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लालू यादव के तीसरे बेटे पर तेजस्वी यादव ने क्या कहा?

जेडीयू प्रवक्ता ने कहा था कि लालू यादव के तीसरे बेटे का नाम तरुण यादव है.

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Tej Pratav Yadav With His Brother Tejashwi Yadav
बड़े भाई तेज प्रताप यादव के साथ तेजस्वी यादव (फोटो: Twitter | Tej Pratap Yadav)
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अभय शर्मा
12 जून 2020 (Updated: 12 जून 2020, 12:19 PM IST) कॉमेंट्स
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11 जून को RJD सुप्रीमो लालू यादव का जन्मदिन था. इसी दिन एक ऐसी खबर फैल गई, जिससे न सिर्फ लालू बल्कि उनके पूरे परिवार पर सवाल खड़ा हो गया. जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने दावा कर दिया कि लालू यादव के दो नहीं तीन बेटे हैं. तीसरे बेटे का नाम तरुण यादव है. नीरज कुमार के दावे का मजमून कुछ ऐसा है,
1993 में जब लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे. तब उन्होंने गोपालगंज जिले के अपने पैत्रिक गांव फुलवारिया में एक ज़मीन खरीदी. इस ज़मीन की रजिस्ट्री उन्होंने अपने बेटे 'तरुण यादव' के नाम करवाई. यह जमीन गांव के ही रहनेवाले प्रमोद कुमार सिंह से खरीदी गई थी. रजिस्ट्री के पेपर पर पिता की जगह लालू यादव का नाम लिखा था.
तरुण यादव वल्द लालू यादव. नीरज कुमार के मुंह से ये शब्द निकले और बिहार में राजनीतिक बखेड़ा हो गया. क्योंकि सबको तो यही पता है कि लालू यादव के दो बेटे हैं. तेज प्रताप और तेजस्वी. फिर ये तरुण यादव कौन है? मामले पर राजद ने क्या कहा है? जदयू के इस सनसनीखेज आरोप पर लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने दैनिक जागरण से बातचीत में जवाब दिया. कहा,
मेरा ही निकनेम तरुण है और यह सबको पता है. जब मैं जब क्रिकेट खेलता था तब भी मेरे सभी दोस्तों को पता था कि मेरा नाम तरुण है. जैसे तेजप्रताप भैया का निकनेम तेजू है वैसे ही मेरा नाम तरुण है. मैं ही तरुण यादव हूं. ये परिवार के एक-एक सदस्य, बाहर के लोगों को, मेरे दोस्तों को, सबको मालूम है.
इस मामले पर लालू यादव की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने जदयू पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा,
इस तरह की घटिया राजनीति बिहार में हो रही है. लोग अब हमारे परिवार पर निजी हमले करने में लग गए हैं. घर में लोग प्यार से किसी को भी निकनेम से बुलाते हैं और तेजस्वी का निकनेम तरुण है और यह सभी जानते हैं. ये सुनकर आश्चर्य होता है कि ये कैसी राजनीति हो रही है. कल मेरे पिताजी का जन्मदिन था, उसी दिन इस तरह की बातें शोभा नहीं देती.
जमीन की रजिस्ट्री तेजस्वी यादव के असली नाम से क्यों नहीं कराई गई? इस पर राजद या लालू परिवार की ओर से अभी जवाब दिया जाना बाकी है. लालू परिवार पर पहले से भी चुनाव में टिकट देने के बदले जमीन रजिस्ट्री कराने के आरोप लगे हैं. 90 के दशक में लालू यादव की सरकार में मंत्री रहे ब्रजबिहारी प्रसाद की पत्नी रमा देवी (शिवहर की मौजूदा भाजपा सांसद) ने मुजफ्फरपुर जिले की अपनी एक जमीन की रजिस्ट्री लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के नाम पर की थी. यह मामला काफी चर्चित हुआ था.

ये स्टोरी हमारे साथी अभिषेक ने की है.


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