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पंजाब के सोनू निगम की स्वीमिंग पूल में मौत: हत्या या एक्सीडेंट

Star Voice Of India का विनर बनने का स्वाद अभी चख ही रहे थे कि वो फूल से गायक आज ही के दिन सब को अलविदा कह गए.

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फोटो - thelallantop
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रजत सैन
29 जुलाई 2019 (Updated: 29 जुलाई 2019, 06:07 AM IST) कॉमेंट्स
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इश्मीत सिंह. 19 साल की छोटी सी उमर में अपनी गायिकी से लोगों के दिलों पर अपनी छाप छोड़ दी. Star Voice Of India के विनर बने तो, लुधियाना के इस लड़के से पूरा देश वाकिफ हो गया. शर्मीले मिज़ाज के दिखने वाले इश्मीत बाकी पंजाबी गायकों से बिल्कुल अलग सॉफ्ट और मेलोडी गाया करते. लोग उनका गाना सुनते तो कभी बॉलीवुड सिंगर सोनू निगम से कम्पेयर करते, तो कभी शान से. यहां तक की एक बार तो शान भी उनके साथ गाने के बाद बोले कि उन्हें पता नहीं चला कि कौन सी लाइन उन्होंने गाई और कौन सी इश्मीत ने. Star Voice Of India में सिंगर अभिजीत और अल्का याग्निक के फेवरेट रहे. विनर ट्रॉफी मिली लता मंगेशकर से. और इसके बाद का सफर जो इश्मीत ने तय करना शुरू किया, शायद वो हर नौजवान की ख्वाहिश होती होगी. वो जहां भी जाते, उस से पहले वहां पहुंचते उनके फैंस. हाथ में पेन और पेपर लिए ऑटोग्राफ का इंतज़ार करते. पॉपुलैरिटी देश से बढ़कर विदेशों तक जा पहुंची. कन्सर्ट के लिए बाहर से इंविटेशन आने लगे. वो गाते, तो लोग उनकी मिश्री सी आवाज़ में घुल जाते.

कुछ लोग फूल से होते हैं. कोमल, रंगीन, शांत, सुंदर. आप उन्हें देखते हैं, तो अच्छा महसूस करते हैं. पास जाते हैं, तो उनकी महक को अपने साथ संजोए रखते हैं. इश्मीत भी बिल्कुल वैसे ही जान पड़ते हैं. उनके चेहरे को देख जो सुकून मिलता था, वही उनकी गायिकी में भी रिफ्लेक्ट होता.

https://www.youtube.com/watch?v=VRPRYMt_o0g

 वो फूल फीका पड़ चुका है. अपनी गायिकी से किसी को महकाता नहीं, सिर्फ रुलाता है और अपनी याद दिलाता है. सफलता और पॉपुलैरिटी की सीढ़ी पर कदम रखने शुरू ही किए थे कि किस्मत ने यू-टर्न मारा और इश्मीत हम सबसे दूर चले गए. एक परफार्मेंस के सिलसिले में इश्मीत मालदीव गए थे. 1 अगस्त, 2008 को वो परफॉर्म करने वाले थे. लेकिन 2 दिन पहले 29 जुलाई, को होटल के स्वीमिंग पूल में उनकी लाश मिली. खबर भारत तक पहुंची, तो किसी को भी यकीन ना हुआ. सवाल उठने लगे कि आखिर इश्मीत की मौत हुई कैसे! दरअसल इश्मीत को स्विमिंग नहीं आती थी और ऐसे में उनका स्विमिंग में जाना हज़म होने वाली बात नहीं थी. इसके बाद कहा गया कि पैर स्लिप होने की वजह से इश्मीत पूल में गिरे और उनकी मौत हुई. लेकिन उनके सिर पर एक चोट भी लगी थी और पूल में ऐसी कोई नुकीली चीज़ थी नहीं, जो सिर पर इतना गहरा घाव करती. सस्पेंस बना रहा. रिपोर्ट पर रिपोर्ट आती रही. भारतीय सरकार ने भी गुहार लगाई कि मामले की सही तरह जांच हो. पोस्टमार्टम में आया कि सिर पर चोट लग जाने के बाद पानी में डूबने से ही इश्मीत की मौत हुई. घर वालों का कहना था कि हो सकता है किसी ने आपसी रंजिश के चलते उनके बेटे को मारा हो. सब अपनी-अपनी समझ से अनुमान लगाते रहे, लेकिन हाथ कुछ ना आया. इश्मीत की मौत मिस्ट्री बन कर ही रह गई.

https://www.youtube.com/watch?v=LzpCTXOxduM इश्मीत मुम्बई के एक कॉलेज से बी.कॉम कर रहे थे. अक्सर कहा करते थे कि वो बड़े होकर सीए बनेंगे. लेकिन किस्मत में सिंगर बनकर ही नाम कमाना लिखा था. सिंगिग कॉम्पिटीशन में हिस्सा लेने से पहले भी इश्मीत अपनी गायिकी की वजह से लोकल लोगों में फेमस थे. वो ज़्यादातर भजन कीर्तन वाले गाने ही गाया करते थे. लेकिन सिंगिग कॉम्पिटीशन की जीत ने इश्मीत को एक मेलोडी गायक के रूप में उभारा. नवम्बर 2007 का दिन जब लता मंगेश्कर ने विनर ट्रॉफी दी, तो इश्मीत ने वादा किया कि सबसे पहले वो गुरुबाणी की एक एलबम रिलीज़ करेंगे. वादे के मुताबिक इश्मीत ने ‘सतगुर तुम्हारे काज संवारे’ से प्रोफेशनल सिंगिग में डेब्यू किया. इसके बाद बैंकॉक, हॉन्गकॉन्ग और मलेशिया जैसे देशों से इश्मीत को न्योते भी आने लगे. लेकिन सक्सेस का स्वाद चखे अभी कुछ ही महीने हुए थे कि वो जलता चिराग हमेशा के लिए बुझ गया. और पीछे छोड़ गया अपने गाने, जो हमेशा उसको हमारी यादों में ज़िंदा रखेंगे. https://www.youtube.com/watch?v=C3qaCeRHxbM
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