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कश्मीरी पंडित नरसंहार फाइल फिर खुली, श्रीनगर में 8 छापे, सरला भट्ट हत्याकांड से कनेक्शन

Jammu Kashmir के उपराज्यपाल Manoj Sinha ने 1990 के दशक की शुरुआत में कश्मीरी पंडितों की हत्या के मामलों को फिर से खोलने का निर्णय किया था. इसी सिलसिले में SIA ने JKLF से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की है.

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सरला भट्ट हत्याकांड में श्रीनगर में 8 ठिकानों पर छापेमारी हुई है. (इंडिया टुडे, ANI)
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आनंद कुमार
12 अगस्त 2025 (Published: 12:13 PM IST) कॉमेंट्स
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जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) की स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने 12 अगस्त को श्रीनगर (Srinagar) में 8 ठिकानों पर छापेमारी की है. ये छापेमारी 1990 में घाटी में कश्मीरी पंडित महिला सरला भट्ट (Sarla Bhatt) के अपहरण और हत्या से जुड़े मामले में हुई है. 

SIA ने जिन ठिकानों पर रेड की है, उनमें जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के पूर्व चीफ यासिन मलिक का घर भी शामिल है. साथ ही JKLF के कई पूर्व कमांडरों के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है. SIA के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस और CRPF भी मौजूद है. 

हाल ही में जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 1990 के दशक की शुरुआत में कश्मीरी पंडितों की हत्या के मामलों को फिर से खोलने का निर्णय किया था. इसी सिलसिले में SIA ने JKLF से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की है. 

कौन थीं सरला भट्ट 

सरला भट्ट अनंतनाग जिले की रहने वाली थीं. और श्रीनगर के सौरा इलाके में स्थित शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SKIMS) में नर्स का काम करती थीं. 18 अप्रैल 1990 को 27 साल की सरला भट्ट को इंस्टीट्यूट के हब्बा खातून हॉस्टल से अगवा कर लिया गया. अगली सुबह यानी 19 अप्रैल 1990 को श्रीनगर के मालबाग इलाके में सड़क पर गोलियों से छलनी उनकी लाश मिली थी. 

इस मामले में श्रीनगर के निगीन पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया गया था. उस समय के कई गवाहों की गवाही और पुलिस की केस डायरी में इस हत्याकांड में JKLF से जुड़े लोगों का नाम सामने आया था. यासिन मलिक उस वक्त JKLF का चीफ था, इसलिए उस पर भी संदेह जताया गया था.

कई सालों तक यह केस ठंडे बस्ते में पड़ा रहा, लेकिन हाल ही में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 90 के दशक के पुराने मामलों को फिर से खोलने का निर्णय किया. इसी क्रम में सरला भट्ट केस भी दोबारा से जांच शुरू हुई.

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यासीन मलिक इस समय दिल्ली की तिहाड़ जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है. साल 2017 में दर्ज टेरर फंडिंग केस में NIA कोर्ट ने उसे दोषी ठहराया था. अब सरला भट्ट केस की जांच उसके लिए एक और बड़ी कानूनी चुनौती साबित हो सकती है.

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