16 जुलाई 2025 को छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाया. कोर्ट ने कहा कि अगर कोई पति अपनी पत्नी से उसके मोबाइल फोन या बैंक खाते का पासवर्ड जबरदस्ती मांगता है. यह घरेलू हिंसा माना जाएगा. यह उसकी निजता (प्राइवेसी) का सीधा उल्लंघन है. जज राकेश मोहन पांडे ने कहा कि शादी होने का मतलब ये नहीं कि पति को पत्नी की हर निजी जानकारी तक बिना इजाजत पहुंच मिल जाए. शादी में विश्वास और नजदीकी जरूरी हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोई अपनी व्यक्तिगत सीमाएं छोड़ दे. अधिक जानने के लिए देखें वीडियो.