावा देने के आरोप उन पर कई बार लगते थे. मूसेवाला ने अपने हलफनामे में ये भी बताया था कि उनके पास एक पिस्टल भी थी. घटते क्रम में बात करें तो वर्ष 2020-21 के लिए दायर अपने इनकम टैक्स रिटर्न में बताया था कि 2020-21 में उनकी आय 3.02 करोड़ रुपये, 2019-20 में 1.70 करोड़ रुपये, 2018-19 में 25.31 लाख रुपये और 2017-18 में 5 लाख चार हजार रुपये थी.

इस कमाई की पैटर्न से समझ सकते हैं कि सिद्धू मूसेवाला ने बड़े ही कम वक्त में सफलता हासिल की. 2017-18 तक सालाना 5 लाख कमाने वाले सिद्धू, पिछले साल तक 3 करोड़ से ज्यादा कमाने लगे थे. उनके गाने लगातार हिट हो रहे थे. ये सारी संपत्ति वो अपने पीछे माता-पिता के लिए छोड़ गए हैं. इसके अलावा सिद्धू का यूट्यूब चैनल है. जिसके सब्रक्राइबर 11 मिलयन यानी एक करोड़ दस लाख से ज्यादा हैं. यूट्यूब से उनके गानों की रॉयलटी आगे भी मिलती रहेगी. पैसे रुपये की कमी नहीं होगी, कमी रहेगी तो उस इकलौती संतान की. जो छोटी उम्र में बड़ा नाम कमा कर चला गया...

दी लल्लनटॉप शो: सिद्धू मूसेवाला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हुए बड़े खुलासे, 'आप' पर उठे सवाल

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