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दुनियादारी: थाईलैंड में भांग की खेती को मिली कानूनी मंजूरी, लेकिन कुछ शर्तों के साथ

थाईलैंड भांग की खेती को मंजूरी देने वाला एशिया का पहला देश बन गया है.

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भांग का पौधा (फोटो: इंडिया टुडे)
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अभिषेक
9 जून 2022 (Updated: 20 जून 2022, 08:44 PM IST) कॉमेंट्स
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दक्षिण-पूर्वी एशिया का एक देश है, थाईलैंड. बांग्लादेश और म्यांमार के बाद थाईलैंड आता है. इस देश में ड्रग्स से जुड़े सबसे सख़्त कानून हैं. ड्रग्स के इस्तेमाल के लिए थाईलैंड में मौत की सज़ा तक का प्रावधान है. लेकिन यहीं एक करिश्मा हुआ है. थाईलैंड ने भांग की खेती और बिक्री को लीगल बना दिया है. वो ऐसा करने वाला एशिया का पहला देश बन गया है.

थाईलैंड ने भांग को लीगल क्यों बनाया?

08 जून 2022 की तारीख़ को थाईलैंड सरकार ने भांग की खेती को इजाज़त दे दी है. कुछ प्रतिबंधों के साथ. सरकार ने मैरुआना को प्रतिबंधित नारकोटिक्स की लिस्ट से बाहर कर दिया है. इससे क्या होगा? अब थाईलैंड में लोग अपने घरों में भांग की खेती कर सकेंगे. और, उसे बेच भी सकते हैं. 2021 की एक रिपोर्ट के अनुसार, थाईलैंड दुनिया के उन चुनिंदा देशों में से है, जहां की जेलों में तय क्षमता से अधिक क़ैदी बंद थे. इनमें से 80 प्रतिशत क़ैदी ड्रग्स से जुड़े मामलों में पकड़े गए थे. 2021 में सरकार ने नियमों में कुछ ढील दी. पुनर्वास केंद्र स्थापित किए. ड्रग्स से जुड़े अपराधों को उनकी गंभीरता के आधार पर विभाजित किया. हालांकि, इससे बहुत फ़र्क़ नहीं पड़ा.

सामाजिक कार्यकर्ता मांग कर रहे थे कि भांग के रिक्रिएशनल यूज़ को मंजूरी दी जाए. रिक्रिएशनल यूज़ का मतलब क्या है? जब भांग का इस्तेमाल मेडिकल कंडीशन की बजाय निजी आनंद के लिए किया जाए. थाईलैंड ने इस दफ़ा भी रिक्रिएशनल यूज़ पर लगा प्रतिबंध बरकरार रखा है. अब समझते हैं कि सरकार ने किस चीज़ की इजाज़त दी है?

- अब से लोग अपने घर पर अधिकतम भांग के 06 पौधे लगा सकते हैं. इसके लिए उन्हें सरकार से इजाज़त लेनी होगी. कंपनियां भी तय मात्रा में भांग की खेती कर सकतीं है. बशर्ते उनके पास सरकारी परमिट हो. होटल और रेस्टोरेंट में भी भांग से बनने वाला खाना या ड्रिंक परोसे जा सकते हैं. थाईलैंड के अस्पताल भांग के ज़रिए मरीज़ों का इलाज़ करने के लिए आज़ाद होंगे. थाईलैंड ने 2018 में ही भांग के मेडिकल इस्तेमाल की इजाज़त दे दी थी. नए कानून के आने के बाद जेल में बंद 04 हज़ार से अधिक क़ैदियों को राहत मिलेगी. उन्हें जल्द-से-जल्द रिहा करने की योजना है.

बता दें कि अभी भी तय स्तर से अधिक केमिकल वाला ड्रग बेचना या सप्लाई करना अवैध है. सड़क पर चलते हुए गांजा पीना लीगल नहीं है. यानी, अभी थाईलैंड में कोई व्यक्ति नशाखोरी के लिए भांग का इस्तेमाल नहीं कर सकता. अगर कोई ऐसा करते पकड़ा गया तो उसे तीन महीने की जेल हो सकती है या 60 हज़ार रुपये तक का ज़ुर्माना लगाया जा सकता है.

थाईलैंड सरकार ने भांग को लीगल क्यों बनाया?

पहली वजह टूरिज्म से जुड़ी है. कोविड महामारी के चलते दुनियाभर के देशों में पर्यटन बाधित हुआ. इसके चलते उन देशों की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई. श्रीलंका की हालत हम देख ही रहे हैं. थाईलैंड की स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है. थाईलैंड की इकॉनमी का बड़ा हिस्सा टूरिज़्म पर टिका है. कोविड-युग बीतने के बाद टूरिज्म सेक्टर बूम पर है. थाईलैंड सरकार को उम्मीद है कि इस फ़ैसले से टूरिज़्म इंडस्ट्री पटरी पर लौट आएगी. हालांकि, टूरिस्टों के लिए गांजा पीने पर बैन रहेगा. थाईलैंड के हेल्थ मिनिस्टर ने सीएनएन को दिए इंटरव्यू में कहा कि अगर आप भांग पर आधारित इलाज कराने के लिए हमारे देश में आते हैं तो, आपका स्वागत रहेगा. अगर आप ये सोच रहे हैं कि आप हमारे देश में आकर खुलेआम नशा कर सकते हैं तो आपकी भूल है. 'यू आर नॉट वेलकम देन'.

दूसरी वजह जेलों से जुड़ी है. जैसा कि हमने बताया, थाईलैंड की जेलों में 80 प्रतिशत से अधिक क़ैदी ड्रग्स से जुड़े आरोपों में बंद हैं. जेलों में भीड़ बढ़ रही है. इसके चलते जेलों के अंदर हिंसा बढ़ रही है. सरकारी मशीनरी के लिए उसको कंट्रोल करना मुश्किल हो रहा है. तीसरी वजह अर्थव्यवस्था से जुड़ी है. थाईलैंड सरकार को उम्मीद है कि भांग को लीगल बनाने से सरकार को हर साल लगभग 15 हज़ार करोड़ रुपये तक की आमदनी होगी. थाईलैंड का कृषि मंत्रालय दस लाख भांग के पौधे फ़्री में बांटने की योजना बना रहा है. चौथी वजह वैध बनाम अवैध की बहस से जुड़ी है. जानकारों का मानना है कि कानूनी सख़्ती के चलते ड्रग्स का अवैध इस्तेमाल बढ़ता है. गैंग्स को फलने-फूलने का मौका मिलता है. सरकार के फ़ैसले से इसके ऊपर भी लगाम लगाई जा सकेगी.

भांग को लीगल बनाने से कौनसे बदलाव होंगे?

जानकारों की मानें तो सरकार की पहल अच्छी है. आने वाले समय में इसमें और ढील दी जाएगी. लेकिन एक सच ये भी है कि मेडिकल और पर्सनल यूज़ के बीच की रेखा बहुत पहले मिट चुकी है. थाईलैंड में कानून बनने से पहले भांग से जुड़े उत्पादों का इस्तेमाल होता आ रहा है. देखना दिलचस्प होगा कि सरकार कितनी बारीक़ी से मात्रा का ख़याल रख पाती है.

वीडियो: थाईलैंड ने भांग की खेती को कानूनी इजाज़त क्यों दे दी है, फायदे-नुकसान क्या?

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