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दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में पहुंचाने वाला एक्सप्रेस वे कहां-कहां से गुज़रेगा?

मंत्री कह रहे हैं कि आने वाले टाइम में इस पर बिजली वाले ट्र्क चलेंगे.

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दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे के लिए काम शुरु हो चुका है. (file India Today)
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3 फ़रवरी 2020 (Updated: 3 फ़रवरी 2020, 12:10 PM IST) कॉमेंट्स
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सरकार नया एक्सप्रेस वे बनाने जा रही है. दिल्ली से मुंबई के बीच. इससे 12 घंटे में सफर पूरा हो जाएगा. अभी 24-25 घंटे लग जाते हैं. नए एक्सप्रेस वे में आठ लेन होंगी. यानी आने की चार लेन और जाने की चार लेन. इसे सुपर एक्सप्रेस वे कहा जा रहा है. कहा जा रहा है कि इसपर 150 किलोमीटर की रफ्तार से गाड़ी चलाई जा सकेगी. रोजाना तीन लाख गाड़ियां इस पर चलने की उम्मीद है. अभी हाइवे पर गाड़ी चलाने की स्पीड 70-80 किलोमीटर के करीब होती है. केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 2016 में सबसे पहले नए एक्सप्रेस वे की बात छेड़ी थी. और साल 2018 में इसकी घोषणा की थी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले दिनों आम बजट के दौरान इसके लिए पैसे देने का ऐलान भी कर दिया.
अभी कैसा है दिल्ली-मुंबई का सफर?
दिल्ली से मुंबई की दूरी 1400 किलोमीटर से ज्यादा है. कार से जाने में तकरीबन 24 घंटे लगते हैं. सबसे लोकप्रिय रास्ता एनएच-8 है. यह हरियाणा, राजस्थान और गुजरात से होते हुए जाता है. इसके अलावा बाकी रास्तों से भी 24 घंटे से ज़्यादा लगते हैं. ट्रेन से भी 18-20 घंटे लगते हैं. राजधानी एक्सप्रेस सबसे कम समय लेती है जो 16 घंटे में दिल्ली से मुंबई ले जाती है.
दिल्ली से मुंबई जाने का वर्तमान में सबसे लोकप्रिय रास्ता नेशनल हाईवे संख्या-8 है. दिल्ली से मुंबई जाने का वर्तमान में सबसे लोकप्रिय रास्ता नेशनल हाईवे संख्या-8 है. (PTI)

पुराने और नए एक्सप्रेस वे में क्या अंतर?
एनएच-8 गुरुग्राम से जयपुर, अजमेर, उदयपुर, वड़ोदरा और सूरत होते हुए जाता है. नया वाला गुरुग्राम के बाद जयपुर से सवाई माधोपुऱ कोटा, उज्जैन, गोधरा और अहमदाबाद होते हुए मुंबई जाएगा. इसकी दूरी 1250 किलोमीटर होगी. यह रास्ता हरियाणा के मेवात और गुजरात के दाहोद जैसे पिछड़े जिलों से होकर निकलेगा. इस वजह से इसकी लागत में कमी आने का दावा है. नया एक्सप्रेस वे नरेंद्र मोदी सरकार की भारतमाला परियोजना के तहत बनेगा. यह राजस्थान में सबसे ज्यादा दूरी (380 किमी) तय करेगा. वहीं हरियाणा में सबसे कम (80 किमी) दूरी होगी.
कैसा होगा नया एक्सप्रेस वे?
नया एक्सप्रेस वे बनाने पर 1.03 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे. यह गुरुग्राम के आगे सोहना से शुरु होगा. इसके बनने के बाद दिल्ली-मुंबई की दूरी 280 किलोमीटर कम हो जाएगी. नया रास्ता हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से होकर जाएगा. सरकार 3 साल में बनाने की बात कह रही है. यानी 2023 में इसके शुरु होने की उम्मीद है. यह अब तक का सबसे बड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट है.
पिछले दिनों गडकरी ने कहा था कि एक्सप्रेस वे का काम शुरु हो चुका है. अभी 51 में से 18 हिस्सों पर काम हो रहा है. उन्होंने कहा था कि इस रास्ते को इलेक्ट्रिक हाईवे बनाया जा सकता है. मतलब है कि आने वाले समय में इस पर यूरोप की तरह बिजली से चलने वाले ट्रक-बस चलेंगे.
25 अक्टूबर 2017 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारतमाला प्रोजेक्ट का एलान किया था. (फोटो: पीआईबी) 25 अक्टूबर 2017 को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारतमाला प्रोजेक्ट का एलान किया था. (फोटो: पीआईबी)

इस एक्सप्रेस वे के आसपास 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे. साथ ही इसके किनारे नए शहर, औद्योगिक इलाके और ट्रांसपोर्ट नगर बनाए जाएंगे.
हाईवे-एक्सप्रेस वे में क्या अंतर?
हाईवे में चार लेन होती है. यानी दो आने के रास्ते और दो जाने के रास्ते. इस पर गाड़ी चलाने की अधिकतम स्पीड 70-80 किमी प्रति घंटे होती है. एक्सप्रेस वे में चार से ज्यादा लेन होती है. साथ ही गाड़ी चलाने की स्पीड 100 किमी प्रति घंटे से ज्यादा होती है.


Video: बजट 2020: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का ऐलान, बैंक अब 5 lakh का होगा

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