बिहार के मंत्री जीवेश मिश्रा नकली दवा बेचने के दोषी करार, हर तरफ से घिरे सीएम नीतीश कुमार
विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस और RJD ने जीवेश मिश्रा के इस्तीफे की मांग तेज कर दी है. उनका कहना है कि नकली दवाइयां बेचकर लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाला व्यक्ति मंत्री पद पर बने रहने का हकदार नहीं है.

बिहार के नगर विकास मंत्री जीवेश मिश्रा (Jivesh Mishra) को राजस्थान में 15 साल पुराने नकली दवा मामले में कोर्ट ने दोषी करार दिया है. कोर्ट ने उन्हें सजा सुनाई, लेकिन 7,000 रुपये के जुर्माने और अच्छे आचरण की शर्त पर भी रिहा कर दिया. इस फैसले के बाद बिहार की राजनीति में हंगामा मच गया है. विपक्षी दलों, खासकर कांग्रेस और RJD ने जीवेश मिश्रा के इस्तीफे की मांग तेज कर दी है. उनका कहना है कि नकली दवाइयां बेचकर लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाला व्यक्ति मंत्री पद पर बने रहने का हकदार नहीं है.
जीवेश मिश्रा दिल्ली की दवा सप्लाई करने वाली 'ऑल्टो हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड' नाम की कंपनी के डायरेक्टर हैं. दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान के राजसमंद में कंसारा ड्रग्स डिस्ट्रीब्यूटर्स नाम की कंपनी में सितंबर 2010 में दवाओं का सैंपल लिया गया था. लैब रिपोर्ट में सामने आया था कि कंसारा ड्रग्स डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी से लिए गए सिप्रोलिन-500 टैबलेट में मिलावट है.
इसके बाद सामने आया कि जिस दवा में मिलावट पाई गई, उस दवा की सप्लाई जीवेश मिश्रा की कंपनी समेत दो अन्य फर्मों ने की थी. मामले में कोर्ट ने 4 जून को जीवेश मिश्रा समेत 9 लोगों को दोषी करार दिया था. सजा की सुनवाई के लिए एक जुलाई की तारीख रखी गई थी.
जीवेश मिश्रा को दोषी करार दिए जाने के बाद मामले में राजनीति तेज हो गई है. कांग्रेस ने मांग की है कि भारतीय जनता पार्टी जीवेश मिश्रा को न केवल मंत्रिमंडल से हटाए, बल्कि पार्टी से भी निष्कासित करे.
RJD नेता रोहिणी आचार्य ने X पर लिखा,
“लाचार, अचेत, समझौता परस्त मुख्यमंत्री की सरकार है. नकली दवा का कारोबारी भी पूरी ढिठाई से मंत्री की कुर्सी पर बरकरार है... अनैतिक गठबंधन की सरकार में अनैतिक कामों में लिप्त लोगों का ही जमावड़ा है और कुर्सी से चिपके रहने की आदत. मजबूरी का सबब कुछ ऐसा है कि दोषी साबित हो चुके इस मंत्री को मंत्रिमंडल से बाहर करना तो दूर की बात है, नीतीश कुमार इस मुद्दे पर कुछ बोलने तक की जुर्रत नहीं कर सकते…”
कांग्रेस सांसद पप्पू यादव ने नीतीश कुमार से जीवेश मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग की है. उन्होंने X पर लिखा,
“मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील करता हूं कि नकली दवा माफिया मंत्री जीवेश मिश्रा को आज मंत्रिमंडल से बर्खास्त कीजिए. जो व्यक्ति नकली दवा बेचकर आम लोगों की जान से खिलवाड़ करता है, वो बिहार के साथ कितना कुकर्म कर रहा होगा.”
वहीं RJD नेता और बक्सर सांसद सुधाकर सिंह ने इस मामले की CBI जांच की मांग की है. जिससे कि ये पता लगाया जा सके कि उनकी कंपनी ने कहां-कहां नकली दवाइयां सप्लाई कीं और इसके पीछे का नेटवर्क क्या था.
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