The Lallantop
Advertisement

केरल एयरपोर्ट पर खड़ा ब्रिटिश फाइटर जेट F-35 होगा 'टुकड़े-टुकड़े'!

यूनाइटेड किंगडम से 40 सदस्यों वाली एक टीम 5 जुलाई को इसके मरम्मत कार्य के लिए तिरुवनंतपुरम पहुंचने वाली है. इस टीम में विशेषज्ञ और एक टो वाहन शामिल होगा.

Advertisement
UK's F-35 fighter jet can't fly back, may be dismantled to move from Kerala
जेट 15 जून को HMS प्रिंस ऑफ वेल्स पर वापस नहीं लौट पाया था, जिसके बाद इसे केरल हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया था. (फोटो- PTI)
pic
प्रशांत सिंह
3 जुलाई 2025 (Published: 10:02 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

केरल के तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़े ब्रिटेन के स्टेल्थ फाइटर जेट F-35B को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. लगभग 20 दिन पहले इमरजेंसी लैंडिंग करने वाले इस जेट की मरम्मत के कई प्रयास किए गए, लेकिन इसे ठीक नहीं किया जा सका है. अब जानकारी ये है कि इस जेट को टुकड़ों में करके वापस ले जाया जाएगा.

C-17 ग्लोबमास्टर से ले जाएंगे!

इंडिया टुडे से जुड़ीं शिवानी वर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक यूनाइटेड किंगडम से 40 सदस्यों वाली एक टीम 5 जुलाई को विमान के मरम्मत कार्य के लिए तिरुवनंतपुरम पहुंचने वाली है. इस टीम में विशेषज्ञ और एक टो वाहन शामिल होगा. फील्ड रिपेयर के प्रयासों में अभी तक सफलता न मिलने के कारण, यूनाइटेड किंगडम अब इस विमान को C-17 ग्लोबमास्टर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट में ले जाने के विकल्प पर विचार कर रहा है.

15 जून को की लैंडिंग

लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित पांचवी जनरेशन का F-35B एक शॉर्ट टेक-ऑफ और वर्टिकल लैंडिंग (STOVL) जेट है. ये विमान 15 जून को HMS प्रिंस ऑफ वेल्स पर वापस नहीं लौट पाया था, जिसके बाद इसे केरल हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया था. ब्रिटिश उच्चायोग द्वारा पिछले हफ्ते जारी किए गए एक बयान के अनुसार, विमान को प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी.

हालांकि, लैंडिंग के बाद विमान में कुछ समस्या उत्पन्न हो गई. जिसे ब्रिटिश अधिकारियों ने "इंजीनियरिंग समस्या" बताया है. इस कारण ये उड़ान भरने में असमर्थ हो गया है. सूत्रों ने पुष्टि की है कि प्रारंभिक जांच की गई थी, लेकिन समस्या को ठीक करने के प्रयास असफल रहे. रॉयल नेवी ने तब से यूनाइटेड किंगडम से विशेषज्ञ इंजीनियरों की एक टीम को तैनात किया है जो एडवांस उपकरणों के साथ पहुंचे हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एयरपोर्ट अधिकारी और भारतीय वायु सेना (IAF) दोनों मिलकर जेट को Maintenance, Repair and Overhaul (MRO) हैंगर में ले जाने की तैयारी कर रहे थे. जिसके बाद वायु सेना ने पुष्टि की कि रॉयल नेवी के अनुरोध पर उन्हें सैन्य सहायता प्रदान की गई थी.

वीडियो: ब्रिटिश नेवी के अटके जहाज के सहारे केरल टूरिज्म का प्रमोशन, पोस्ट हुआ वायरल

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement