बातें कर रहा था छात्र, टीचर ने लगवाईं 400 उठक-बैठक, ऐसी हालत हुई, 18 दिन अस्पताल में रहा
ये घटना देहरादून की है. स्टूडेंट की गलती बस इतनी थी कि उसने क्लास के दौरान बात की थी.

बीते कई दिनों से सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियोज वायरल हो रहे हैं जिनमें फौज की तैयारी के नाम पर स्टूडेंट्स को बहुत ही कड़े कोर्स करवाए जा रहे हैं. गड्ढों में रेंग कर चलने से लेकर ऐसी ट्रेनिंग करवाते हैं जैसे वो आर्मी की ही ट्रेनिंग हो. अब देहरादून से एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां क्लास में बात करने की वजह से एक स्टूडेंट को 400 उठक-बैठक लगाने की सजा दी गई. इसके बाद छात्र की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि उसे 18 दिन तक अस्पताल में भर्ती होना पड़ा.
डिफेंस कोचिंग में चल रही थी क्लासदेहरादून में एक कोचिंग क्लास चलती है. यहां युवा फौज में जाने के लिए तैयारी करते हैं. आरोप है कि यहां 18 साल के एक लड़के को अनुशासन के नाम पर 400 बार उठक-बैठक लगवाई गईं. पीड़ित स्टूडेंट मेघालय का रहने वाला है और देहरादून में रहकर फौज की तैयारी करता है. उसकी गलती इतनी थी कि उसने क्लास के दौरान बात की थी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में इंस्टिट्यूट के मैथ्स टीचर जय सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है.
14 जुलाई को स्टूडेंट के पेरेंट्स द्वारा दर्ज की गई शिकायत के मुताबिक उठक-बैठक करने की वजह से लड़के के पैर में सूजन आ गई. दर्द की वजह से वो ठीक से चल भी नहीं पा रहा था. 14 जुलाई को पहले इस मामले में शिलांग (मेघालय) के लबन पुलिस स्टेशन में शिकायत की गई. बाद में 21 जुलाई को देहरादून के वसंत विहार थाने में एफआईआर दर्ज की गई. पेरेंट्स द्वारा की गई शिकायत के मुताबिक
दर्द से जूझते हुए, वह किसी तरह 7 और 8 जुलाई को क्लास अटेंड कर पाया. लेकिन उसे तेज दर्द और ऐंठन होने लगी. उसके पीजी मालिक को उसे एक हड्डी के डॉक्टर के पास ले जाना पड़ा. हमारे बेटे ने शुरुआत में हमें चिंता से बचाने के लिए हमें इस बारे में नहीं बताया, लेकिन बाद में उसकी हालत बिगड़ गई और उसे इलाज के लिए डॉक्टर के पास ले जाना पड़ा.
एफआईआर के मुताबिक लड़के के पेरेंट्स ने पहले फैकल्टी से मैथ्स टीचर के खिलाफ ई-मेल कर शिकायत की. लेकिन तब भी कोई एक्शन नहीं लिया गया. संस्थान ने माना कि ऐसा हुआ था और उन्हें इस बात की जानकारी है कि उनके एक टीचर ने बच्चे के साथ गलत व्यवहार किया. जिसके परिणामस्वरूप उसके पैरों में दिक्कत हुई और वो बढ़ती गई. इसके बाद लड़का मानसिक और शारीरिक रूप से इतना टूट गया कि वो क्लास करने जा ही नहीं पाया. इस घटना की वजह से लड़का ट्रामा में है.
मामले पर जानकारी देते हुए देहरादून, वसंत विहार थाने के इंचार्ज प्रदीप सिंह रावत ने बताया कि एफआईआर पहले मेघालय में दर्ज हुई. बाद में उसे देहरादून ट्रांसफर कर दिया गया. स्टेशन इंचार्ज रावत के मुताबिक पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. उन्होंने घटनास्थल का मुआयना किया है. साथ ही पीड़ित और उसके पिता का बयान भी दर्ज कर लिया गया है.
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