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रॉबर्ट वाड्रा पर ED का बड़ा एक्शन, 36 करोड़ रुपये की 43 संपत्तियां अटैच कीं

मनी लॉन्ड्रिंग का ये मामला गुरुग्राम के शिकोहपुर में स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी नाम की कंपनी से जुड़ा है.

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ED files chargesheet against Robert Vadra in Shikohpur land deal case, properties worth rupees 37 Crore attached
हरियाणा के गुरुग्राम स्थित शिकोहपुर भूमि सौदा मामले के आरोपपत्र में कई अन्य व्यक्तियों और फर्मों के नाम भी शामिल हैं. (फोटो- PTI)
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प्रशांत सिंह
17 जुलाई 2025 (Updated: 17 जुलाई 2025, 05:12 PM IST) कॉमेंट्स
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प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने हरियाणा के शिकोहपुर भूमि सौदे से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में रॉबर्ट वाड्रा पर बड़ा एक्शन लिया है (ED chargesheet against Robert Vadra). ED ने वाड्रा और उनकी कंपनी से जुड़ी कुल 43 संपत्तियों को अटैच किया है. इनकी कुल कीमत 36 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है. ये पहली बार है जब 56 वर्षीय वाड्रा के खिलाफ किसी जांच एजेंसी ने आपराधिक मामले में चार्जशीट दाखिल की है.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरियाणा के गुरुग्राम स्थित शिकोहपुर भूमि सौदा मामले के आरोपपत्र में कई अन्य व्यक्तियों और फर्मों के नाम भी शामिल हैं. मिंट में छपी रिपोर्ट के अनुसार ED ने रॉबर्ट वाड्रा और उनकी कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड की कुल 37.6 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अटैच किया है. एजेंसी ने इस मामले में वाड्रा को पहली बार 8 अप्रैल को तलब किया था. हालांकि, उन्होंने उस समय जांच में शामिल होने में असमर्थता जताते हुए दूसरी तारीख मांगी थी. वाड्रा 15 अप्रैल को एजेंसी के सामने पेश हुए थे.

वाड्रा ने पहले दावा किया था कि ये कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है. जिसका उद्देश्य उन्हें और उनके बहनोई, कांग्रेस नेता और विपक्ष के नेता राहुल गांधी को चुप कराना है.

शिकोहपुर केस क्या है?

मनी लॉन्ड्रिंग का ये मामला गुरुग्राम के शिकोहपुर में स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी नाम की कंपनी से जुड़ा है. कंपनी ने फरवरी 2008 में एक जमीन का सौदा किया था. वाड्रा पहले इस कंपनी के डायरेक्टर थे. स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने गुरुग्राम के शिकोहपुर (अब सेक्टर 83) में 7.5 करोड़ रुपये में तीन एकड़ जमीन खरीदी थी. बाद में, हरियाणा के टाउन प्लानिंग डिपार्टमेंट ने इस जमीन के 2.71 एकड़ हिस्से पर एक कमर्शियल कॉलोनी बनाने का आदेश जारी किया.

2008 में ही स्काईलाइट ने इस जमीन को रियल एस्टेट कंपनी DLF को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया. जिससे 50 करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा हुआ. ईडी का आरोप है कि ये सौदा फर्जी दस्तावेजों और वाड्रा के व्यक्तिगत प्रभाव के जरिए हुआ, जिसमें नियमों का उल्लंघन किया गया.

वीडियो: बैठकी: रॉबर्ट वाड्रा लैंड केस के बाद नरेंद्र मोदी का फोन आया? अशोक खेमका ने क्या बताया?

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