बर्खास्त IAS पूजा खेडकर के घर मिला किडनैप किया गया ड्राइवर, पुलिस पहुंची तो मां ने की बदतमीजी
Puja Khedkar Controversy: पुलिस का कहना है कि पूजा की मां के इस बर्ताव की वजह से उनके काम और जांच में बाधा पैदा हुई. अब उन्हें पूछताछ के लिए रबाले पुलिस के सामने पेश होने का निर्देश जारी किया गया है. इसके अलावा, उनके खिलाफ केस दर्ज करने की तैयारी की जा रही है.

अधिकारी बनने के लिए UPSC के साथ धांधली करने वाली IAS अधिकारी Puja Khedkar और उनके परिवार की करतूतें आपको याद ही होंगी. एक बार फिर उनका नाम एक गंभीर मामले में सामने आया है. इस बार मामला अपहरण से जुड़ा है. दरअसल मुंबई के ऐरोली से एक ट्रक ड्राइवर का अपहरण हो गया था. आरोप है कि वह ट्रक ड्राइवर पूजा के घर पर मिला है. जब पुलिस पहुंची तो मौके पर जमकर हंगामा हुआ.
इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मामला शनिवार 13 सितंबर का है. शाम लगभग 7 बजे मुलुंड से ऐरोली रोड पर एक एक्सीडेंट हुआ. नवी मुंबई के तुर्भे MIDC इलाके में रहने वाले 22 साल के प्रह्लाद कुमार अपना मिक्सर ट्रक चला रहे थे. जब वह मुलुंड से ऐरोली जाने वाले रास्ते पर एक सिग्नल के पास पहुंचे तो उनके ट्रक की टक्कर एक कार से हो गई.
इस मामूली टक्कर के बाद कार सवार दो लोगों ने कथित तौर पर कुमार को जबरन अपनी गाड़ी में बिठा लिया. दावा किया कि वे उन्हें पुलिस स्टेशन ले जा रहे हैं. दोनों शख्स ड्राइवर को पुलिस स्टेशन ले जाने के बजाय उसे लगभग 150 किलोमीटर दूर पुणे ले गए. यहां एक कमरे में उस बंद कर दिया. कुमार ने बाद में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज किया.
जांच के दौरान पुलिस ने घटना में शामिल कार का पता लगाया. कार के पुणे में होने का पता लगा. जिस जगह कार मिली वह बर्खास्त IAS पूजा खेडकर का घर है. पुलिस जब ड्राइवर को यहां बचाने पहुंची तो बर्खास्त IAS के घर पर जमकर ड्रामा हुआ. अधिकारियों ने बताया कि पूजा की मां मनोरमा खेडकर ने घर पर हंगामा खड़ा कर दिया. पूजा की मां पहले तो पुलिसवालों के लिए घर का दरवाजा नहीं खोला. पुलिस के टीम के साथ बदतमीजी की. उनके काम में अड़ंगा लगाया.
मनोरमा खेडकर को पूछताछ के लिए बुलायापुलिस का कहना है कि पूजा की मां के इस बर्ताव की वजह से उनके काम और जांच में बाधा पैदा हुई. अब उन्हें पूछताछ के लिए रबाले पुलिस के सामने पेश होने का निर्देश जारी किया गया है. इसके अलावा, पुणे का चतुरश्रृंगी पुलिस स्टेशन उनके खिलाफ सरकारी अधिकारियों के काम में बाधा डालने के आरोप में एक अलग केस दर्ज करने की तैयारी कर रहा है.
बताया गया कि जिस कार में कथित तौर पर ड्राइवर का अपहरण किया गया था वह कार टोयोटा लैंड क्रूजर है और पूजा ऑटोमोबाइल के नाम पर रजिस्टर्ड है. यह संस्था खेडकर परिवार से जुड़ी एक व्यावसायिक संस्था है. वहीं, जिन लोगों ने ड्राइवर को कार में बैठाया था, उनकी पहचान नहीं हो पाई है. वे अब भी फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश में जुटी है. उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
कौन है पूजा खेडकरबता दें कि कुछ वक्त पहले पूजा को भारतीय प्रशासनिक सेवा से सेवामुक्त कर दिया गया था. पूजा ने साल 2022 में UPSC की परीक्षा दी थी. उन्हें 841वीं रैंक मिली. जून 2024 में उन्होंने पुणे में ट्रेनिंग लेना शुरू की. वह ट्रेनिंग कर ही रहीं थीं. लेकिन IAS बनने से पहले ही उन्होंने अपना रसूख दिखाना शुरू कर दिया. उन्होंने अपनी निजी ऑडी कार में लाल बत्ती और ‘महाराष्ट्र सरकार’ की प्लेट लगवा ली. एक वरिष्ठ अधिकारी के चेंबर पर कब्जा करने की कोशिश की.
पुणे के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर सुहास दिवसे ने पूजा के खिलाफ शिकायत की थी. इसके बाद उनका ट्रांसफर वाशिम कर दिया गया था. बाद में मामले की जांच की गई तो एक नया ट्विस्ट सामने आया. पता चला कि पूजा ने UPSC में सिलेक्शन पाने के लिए फर्जी डॉक्युमेंट्स का इस्तेमाल किया था. पूजा ने खुद को OBC कैटेगरी से होने दावा किया. जबकि इसके लिए पैरंट्स की सालाना इनकम 8 लाख से कम होनी चाहिए. लेकिन चुनावी हलफनामे में पूजा के पिता की सालाना इनकम 43 लाख रुपये और कुल संपत्ति 40 करोड़ निकली.
UPSC में दिया फर्जी हलफनामापूजा ने UPSC को दिए हलफनामे में मेंटली अनस्टेबल होने और देखने में दिक्कत होने का दावा किया. उनको जब मेडिकल टेस्ट के लिए बुलाया गया तो एक नहीं, बल्कि 6 बार उन्होंने टेस्ट देने से इनकार कर दिया. इसके अलावा उनके ऊपर डॉक्युमेंट्स में अपना नाम, उम्र, माता-पिता की गलत जानकारी और पहचान बदलकर तय सीमा से ज्यादा बार सिविल सर्विसेज का एग्जाम देने का आरोप था.
बाद में UPSC ने पूजा के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के लिए आपराधिक मामला शुरू किया. साथ ही 31 जुलाई 2024 को उनका सिलेक्शन भी रद्द कर दिया गया और बाद में पद भी छीन लिया गया था.
वीडियो: पूजा खेडकर से छीनी अफसरी, UPSC ने उम्मीदवारी वापस ली, जांच में क्या पता चला?