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कर्नाटक के जंगल में गुफा में रह रही थी रूसी महिला, 2 बेटियां साथ में, वीजा खत्म हुए 8 साल हो गए

Karnataka: पुलिस ने बताया कि जब वे गश्त कर रहे थे, तो उनकी टीम को एक गुफा के बाहर कुछ कपड़े टंगे हुए दिखाई दिए. इसके बाद वे घनी झाड़ियों से होते हुए गुफा तक पहुंचे और उन्होंने रूसी महिला और उसके दो बच्चों को गुफा में पाया. अफसर बोले- 'यह आश्चर्यजनक है कि इतने छोटे बच्चों के साथ ये लोग जंगल में जीवित कैसे रहे और उन्होंने क्या खाया?'

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Russian woman found in karnataka cave with her two daughters visa expired
महिला की पहचान 40 साल की मोही के तौर पर हुई है (फोटो: आजतक)
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सगाय राज
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13 जुलाई 2025 (Updated: 13 जुलाई 2025, 02:50 PM IST) कॉमेंट्स
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कर्नाटक की गोकर्ण गुफा से एक रशियन महिला और उसके दो बच्चों को रेस्क्यू किया गया है. पुलिस ने बताया कि महिला बिजनेस वीजा पर भारत आई थी. जिसकी अवधि 8 साल पहले ही खत्म हो चुकी है. महिला ने बताया कि वह हिंदू धर्म और अध्यात्म से प्रभावित होकर गोवा से गोकर्ण पहुंची थी.

आजतक से जुड़े सगाय राज की रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की पहचान 40 साल की मोही के तौर पर हुई है. वह लगभग दो हफ्तों से रामतीर्थ पहाड़ियों की एक प्राकृतिक गुफा में रह रही थी. जो उत्तर कन्नड़ जिले में है. महिला के साथ उसकी दो बेटियां, प्रेया (6) और अमा (4) भी थीं. महिला ने गुफा के अंदर ही एक साधारण-सा घर बना रखा था, जो घने जंगलों से घिरा हुआ था. महिला ने बताया कि वह अपना ज्यादातर समय पूजा-अर्चना और ध्यान में बिताती थी.

गोकर्ण पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि जब वे गश्त कर रहे थे, तो उनकी टीम को एक गुफा के बाहर कुछ कपड़े टंगे हुए दिखाई दिए. पुलिस अधिकारी रामतीर्थ पहाड़ी की घनी झाड़ियों से होते हुए गुफा तक पहुंचे और मोही और उसके दो बच्चों को गुफा में पाया. उत्तर कन्नड़ के SP एम. नारायण ने कहा,

यह आश्चर्यजनक था कि परिवार जंगल में जीवित कैसे रहा और उन्होंने क्या खाया? हालांकि, इस दौरान उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा.

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शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि मोही गोवा से गोकर्ण आई थी. यह भी पता चला कि महिला बिजनेस वीजा पर भारत आई थी, जिसकी अवधि 2017 में खत्म हो गई थी. पुलिस ने महिला की एक आश्रम में रहने की व्यवस्था कर दी है. जिसे एक महिला साध्वी संचालित करती हैं. पुलिस ने कहा,

हमने उसे गोकर्ण से बेंगलुरु ले जाने और उसके डिपोर्टेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है. एक स्थानीय NGO की मदद से, रूसी दूतावास से संपर्क किया गया है.

पुलिस ने बताया कि महिला भारत में कब से रह रही है, यह स्पष्ट नहीं है. पुलिस ने बेंगलुरु में विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (FRRO) से संपर्क किया है. महिला और उसके बच्चों को रूस वापस भेजने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.

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