आसान भाषा में: ISRO के एलन मस्क से हाथ मिलाने के बाद अंतरिक्ष में क्या होने वाला है?
GSAT-N2 एक कम्युनिकेशन सैटेलाइट है. जिसे दूरदराज के इलाकों में बेहतर कम्युनिकेशन और इंटरनेट सुविधा के लिए लॉन्च किया जा रहा है.
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9 अप्रैल 1975, भारत ने अपना पहला सैटेलाइट 'aryabhatt' लॉन्च किया. ये भारत के लिए गर्व और खुशी का मौका था. तब भारत के पास खुद के रॉकेट नहीं थे. इसलिए आर्यभट्ट को एक सोवियत KOSMOS-3M रॉकेट से लॉन्च किया गया था. तब से लेकर अब तक भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में खूब तरक्की कर ली है . न सिर्फ खुद के बल्कि अब भारत अन्य देशों के सैटेलाइट भी लॉन्च करता है. हालांकि मदद कभी एक तरफ़ा नहीं होती. हाथ से हाथ मिलेंगे तभी आसमान से आगे कदम बढ़ेंगे, तो अब खबर ये है कि इसरो सैटेलाइट लांच के लिए एक विदेशी कम्पनी की मदद लेने जा रहा है. और ये कंपनी और कोई नहीं, टेस्ला और एक्स वाले एलोन मस्क की स्पेस एक्स है. क्या है पूरा मामला जानने के लिए देखें वीडियो.