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पड़ताल : 400 साल में एक बार दिखाई देने वाले फूल की सच्चाई

सोशल मीडिया पर इस फूल का फोटो खूब फैलाया जा रहा है.

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इस फूल की फोटो खूब वायरल हो रही है.
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मनदीप
30 जुलाई 2018 (Updated: 30 जुलाई 2018, 10:50 AM IST) कॉमेंट्स
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सोशल मीडिया को बंदर के हाथ में उस्तरा कहना कभी कभी सटीक लगता है. वो इसलिए क्योंकि यहां आई जानकारियों को अपनी सहूलियत के हिसाब से यूं तोड़ा मरोड़ा जा रहा है कि विश्वसनीयता नाम की कोई चीज रह नहीं गई है. आस्था और धर्म के नाम पर लोगों को खूब मूर्ख बनाया जाता है. कभी गाय की तो कभी किसी भगवान की फोटो डालकर शेयर करने, दर्शन करने , लाइक करने और पता नहीं क्या-क्या करने के लिए कहा जाता है.
मगर इस बार सोशल मीडिया पर दिन-रात झूठ फैलाने का बिजनेस करने वालों के हाथ एक फूल का फोटो लगा है. जिसे इन दिनों खूब शेयर किया जा रहा है. उस फोटो को शेयर करके लिखा जा रहा है कि यह हिमालय में पाया जाने वाला एक दुर्लभ फूल है जो 'महामेरु पुष्पम्' या  'आर्य पू' के नाम से जाना जाता है. इस पुष्प की विशेषता यह है कि यह 400 वर्ष में एक बार दिखाई देता है. इस समय यह फूल खिला हुआ है. इसे पुनः देखने के लिए 400 साल प्रतीक्षा करनी पड़ेगी. हमारी यह पीढ़ी सौभाग्य शाली है, जो आजकल आए हुए इस दुर्लभ पुष्प को देख रही है. मित्रो को भी दिखाएं. मान्यता है कि इस पुष्प का दर्शन करना और कराना पुण्य का काम है. इसलिए इसे खूब शेयर करिए ताकि और लोग भी इसके दर्शन कर सकें.
सोशल मीडिया पर ये पोस्ट शेयर हो रही हैं
सोशल मीडिया पर ये पोस्ट शेयर हो रही हैं.

जब हमने इस फोटो के बारे में लिखी गई जानकारियों के बारे में पड़ताल की तो पता चला सारी जानकारियां फेक हैं, टोटल फेक.

क्या है इस फूल की सच्चाई?

असल में इस फूल का नाम है प्रोटेया साय़नारोइडस्. दक्षिण अफ्रीका का यह फूल प्रोटेया नाम की प्रजाति की विशेष नस्ल है. इस फूल को विशाल प्रोटेया, हनीपॉट या किंग शुगर झाड़ी के नाम से भी जाना जाता है. यह फूल अफ्रीका के दक्षिण-पश्चिम और दक्षिणी हिस्सों के फायनबोस इलाकों में थोक में पाया जाता है. किंग प्रोटेया दक्षिण अफ्रीका का राष्ट्रीय फूल भी है. यह शानदार फूल वहां की कई लोकल स्पोर्ट्स टीमों और क्लबों का प्रतीक भी है.
तो मितरों पते की बात यह है, सोशल मीडिया पर झूठ का रायता फैलाने वालों से सावधान रहें. ऐसी फोटो को आगे शेयर करने से बचें और जो लोग ऐसा कर रहे हैं, उन्हें फटकार लगाएं.


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