कौन है ग्रेनेड धमाकों से पंजाब को थर्राने वाला हैप्पी पासिया? अमेरिका से लाया जा रहा भारत
Happy Passia छोटे-मोटे अपराध करके धीरे-धीरे आंतक की दुनिया में पैर पसारता गया. वो ना केवल Babbar Khalsa International से जुड़ा, बल्कि उसने Pakistan की खूफिया एजेंसी ISI के टॉप अधिकारियों के साथ भी अच्छे ताल्लुकात बनाए.

पंजाब के एक छोटे से गांव पासिया से निकलकर इंटरनेशनल आतंकी नेटवर्क तक पहुंचने वाला हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया अमेरिका से भारत लाया जा रहा है. अमेरिका के फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (FBI) और यूएस इमीग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट (ICE) ने 17 अप्रैल 2025 को सैक्रामेंटो से उसे गिरफ्तार किया. अब उसे भारत को सौंपा जा रहा है. पंजाब पुलिस और भारत की केंद्रीय एजेंसियों के लिए यह आतंक के खिलाफ बड़ी कामयाबी मानी जा रही है.
हैप्पी पासिया कौन है?खालिस्तानी आतंकी हैप्पी पासिया अमृतसर जिले में अजनाला के पासिया गांव का रहने वाला है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, गैंगेस्टर से आतंकी बना हैप्पी पासिया 2018-19 तक छोटे-मोटे अपराधों में संलिप्त था. पंजाब पुलिस के मुताबिक, उसने गैंगस्टर जग्गु भगवानपुरिया के साथ जुड़कर अपराध की दुनिया में कदम रखा था.
धीरे-धीरे उसने अमेरिका में मौजूद अपराधियों दरमन काहलों और अमृत बल के साथ मिलकर अपनी नेटवर्किंग मजबूत कर ली. 2018 में हैप्पी भारत से फरार होकर दुबई चला गया, लेकिन एक साल बाद वह फिर भारत लौट आया. 2020 में उसने फर्जी पासपोर्ट के जरिए अमेरिका की राह पकड़ी.
ISI और बब्बर खालसा से नजदीकियां
इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा की रिपोर्ट के मुताबिक, हैप्पी का नाम ना सिर्फ बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़ा है, बल्कि उसने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के टॉप अधिकारियों से भी संपर्क बना लिए थे. पंजाब पुलिस के मुताबिक, ISI और BKI की शह पर हैप्पी ने 2023-24 के दौरान पंजाब में कई आतंकी हमलों को अंजाम दिया.
अमेरिका में हैप्पी को हिरासत में लिए जाने पर पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया था,
"हैप्पी पासिया ISI समर्थित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) का अहम सदस्य है और पाकिस्तान में बैठे कुख्यात आतंकी रिंदा का करीबी सहयोगी भी है. 2023 से 2025 के बीच हैप्पी पासिया ने पंजाब और अन्य राज्यों में टारगेट किलिंग, पुलिस ठिकानों पर ग्रेनेड हमले और वसूली जैसे गंभीर अपराधों की साजिश रची थी."
उन्होंने आगे बताया,
"उसे 17 अप्रैल 2025 को अमेरिका के सैक्रामेंटो शहर में FBI और ICE एजेंसियों ने गिरफ्तार किया. यह गिरफ्तारी भारत और अमेरिका के बीच बेहतरीन तालमेल और सूचनाओं के आदान-प्रदान का नतीजा है."
हैप्पी खुद को सोशल मीडिया पर बब्बर खालसा का कार्यकर्ता बताता रहा है. उसकी तस्वीरें आतंकी रिंदा के साथ सामने आईं हैं. पंजाब पुलिस ने हैप्पी की गतिविधियों से जुड़ा डोजियर अमेरिका को सौंपा था.
चंडीगढ़ से गुमताला तक आतंक
नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने चंडीगढ़ ग्रेनेड ब्लास्ट में हैप्पी पासिया का सीधा हाथ बताया. यह भी आरोप लगा कि उसने गुरदासपुर से दो युवकों को लालच देकर चंडीगढ़ के सेक्टर 10 स्थित एक घर पर ग्रेनेड फिंकवाया. सितंबर 2024 में पंजाब में करीब 14 ग्रेनेड हमलों में उसका नाम सामने आया. NIA ने उस पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा और मोस्ट वांटेड क्रिमिनल घोषित किया.

2025 की शुरुआत में गुमताला पुलिस चौकी पर हुए हमले में भी हैप्पी के शामिल होने का आरोप लगा. बब्बर खालसा की ओर से 2024 के अंत और 2025 की शुरुआत में किए गए सिलसिलेवार हमलों में एक IED ब्लास्ट और एक रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) अटैक भी शामिल हैं.
पुलिस के मुताबिक, हैप्पी पासिया लोकल युवकों और छोटे अपराधियों को अपने साथ जोड़ता था और एन्क्रिप्टेड मैसेज और कॉल्स के जरिए टारगेट तय करता था. इस तरह उसने ग्रेनेड अटैक की साजिशें रची.
अब जब हैप्पी पासिया को अमेरिका से भारत लाया जा रहा है, तो उसे यहां की न्यायिक प्रक्रिया का सामना करना होगा. उसका प्रत्यर्पण भारत-अमेरिका के बीच सुरक्षा सहयोग का बड़ा उदाहरण है. भारत की सुरक्षा एजेंसियों को उम्मीद है कि इस गिरफ्तारी से बब्बर खालसा और ISI के नेटवर्क पर बड़ा झटका लगेगा.
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