गीतांजलि श्री से पहले इन भारतीय उपन्यासकारों को मिल चुका है प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार
लेखिका गीतांजलि श्री के अनुवादित उपन्यास "टूंब ऑफ सैंड" को अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज मिला है. उनसे पहले किन भारतीयों या भारतीय मूल के लेखकों को ये प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया है?
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बुकर प्राइज जीतने वालीं गीतांजलि श्री ने टूंब ऑफ सैंड के अनुवाद की ये कहानी सुना दी