The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • India
  • Railway Staff Suspended for Negligence at Yadgir Station Karnataka

लोग टिकट लाइन में खड़े थे, रेलवे कर्मचारी की बतिया ही खत्म नहीं हुई, वीडियो ने सस्पेंड करवा दिया

स्टेशन मास्टर का ये वीडियो देख गुन्टकल रेलवे डिवीजन के अधिकारियों ने कार्रवाई की. अधिकारियों ने तुरंत एक्शन लिया और महेश को सस्पेंड कर दिया.

Advertisement
Railway Staff Suspended for Negligence at Yadgir Station Karnataka
रेलवे कर्मचारी को अपनी ड्यूटी के दौरान फोन पर बतियाने की ऐसी सजा मिली कि अब वो खबरों में छा गया है. (फोटो- स्क्रीनग्रैब)
pic
प्रशांत सिंह
30 जुलाई 2025 (Published: 09:00 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

लंबी-लंबी लाइनें, पसीने से तरबतर लोग और टिकट काउंटर पर बैठा बाबू अपनी ही दुनिया में मस्त. आप सही पकड़े हैं. ये भारत के एक रेलवे स्टेशन का नजारा है. कर्नाटक के यादगीर रेलवे स्टेशन से एक वीडियो आया है. एक रेलवे कर्मचारी अपनी ड्यूटी निभाने के बजाय फोन पर बतिया रहा है. हालांकि इस चक्कर में वो नप भी गया. प्रशासन ने उसे सस्पेंड कर दिया है (Railway Staff Suspended for Negligence).

दरअसल रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों यात्री टिकट के लिए लाइन में खड़े थे. कोई घर जा रहा था, कोई नौकरी के लिए, कोई शादी में, सबकी अपनी-अपनी कहानी. लेकिन टिकट काउंटर पर बैठे सी महेश को इन सबसे कोई मतलब नहीं. वो तो अपने मोबाइल में ऐसे खोए थे जैसे कोई नेटफ्लिक्स सीरीज का फिनाले देख रहे हों. मिनटों तक फोन पर गपशप और लाइन में खड़े लोग बस इंतजार कर रहे थे. अब भाई, ड्यूटी के टाइम फोन चलाना कोई नई बात नहीं, लेकिन इतनी बेशर्मी से? ये तो हद हो गई.

लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आया जब लाइन में खड़े एक सजग यात्री ने ये तमाशा देखा और सोचा, ‘बस, अब बहुत हुआ!’. उसने मोबाइल निकाला, महेश की फोनबाजी का वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर डाल दिया. ये यात्री कौन था, इसका नाम तो नहीं पता. लेकिन उसने महेश बाबू की नींद उड़ा दी.

मामला सामने आया तो रेलवे कर्मचारी का ये वीडियो देख गुन्टकल रेलवे डिवीजन के अधिकारियों ने कार्रवाई की. अधिकारियों ने तुरंत एक्शन लिया और महेश को सस्पेंड कर दिया. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक स्टेशन मैनेजर भगीरथ मीणा ने भी इस बात को कंफर्म किया, कि भाई साहब को सस्पेंशन लेटर थमा दिया गया है.

ये खबर बताती है कि अगर जनता जागरूक हो और सही समय पर आवाज उठाए, तो सिस्टम को जगाया जा सकता है. लेकिन सवाल ये है कि क्या सिर्फ एक महेश को सस्पेंड करने से बात बन जाएगी? रेलवे स्टेशनों पर ऐसी लापरवाही तो आम है. कितने काउंटर बंद रहते हैं, कितने कर्मचारी चाय ब्रेक पर चले जाते हैं! अब देखना ये है कि क्या रेलवे इस घटना से सबक लेगा या ये बस एक और हेडलाइन बनकर रह जाएगी.

वीडियो: अब ऐसे होगी तत्काल बुकिंग, जानिए रेलवे से जुड़े 5 बड़े बदलाव

Advertisement