सौरव गांगुली. बीसीसीआई चीफ. पिछले दिनों उन्हें हार्ट अटैक आया. उनका इलाज चल रहा है. रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी सेहत में सुधार है. गांगुली के हार्ट अटैक की खबर आते ही वो तेल चर्चा में आ गया जिसका विज्ञापन वो करते हैं.
माने फॉर्च्यून का राइस ब्रान तेल. जिसे दिल की सेहत के लिए सुरक्षित और अच्छा बताया जाता है. सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हुई. तेल की भी और दादा की भी. इस विवाद के बाद तेल को बनाने वाली कंपनी यानी अडानी विलमर ने तेल के सौरव गांगुली वाले विज्ञापन रोक दिए. अडानी समूह ने सफाई दी कि कंपनी ने थोड़े वक्त के लिए ब्रेक लिया है.
ये पहला मौका नहीं है जब विवाद के चलते किसी कंपनी ने अपने प्रोडक्ट के ऐड हटाए हों. आइए एक नज़र डालते हैं, इस तरह के और विवादों पर.
#1 कैंट आटा मेकर

मई 2020 में कैंट आटा और ब्रेड मेकर का ऐड आया. इसमें सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी और उनकी बेटी ईशा देओल की फोटो लगी थी. इस ऐड में लिखा गया था-
क्या आप अपनी मेड को हाथ से आटा गूंथने देते हैं? हो सकता है कि उसके हाथ इन्फेक्टेड हों.
इस ऐड को क्लासिस्ट बताते हुए लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब विरोध किया. बात बढ़ी तो हेमा मालिनी ने कहा कि यह उनके मूल्यों के अनुरूप नहीं है. वह समाज के सभी वर्गों का सम्मान करती हैं और उनके साथ हैं.
इसके बाद कैंट के चेयरमैन महेश गुप्ता ने ऐड के लिए माफ़ी मांगी. कहा कि ये ऐड अजनाने में गलत तरीके से प्रसारित किया गया. ऐड को हटा लिया गया.
#2 ओला 525

टैक्सी एग्रीगेटर कंपनी ओला ने अप्रैल 2016 में एक विडियो ऐड जारी किया था. इस ऐड में एक लड़का कहता नज़र आता है-
मेरी गर्लफ्रेंड चलती है 525 रुपये प्रति किलोमीटर लेकिन ओला माइक्रो चलती है सिर्फ 6 रुपये प्रति किलोमीटर.
इस ऐड पर भी लोगों ने सोशल मीडिया पर हल्ला काटा. कहा कि ऐड महिला विरोधी है. महिला को लालची पोट्रे किया गया है. इसके बाद ओला की नींद खुली और उसने ट्विटर पर माफी मांगी. साथ ही ऐड को हटा लिया.
#3 मैनफोर्स कंडोम

2017 नवरात्र के दौरान मैनफोर्स कंडोम ने गुजरात में करीब 500 होर्डिंग्स लगाए. इस होर्डिंग्स में सनी लियोनी की तस्वीर के साथ गुजराती में लिखा गया था-
इस नवरात्रि, खेलो मगर प्यार से.
इस ऐड का इतना विरोध हुआ कि मैनफ़ोर्स को सारे होर्डिंग्स हटाने पड़े और माफ़ी मांगनी पड़ी. मैनफ़ोर्स ने अपने बयान में कहा था कि ऐड किसी की भावनाओं को आहात करने के लिए नहीं था.
#4 ज़ोमैटो MC, BC

