‘कैप्टन कूल’ पर सिर्फ धोनी का नहीं हक? वकील ने Trademark पर उठा दिए सवाल!
MS Dhoni ने ‘Captain Cool’ के लिए ट्रेडमार्क अप्लाई किया था. लेकिन, उनके इस आवेदन को अब Delhi के एक वकील ने चुनौती दे डाली है. वो भी बाकायदा तर्कों के साथ. क्या है वो तर्क?
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कैप्टन कूल (Captain Cool) सुनते ही स्मृति में जिस शख्स का चेहरा उभरता है. वो हैं भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान- महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni). धोनी चाहते हैं कि ये नाम चिरकाल तक उनके नाम के साथ जुड़ा रहे. शायद इसलिए ही उन्होंने ‘कैप्टन कूल’ के लिए ट्रेडमार्क अप्लाई किया है. लेकिन, उनके इस आवेदन को अब दिल्ली के एक वकील ने चुनौती दे डाली है. वो भी बाकायदा तर्कों के साथ.
क्या है वो तर्क?बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के रहने वाले वकील आशुतोष चौधरी ने इस शब्द के रजिस्ट्रेशन को लेकर चुनौती दी है. उनका दावा है कि ये बड़ा ही सामान्य सा वाक्यांश (Phrase) है. उन्होंने तर्क दिया कि धोनी अकेले ही इस फ्रेज पर एकाधिकार नहीं जता सकते. जिसका एक व्यापक मतलब होता है. आशुतोष चौधरी ने दावा किया कि इसे सालों से कई खिलाड़ियों के नाम के साथ इस्तेमाल किया जाता रहा है.
उन्होंने यह भी तर्क दिया कि ट्रेडमार्क एक्ट, 1999 के लिए जिन कानूनी शर्तों की जरूरत होती है, उन्हें पूरा करने में ये आवेदन असफल है. उन्होंने कहा कि केवल लोकप्रियता ही कानूनी सीमा को पूरा नहीं करती है. इसके लिए कई और जरूरी शर्तें भी होती हैं. हालांकि, ट्रेड मार्क्स रजिस्ट्री ने धोनी के औपचारिक आवेदन को मंजूर कर लिया है. साथ ही इसे एक ऑफिशियल जर्नल में छाप भी दिया है. धोनी ने Class-41 के तहत आवेदन किया था, जिसमें शिक्षा, मनोरंजन, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े ट्रेडमार्क दिए जाते हैं.
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पहले भी यूज हुआ ‘कैप्टन कूल’रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में पुराने समाचार पत्रों के आर्टिकल्स और क्रिकेट कवरेज को भी सबूत के तौर पर पेश किया गया. जिसमें दिखाया गया कि धोनी से बहुत पहले ही 'कैप्टन कूल' शब्द का इस्तेमाल दूसरे इंटरनेशनल क्रिकेटरों के लिए किया जाता था. आशुतोष चौधरी ने कहा कि ‘कैप्टन कूल’ शब्द एक सामान्य और सराहनीय शब्द है. जो ऐतिहासिक रूप से श्रीलंका के अर्जुन रणतुंगा समेत कई दूसरे क्रिकेटरों के साथ जुड़ा रहा.
विपक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि यह फ्रेज खेल की आम बोलचाल की भाषा मात्र है. ठीक उसी तरह जैसे 'द वॉल' (पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ के लिए) या ‘GOD of Cricket’ (पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर के लिए) इस्तेमाल किया जाता है.
यह मामला अब ट्रेडमार्क एक्ट, 1999 की धारा 21 के मुताबिक विरोध कार्यवाही के तहत आगे बढ़ेगा. जिसे दिल्ली की एक लॉ फर्म ‘केएनालिसिस एटॉर्नीज’ (KAnalysis Attorneys) के जरिए दायर किया गया था.
वीडियो: MS धोनी ने ‘कैप्टन कूल’ को ट्रेडमार्क करने के लिए किया अप्लाई, क्या है पूरा मामला?