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सऊदी अरब के 'स्लीपिंग प्रिंस' का निधन, 2 दशक से बिस्तर पर थे 36 साल के अल वलीद बिन खालिद

Saudi Sleeping Prince died: प्रिंस अल वलीद बिन खालिद के पिता ने एक बयान जारी कर उनकी मौत की जानकारी साझा की है. प्रिंस अल वलीद की कहानी धैर्य, विश्वास और पारिवारिक प्रेम की अनुपम मिसाल बन गई. उनके पिता के समर्पण और आस्था ने लाखों लोगों के दिलों को छुआ.

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Saudi Arabia's 'Sleeping Prince' Al Waleed bin Khaled dies after 20 years in coma
उनके पिता, प्रिंस खालिद बिन तलाल ने हर हाल में उन्हें जीवित रखने का संकल्प लिया था. (फोटो- X)
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प्रशांत सिंह
20 जुलाई 2025 (Updated: 20 जुलाई 2025, 01:28 PM IST) कॉमेंट्स
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‘स्लीपिंग प्रिंस’ के नाम से मशहूर सऊदी अरब के प्रिंस अल वलीद बिन खालिद बिन तलाल अल सऊद का निधन हो गया है (Saudi Arabia's ‘Sleeping Prince’ dies). उनकी उम्र 36 वर्ष थी. साल 2005 में लंदन में एक भीषण कार एक्सीडेंट में उन्हें गंभीर चोटें आई थीं. जिसके बाद से वो कभी कोमा से बाहर नहीं आ पाए. उस समय वो मात्र 15 वर्ष के थे. प्रिंस अल वलीद के पिता, प्रिंस खालिद बिन तलाल ने एक बयान जारी कर उनकी मौत के बारे में जानकारी साझा की.

15 साल की उम्र में हुआ था एक्सीडेंट

प्रिंस अल वलीद का जन्म अप्रैल 1990 में हुआ था. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक वो सऊदी अरब के एक प्रमुख शाही परिवार के प्रिंस खालिद बिन तलाल अल सऊद के सबसे बड़े बेटे थे. और अरबपति प्रिंस अल वलीद बिन तलाल के भतीजे थे. अल वलीद ब्रिटेन के एक मिलिट्री कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे. 15 साल की उम्र में वो एक भीषण सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए. जिसमें उनके सिर पर गंभीर चोटें आईं. इंटरनल ब्लीडिंग के कारण वो कोमा में चले गए.

रिपोर्ट के मुताबिक एक्सीडेंट के तुरंत बाद उन्हें मेडिकल सपोर्ट दिया गया. साथ ही अमेरिका और स्पेन के डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया. इसके बावजूद वो कभी भी पूरी तरह से होश में नहीं आ सके. एक्सीडेंट के बाद प्रिंस को सऊदी अरब के किंग अब्दुल अजीज मेडिकल सिटी में लाया गया. जहां वो लगभग दो दशकों तक निरंतर डॉक्टरों की टीम की निगरानी में रहे. वो लगभग 20 वर्षों तक कोमा में रहे. इस दौरान वेंटिलेटर और लाइफ सपोर्ट सिस्टम ने उनकी सांसों को बनाए रखा.

पिता ने जीवित रखने का संकल्प लिया था

उनके पिता, प्रिंस खालिद बिन तलाल ने हर हाल में उन्हें जीवित रखने का संकल्प लिया. उन्होंने अपने बेटे का लाइफ सपोर्ट हटाने के सुझाव को हर बार ठुकराया. उनका दृढ़ विश्वास था कि जीवन और मृत्यु का निर्णय केवल ईश्वर के हाथ में है.

प्रिंस अल वलीद की कहानी ने पूरे अरब जगत का ध्यान खींचा. लोग उनकी रिकवरी के लिए लगातार प्रार्थनाएं करते रहे. उनके परिवार ने समय-समय पर उनकी छोटी-छोटी हरकतों के वीडियो साझा किए. कुछ साल पहले जारी एक वीडियो में उनकी उंगलियों और सिर में हल्की हलचल दिखाई दी. इससे लोगों में उनकी जागने की उम्मीद जगी. फिर भी, वो कभी पूरी तरह से होश में नहीं आए.

19 जुलाई 2025 को प्रिंस अल वलीद ने अंतिम सांस ली. उनके पिता ने इस बात की पुष्टि करते हुए एक बयान में कहा,

“अल्लाह के आदेश और नियति में पूर्ण विश्वास के साथ और अत्यंत दुख और शोक के साथ, हम अपने प्रिय पुत्र प्रिंस अल वालिद बिन खालिद बिन तलाल बिन अब्दुलअजीज अल सऊद के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं. अल्लाह उन पर दया करे. उनका आज अल्लाह की दया से निधन हो गया.”

20 जुलाई को रियाद में इमाम तुर्की बिन अब्दुल्ला मस्जिद में असर की नमाज के बाद प्रिंस अल वलीद के अंतिम संस्कार की नमाज अदा की जाएगी.

प्रिंस अल वलीद की कहानी धैर्य, विश्वास और पारिवारिक प्रेम की अनुपम मिसाल बन गई. उनके पिता के समर्पण और आस्था ने लाखों लोगों के दिलों को छुआ. सोशल मीडिया पर #SleepingPrince हैशटैग ट्रेंड कर रहा है. लोग उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं.

वीडियो: तारीख: ईरान और सऊदी अरब के बीच की अदावत क्या है? क्या है शिया-सुन्नी का विवाद?

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