नवंबर 2017 में फूड डिलीवरी ऐप ज़ोमैटो के कई होर्डिंग्स दिखे. इन पर बड़े अक्षरों में MC (मैक एंड चीज़) और BC (बटर चिकन) लिखा हुआ था. हिंदी में लोग इस शब्द का इस्तेमाल गाली देने के लिए भी करते हैं. ऐसे में इन होर्डिंग्स का विरोध होना शुरू हुआ. मामला बढ़ा तो कंपनी ने माफ़ी मांगी. कंपनी के को-फाउंडर पंकज चड्डा ने कहा- यह हमारा इरादा नहीं था. हम समझ सकते हैं कि इस ऐड ने लोगों को दुखी किया है. इसके लिए हम माफ़ी मांगते हैं. हम इस ऐड को तत्काल वापस ले रहे हैं.
#5 दिल्ली पुलिस

2013 में दिल्ली पुलिस ने एक ऐड जारी किया था. इसमें लिखा गया था-
इससे पहले कि कोई उसे सिर काटना सिखाए, आप उसे प्याज़ काटना सिखाएं.
यह पोस्ट दिल्ली पुलिस युवा फाउंडेशन द्वारा जारी किया गया था. कई लोगों ने इस पोस्टर का विरोध किया. पूछा कि क्या बच्चों का भविष्य सिर्फ प्याज छीलने और सिर काटने में है? दिल्ली पुलिस को असंवेदनशील बताया गया. ये वो वक्त था जब दिल्ली में लगातार बलात्कार और हत्याएं हो रही थी. इस पोस्टर के विरोध में लोग सड़कों पर आ गए.
मामला बढ़ता देख दिल्ली पुलिस ने विज्ञापन वापस ले लिया. दिल्ली पुलिस के एक प्रवक्ता ने मामले को लेकर कहा था कि वह ऐड गली के बच्चों के गरिमा के अनुकूल नहीं था. ऐसे में हम उन सभी से माफ़ी मांगते हैं जो उस ऐड से नाराज़ थे.
#6 हिंदुस्तान यूनिलीवर और कुम्भ
जनवरी से मार्च 2019 के दौरान इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में कुम्भ मेला लगा. देश और दुनिया के कई लोग पहुंचे. इतने बड़े आयोजन को देखते हुए कई कंपनियों ने ऐड बनाए. इसी कड़ी में हिंदुस्तान यूनिलीवर ने भी एक ऐड बनाया. रेड लेबल चाय के इस ऐड में कहा गया-
कुम्भ मेला एक ऐसी जगह है जहां बुजुर्गों को अपने हाल पर छोड़ दिया जाता है, क्या यह दुख की बात नहीं है कि हम अपने बुजुर्गों की परवाह नहीं करते?
लोगों ने सोशल मीडिया पर हिंदुस्तान यूनिलीवर के विरोध में लिखना शुरू किया. लिखा कि कुंभ मेले को ऐसी जगह के तौर पर दर्शाया जहां लोग अपने बुज़ुर्गों से हमेशा के लिए छुटकारा पाने के लिए आते हैं.
मामला बढ़ता देख हिंदुस्तान यूनिलीवर ने विडियो ऐड को वापस ले लिया और एक बेहतर संदेश के साथ दोबारा से इसे फिर से पोस्ट किया.
.@RedLabelChai encourages us to hold the hands of those who made us who we are. Watch the heart-warming video #ApnoKoApnao pic.twitter.com/P3mZCsltmt
— Hindustan Unilever (@HUL_News) March 7, 2019
#7 जैक एंड जोंस

कपड़े बनाने वाली कंपनी जैक एंड जोंस ने 2016 में एक ऐड किया. इसमें एक्टर रणवीर सिंह ने एक लड़की को कंधे पर उठा रखा है और बगल में हेडिंग लगी थी-
डोंट होल्ड बैक. टेक योर वर्क होम.
यानी रुको मत, अपना काम घर लेकर जाओ.
इस ऐड का खूब विरोध हुआ. इसे सेक्सिस्ट, रेसिस्ट बताया गया. सोशल मीडिया पर लोगों ने कहा कि इस ऐड में लड़की को एक ऑब्जेक्ट के तौर पर दिखाया गया है. इसे बर्दाश्त के बाहर बताया गया. मामला बढ़ता देख जैक एंड जोंस ने माफ़ी मांग ली. खुद को प्रोग्रेसिव ब्रांड बताते हुए होर्डिंग्स हटवा लीं.
#8 जावेद हबीब

