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महाराष्ट्र में रोजाना 8 किसान कर रहे खुदकुशी, 3 महीने में 767 मौतें, सिर्फ 373 को सरकारी मदद

Maharashtra में जनवरी से मार्च 2025 के बीच 700 से ज्यादा किसानों ने Suicide की है. इसमें से अधिकतर किसान Vidarbha क्षेत्र के हैं. महाराष्ट्र सरकार आत्महत्या करने वाले किसानों को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देती है. लेकिन कई किसानों के परिवारों को ये सहायता नहीं मिल पाई है.

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महाराष्ट्र में साल के पहले तीन महीनों में 700 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है. (प्रतीकात्मक तस्वीर, इंडिया टुडे)
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आनंद कुमार
3 जुलाई 2025 (Updated: 3 जुलाई 2025, 01:40 PM IST)
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महाराष्ट्र (Maharashtra farmer suicide) में साल 2025 के शुरुआती तीन महीने के अंदर 767 किसानों ने आत्महत्या की है. इनमें से अधिकतर किसान विदर्भ क्षेत्र (Vidarbha Region) से हैं. महाराष्ट्र सरकार के एक मंत्री ने एक सवाल के जवाब में विधानपरिषद (Legislative Council) में ये जानकारी दी है. 

महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री मकरंद पाटिल ने लिखित जवाब में विधान परिषद में बताया कि जनवरी 2025 से मार्च 2025 के बीच राज्य में आत्महत्या के 767 मामले सामने आए हैं. सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़ों के मुताबिक, 

आत्महत्या करने वाले 767 किसानों में से 373 किसान सरकार की मदद के लिए पात्र हो गए हैं, जबकि 200 किसानों के परिवारों को कोई सहायता नहीं मिल पाएगी, क्योंकि वे सरकार द्वारा तय किए गए मानदंडों पर खरे नहीं उतरे. वहीं अभी 194 मामले जांच के लिए लंबित हैं.

मकरंद पाटिल ने अपने जवाब में ये भी बताया कि मदद के लिए पात्र 373 मामलों में से 327 मामलों में किसानों के उत्तराधिकारियों को वित्तीय सहायता दे दी गई है. महाराष्ट्र सरकार आत्महत्या करने वाले किसान के परिवार को 1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देती है.

न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, राहत और पुनर्वास मंत्री ने बताया कि पश्चिमी विदर्भ के जिले यवतमाल, अमरावती, अकोला, बुलढाणा और वासिम में जनवरी 2025 से मार्च 2025 के बीच 257 किसानों ने आत्महत्या की. इनमें से सिर्फ 75 मृतक किसानों के परिवार को आर्थिक सहायता मिली, जबकि 74 आवेदन खारिज कर दिए गए. मराठवाडा के हिंगोली जिले में भी जनवरी से मार्च 2025 के बीच में 24 किसानों के आत्महत्या के मामले सामने आए हैं.

सहायता राशि बढ़ाने की मांग

कांग्रेस विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार पर किसानों को समय पर मदद नहीं पहुंचा पाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कई पात्र किसानों को मामूली कारणों के आधार पर सहायता से वंचित कर दिया गया है. इसके साथ ही उन्होंने मृत किसानों के परिवारों को दी जाने वाली 1 लाख रुपये की सहायता राशि बढ़ाए जाने की मांग की है. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, साल 2024 में महाराष्ट्र में लगभग 2,635 किसानों ने आत्महत्या की थी, जबकि साल 2023 में लगभग 2,851 किसानों ने आत्महत्या की थी.

(जो लोग संकट में हैं या आत्महत्या की प्रवृत्ति रखते हैं, वे निम्नलिखित नंबरों पर कॉल करके सहायता और परामर्श प्राप्त कर सकते हैं: बीएमसी मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन: 022-24131212 (24x7); वंद्रेवाला फाउंडेशन: 18602662345/18002333330 (24x7); आई कॉल - 022-25521111 (सोमवार से शनिवार, सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक); एएसआरए - 022 2754 6669 (24x7); द समैरिटन्स मुंबई: 8422984528/842984529/8422984530 (शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक, सभी दिन)

वीडियो: महाराष्ट्र में हिंदी को लेकर सरकार के सामने Uddhav Thackeray क्या बोले?

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