'बोइंग विमानों के फ्यूल स्विच जांचों', एयर इंडिया क्रैश रिपोर्ट के बाद DGCA का निर्देश
भारतीय एयरलाइंस के अलावा साउथ कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात ने भी अपनी एयरलाइंस के Boeing Planes की जांच करने का फैसला किया है.

एयर इंडिया प्लेन क्रैश (Air India Crash Report) की जांच रिपोर्ट सामने आ चुकी है. रिपोर्ट में बताया गया है कि उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड बाद इंजन-1 और इंजन-2 के फ्यूल स्विच ‘RUN’ (चालू इंजन) से ‘CUTOFF’ (बंद इंजन) पोजिशन में चले गए. सिर्फ 1 सेकंड के अंदर इंजनों को फ्यूल की सप्लाई मिलनी बंद हो गई. इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने फ्यूल स्विच को लेकर एक आदेश दिया है. DGCA ने सभी एयरलाइंस को उनके बेड़े में मौजूद बोइंग विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग सिस्टम को चेक करने को कहा है.
भारतीय एयरलाइंस के अलावा साउथ कोरिया, संयुक्त अरब अमीरात ने भी अपनी एयरलाइंस के बोइग विमानों की जांच करने का फैसला किया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने इससे पहले 2018 में भी बोइंग के फ्यूल स्विच को लेकर एक 'special airworthiness information bulletin' जारी किया था. ये एक तरह की गाइडलाइन या यूं कहें कि डायरेक्टिव था जिसमें FAA ने बोइंग विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग सिस्टम को संभावित तौर पर बदलने की बात की थी.
आधे विमानों का लॉक स्विच सहीएयर इंडिया ने अब तक अपने 33 ड्रीमलाइनर विमानों में से आधे विमानों की जांच पूरी कर ली है. अब तक की जांच में किसी भी विमान के फ्यूल स्विच में कोई गड़बड़ी नहीं मिली है. इसके अलावा बाकी विमान भी अगले 2 दिनों में चेक कर लिए जाएंगे.
एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा भी 26 B737 और 49 B737MAX की जांच पूरी कर ली गई है. लेकिन किसी भी विमान में कोई गड़बड़ी सामने नहीं आई है. DGCA का आदेश सिर्फ विस्तारा एयरलाइंस पर लागू नहीं होगा. क्योंकि उसके बेड़े में मौजूद ड्रीमलाइनर भारत में रजिस्टर्ड नहीं हैं.
एयर इंडिया ने बदला था स्विचअहमदाबाद में क्रैश हुए ड्रीमलाइनर के पूरे थ्रॉटल कंट्रोल मॉड्यूल को 2019 और फिर 2023 में बदला गया था. हालांकि इसका कारण फ्यूल कंट्रोल स्विच नहीं था. AAIB की रिपोर्ट के अनुसार 2023 से किसी भी विमान के फ्यूल कंट्रोल स्विच में किसी किस्म की गड़बड़ी सामने नहीं आई है.
(यह भी पढ़ें: क्रैश प्लेन की फ्यूल स्विच यूनिट दो बार बदली गई, बात सामने आई तो बोइंग ने वजह बताई)
रिपोर्ट में बोइंग 787-8 और GE GEnx-1B इंजन बनाने और ऑपरेट करने वालों के लिए किसी कार्रवाई की सिफारिश नहीं की है. एयरबोर्न फ्लाइट रिकॉर्डर से डाउनलोड किए गए डेटा की और भी गहन जांच की जा रही है. फिलहाल DGCA के आदेश के तहत सभी एयरलाइंस को अपने फ्यूल स्विच को चेक कर 21 जुलाई तक DGCA मुख्यालय और नजदीकी रीजनल ऑफिस में रिपोर्ट देनी है.
वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: एयर इंडिया प्लेन क्रैश की जांच रिपोर्ट पर सवाल क्यों उठे?