पड़ताल: क्या कांग्रेस के विधायक ने ईवीएम के पास खड़े होकर अपने सामने वोट डलवाए?
'दी लल्लनटॉप' की एंटी फ़ेक न्यूज़ वर्कशॉप में ऑडियंस ने जानना चाहा इस ख़बर का सच.
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सोशल मीडिया पर किए जा रहे दावों के मुताबिक बीजेपी-कांग्रेस के विधायक ने बूथ कैप्चरिंग की.
‘दी लल्लनटॉप’ देश में चल रहे लोकसभा चुनाव के अलावा फेसबुक के साथ मिलकर देश के अलग-अलग इलाकों में फ़ेक न्यूज़ से बचने के लिए वर्कशॉप कर रहा है. इस कड़ी में हमारी टीम पहुंची राजस्थान के कोटा में. यहां ‘दी लल्लनटॉप’ के रिपोर्टर निखिल ने ऐसी ही वर्कशॉप की. वर्कशॉप अटेंड कर रहे हरीश गुप्ता को एक ख़बर पर शक था. वो एक वायरल मैसेज की सच्चाई जानना चाहते हैं जिसमें दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय बूथ कैप्चरिंग करवा रहे हैं.
हरीश गुप्ता के पास ये जानकारी सोशल मीडिया से पहुंची है. हरीश, कोटा में हमारी वर्कशॉप का हिस्सा बने थे.
हरीश गुप्ता चाहते हैं कि ‘दी लल्लनटॉप’ इस ख़बर की पड़ताल करे और उन तक सच पहुंचाए. हम इस खबर की पड़ताल पहले भी कर चुके हैं. चूंकि, हरीश को इस ख़बर पर शक है और ये खबर हर बार वोटिंग के दौरान शेयर की जा रही है, इसलिए हम आप तक इसकी सच्चाई पहुंचा रहे हैं दावा सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक सफेद कुर्ता पहने व्यक्ति किसी बूथ के अंदर खड़ा है. लोग वोट दे रहे हैं तो वे उनकी ताक-झांक कर रहा है. वोटरों को भी कुछ इशारे करता हुआ दिख रहा है. इसी वीडियो को लोग सोशल मीडिया पर शेयर करके लिख रहे हैं.
कांग्रेस विधायक अनिल उपाध्याय की इस हरकत पर क्या कहेंगे राहुल जी,इस वीडियो को इतना वायरल करो की ये पूरा हिन्दुस्तान देख सके
ये वीडियो फेसबुक के साथ-साथ ट्विटर पर भी खूब वायरल हो रहा है.Congress MLA Anil Upadhyay strengthening democracy in his Constituency pic.twitter.com/608IsUp7tQ
— Narendra Singh (@Narendra901) April 22, 2019

फेसबुक पर भी झमाझम लोग इसे शेयर कर रहे हैं.
इसके बाद से ही लोग कांग्रेस पर बूथ कैप्चरिंग के खूब आरोप लगा रहे हैं.
पड़ताल 1. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो पश्चिम बंगाल के रायगंज का है. इंडिया टुडे की खबर
के मुताबिक 18 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल के रायगंज में हिंसा हुई थी. साथ ही साथ रायगंज से बीजेपी की उम्मीदवार देबाश्री चौधरी ने भी टीएमसी के नेताओं पर बूथ कैप्चरिंग के आरोप लगाए थे. 18 अप्रैल के बाद वायरल हो रहे इस वीडियो में टीएमसी का वर्कर है जिसका नाम मोहम्मद सोमुनुद्दीन है. इससे जब पूछा गया कि ये बूथ के अंदर क्या कर रहा था. तब इसने जवाब दिया
मैं सिर्फ वहां वोटिंग प्रोसेस में बूढ़ी मां और पहली बार वोट दे रही बेटियों की मदद कर रहा था.क्योंकि बूथ के अधिकारी बीमार थे2. ऑल्ट न्यूज़ ने इस मामले में रायगंज के सीपीएम उम्मीदवार मोहम्मद सलीम से बात की. मोहम्मद सलीम की गाड़ी के ऊपर ही 18 अप्रैल को हमला हुआ था. इस मामले में मोहम्मद सलीम ने कहा:
'इस मामले में कोई ट्रेडिशनल तरीके से बूथ कैप्चरिंग नहीं हुई है. 50 के करीब बूथों में टीएमसी के गुंडे और पंचायत सदस्य बैठे हुए थे. ये सभी लोगों पर नज़र बनाए हुए थे कि लोग वोट किसे दे रहे थे. टीएमसी के सदस्य सभी बूथों में गैर कानूनी तरीके से बैठे हुए थे और वहां सभी अधिकारी चुप थे.'3. अब बात अनिल उपाध्याय की. माई नेता
वेबसाइट के मुताबिक अनिल उपाध्याय के नाम का कोई उम्मीदवार ही नहीं हैं. एक है भी तो उनके नाम के आगे डॉक्टर लगा है और मूलत: जोधपुर से हैं और बीएसपी पार्टी के जुड़े हैं. नतीजा
# वीडियो के कैप्शन में जिस अनिल उपाध्याय का ज़िक्र है वो ना तो बीजेपी का है और ना ही कांग्रेस का है.
# वीडियो में दिख रहा व्यक्ति टीएमसी का नेता है और उसके मुताबिक वो बूढी मां और बेटियों की मदद कर रहा था.
# और अगर ये वीडियो आपको किसी भी और नेता के नाम से दिख रही है तो वो पोस्ट भी अनिल उपाध्याय वाली पोस्ट के तरह ही फेक है. इस शख़्स का असली नाम मोहम्मद सोमुनुद्दीन है और खुद को TMC का नेता बताता है.
अगर आपको चुनाव से जुड़ी या उसके अलावा भी किसी ख़बर पर शक हो तो हमें लिखें. हमारा पता है PADTAALMAIL@GMAIL.COM