जावेद हबीब हेयरस्टाइलिस्ट हैं. उनके नाम से ही देशभर में सलून फ्रेंचाइज़ चलती है. 2017 में इस सलून ने एक ऐड जारी किया जिसमें कहा गया कि हमारे सलून में तो भगवान भी आते हैं.
इसका हिंदू संगठनों ने भारी विरोध किया. कई सलून्स में तोड़फोड़ की गई. लोगों ने लिखा कि इस ऐड से हिंदू देवी-देवताओं का मज़ाक उड़ाया गया है. मामला बढ़ता देख जावेद हबीब ने माफ़ी मांग ली. कहा कि यह ऐड उनकी जानकारी के बिना रिलीज़ किया गया था.
#9 तनिष्क
2020 के नवरात्र के करीब तनिष्क का एक 45 सेकेंड का विडियो ऐड आया. यह ऐड हिंदू-मुस्लिम विवाह से संबंधित था. इसमें हिंदू दुल्हन के मुस्लिम ससुराल में उसकी गोद भराई वाले रस्म को दिखाया गया. विडियो में दुल्हन चकित और खुश होती है कि उसके ससुराल वाले ऐसे रस्म को निभा रहे हैं जो उनके धर्म का हिस्सा नहीं है.
इस ऐड को लेकर लोगों ने सोशल मीडिया पर तनिष्क का विरोध करना शुरू कर दिया. कई लोग इसे ‘लव जिहाद’ से जोड़ने लगे. विज्ञापन हटाने की मांग करने लगे. तनिष्क के कई स्टोर्स पर हमले भी हुए. हालांकि, कई लोगों को इस विडियो में कोई दिक्कत नहीं दिखी. उन्हें यह विडियो भाईचारा का पैगाम देने वाला लगा.
Tanishq has officially withdrawn their ad after being trolled viciously. Here’s why this is a very sad state of affairs, and context from other such ads that were trolled (and some, withdrawn) https://t.co/Nb0cSiTPHX pic.twitter.com/sn3IMBqdmC
— Karthik (@beastoftraal) October 13, 2020
लेकिन मामला बढ़ता देख तनिष्क ने अपने प्लेटफॉर्म्स से ऐड हटा लिया. तनिष्क की तरफ से कहा गया- हम बिना मतलब लोगों के इस तरह उत्तेजित होने से बहुत दुखी हैं. अपने कर्मचारियों की सुरक्षा और लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए हम इस ऐड को वापस ले रहे हैं.
#10 इरोज़ नाउ

इरोज़ नाउ ने 2020 नवरात्रि के दौरान कई तस्वीरें पोस्ट की. एक पोस्ट में लिखा था-
शरारती होइए, स्वीट तो मिठाई भी है.
एक और पोस्ट में लिखा-
डू यू वांट टू पुट द रात्रि इन माई नवरात्रि?
एक और पोस्ट में लिखा-
डांडिया खेलने के लिए तुम्हें डंडी की जरूरत है- मेरे पास है.
इन पोस्ट्स पर सोशल मीडिया उबल पड़ा. लोगों ने इरोज़ नाउ के इन पोस्ट्स को धार्मिक भावना आहत करने वाला, द्विअर्थी और अश्लील बताया. मामला बढ़ा तो इरोज़ नाउ ने माफ़ी मांगते हुए ऐसे सभी पोस्ट हटा लिए. कहा कि हम सभी संस्कृतियों का समान रूप से आदर करते हैं. हमारा मकसद किसी भी भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था. हमने सभी संबंधित पोस्ट्स हटा लिए हैं और उन सभी से माफ़ी मांगते हैं जिनकी भावनाएं आहत हुईं हैं.
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