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'AIADMK से गठबंधन के लिए अन्नामलाई को हटाया गया?', सवाल पर शाह ने मुस्कुराते हुए ये जवाब दिया

बीजेपी ने तमिलनाडु में नया प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया है. नयनार नागेंद्रन अब अन्नामलाई की जगह लेंगे.

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Amit Shah On BJP K Annamalai
AIADMK महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और BJP तमिलनाडु प्रमुख के अन्नामलाई. (फ़ोटो - PTI)
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हरीश
12 अप्रैल 2025 (Updated: 12 अप्रैल 2025, 04:26 PM IST) कॉमेंट्स
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11 अप्रैल को नयनार नागेंद्रन तमिलनाडु में बीजेपी के अध्यक्ष बने और AIADMK के साथ पार्टी के गठबंधन का औपचारिक एलान भी हो गया. अमित शाह कल तमिलनाडु में थे. गठबंधन को लेकर तो उनसे पत्रकारों ने सवाल किए ही, एक और पूछा गया जिसको लेकर पिछले कुछ समय से राजनीतिक हल्कों में चर्चा ज़ोरो पर है. सवाल था अन्नामलाई की तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष पद से रुखसती को लेकर.  शाह से पत्रकार ने पूछा- ‘पलानीस्वामी नहीं चाहते थे कि अन्नामलाई के अध्यक्ष रहते, गठबंधन आगे बढ़े. क्या ऐसा है?’ शाह ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया. उन्होंने कहा-  

‘ये बिल्कुल भी सच नहीं है. अन्नामलाई आज भी राज्य के BJP अध्यक्ष हैं. इसलिए वो मेरे साथ बैठे हैं.’

अन्नामलाई शाह के बगल में बैठे थे. उनके दूसरी ओर बैठे थे AIADMK महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी. जब शाह ये जवाब दे रहे थे, तो पलानीस्वामी भी मुस्कुराते थे. 

दरअसल, पिछले कई दिनों से तमिलनाडु को लेकर ऐसी खबरें चल रही थीं कि पलानीस्वामी नहीं चाहते कि अन्नामलाई प्रदेश में बीजेपी के अध्यक्ष रहें. कहा गया कि AIADMK नेता ने गठबंधन करने के लिए बीजेपी से अन्नमलाई को अध्यक्ष पद से हटाने को कहा था.  कुछ दिन पहले पलानीस्वामी और अमित शाह के बीच दिल्ली में बैठक हुई थी. चर्चा है कि इसी बैठक में उन्होंने अन्नामलाई को हटाने की शर्त रखी थी. 

इस बैठक के कुछ दिन बाद अन्नामलाई ने मीडिया से बात करते हुए सार्वजनिक तौर पर यह एलान कर दिया था वह प्रदेश अध्यक्ष पद की रेस में नहीें हैं. बीते कल, 11 अप्रैल को आखिरकार तमिलनाडु बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल गया. नयनार नागेंद्रन को बीजेपी ने अध्यक्ष चुन लिया. अन्नामलाई ने खुद उनके नाम का प्रस्ताव दिया और उन्हें निर्विरोध चुन लिया गया. 

इसी के साथ लंबे समय से अटका बीजेपी और AIADMK के गठबंधन की भी खबर आई. 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान भी दोनों पार्टियों के बीच बातचीत हुई थी, मगर बात अंत तक नहीं पहुंच पाई. इसके पीछे अन्नामलाई का मुखर विरोध भी एक वजह बताई जाती है. 

हालांकि, शाह अन्नामलाई की भविष्य की जिम्मेदारियों पर टिप्पणी करने से बचते दिखाई दिए. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि अन्नमलाई को पार्टी में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है या फिर केंद्र सरकार में भी शामिल किया जा सकता है. लेकिन जब शाह से इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने टालते हुए कहा- 'कुछ चीजें पार्टी के लिए भी छोड़ दीजिए.' 

वीडियो: कोर्ट में आज: तमिलनाडु के गवर्नर पर सुप्रीम कोर्ट ने क्या फैसला दिया है?

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