रंगोली चंदेल का विरोध करने वाले ये लोग खुद रंगोली जैसी हिंसक और घटिया सोच रखते हैं
'जमाती' से जुड़े ट्वीट के बाद कंगना रनौत की बहन रंगोली को लपेटा गया है.

एक्ट्रेस कंगना रनौत की बहन रंगोली चंदेल. ट्विटर ने उनका अकाउंट सस्पेंड कर रखा है. उनके एक ट्वीट के चलते. उनका लोगों ने खूब विरोध किया. लेकिन कुछ अति-विरोधी लोगों ने उनके ऊपर हुए एसिड अटैक तक को सही ठहरा दिया.
ये विरोध क्यों हो रहा है?
रंगोली के उस ट्वीट की वजह से, जिसमें उन्होंने 'मुल्लाओं' और सेक्युलर मीडिया को गोली मारने की बात कही थी.
रंगोली का ये ट्वीट उत्तर प्रदेश के मोरादाबाद में हुई घटना के तुरंत बाद आया था. असल घटना ये थी कि एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मौत के बाद डॉक्टर्स और पुलिस की टीम परिवारवालों का सैंपल लेने गई थी. उसी वक्त टीम के ऊपर लोगों ने हमला कर दिया. हमले के तुरंत बाद ये खबर आई कि कोरोना से मरने वाला व्यक्ति जमात से लौटा था.
हालांकि, बाद में साफ हुआ कि वो जमात से लौटे किसी व्यक्ति के संपर्क में आया था, खुद जमात में नहीं गया था. लेकिन रंगोली शायद तब तक ट्वीट कर चुकी थीं. और मृतक को 'जमाती' पुकार चुकी थीं.
खैर, ट्वीट में आगे लिखा है कि पुलिसवालों और डॉक्टर्स के ऊपर हुए हमले में मौत भी हुई. जबकि असल में उन्हें चोट आई थी, मौत नहीं हुई थी.
यानी रंगोली ने न सिर्फ गैरजिम्मेदाराना तरीके से फेक न्यूज़ फैलाई. बल्कि यहूदियों के नरसंहार सरीखे उदाहरण का इस्तेमाल किया. यानी हेट स्पीच का क्राइम किया.

रंगोली का ट्वीट, जिसके बारे में हमने ऊपर बताया है.
फिल्म डायरेक्टर रीमा कागती और एक्ट्रेस कुब्रा सैत जैसे लोगों ने रंगोली का विरोध किया. ट्विटर, मुंबई पुलिस से एक्शन लेने की अपील की. कुछ ही देर बाद रंगोली का अकाउंट ही सस्पेंड कर दिया गया.
अब एंट्री हुई एसिड अटैक को सही बताने वालों की
इतना कुछ होने के बाद लोगों की भीड़ ट्विटर पर आ गई. सही गलत के बीच लोग एसिड अटैक की पैरवी तक पहुंच गए.
रंगोली खुद एसिड अटैक सर्वाइवर हैं. उन्होंने एक आदमी के शादी के प्रपोज़ल को ठुकरा दिया था, इसलिए उसने 2006 में रंगोली के ऊपर एसिड फेंक दिया था. ठीक होने के लिए रंगोली को 54 सर्जरी से गुज़रना पड़ा.
कुछ ट्वीट्स पर नज़र डालिए.
'भगवान जो करता है ठीक करता है. एक बार फिर एसिड अटैक.'

रंगोली के खिलाफ हुए ट्वीट.
दूसरे ने लिखा,
'जिस आदमी ने तुम्हारे ऊपर एसिड फेंका, वो सच में दूर की सोचने वाला रहा होगा.'

रंगोली के खिलाफ हुए ट्वीट.
तीसरे ने लिखा,
'अब वक्त आ गया है कि ये फिर से पता किया जाए कि उस 'गुंडे' ने एसिड क्यों फेंका था.'

रंगोली के खिलाफ हुए ट्वीट.
इसी तरह के कई सारे ट्वीट्स की भरमार इस वक्त ट्विटर पर है.
एसिड अटैक को सही ठहराना कितना गलत?
रंगोली का विरोध ही इसी बात पर हुआ कि उन्होंने समुदाय विशेष के खिलाफ हिंसक बातें लिखीं. फिर उस हिंसक सोच का बदला दूसरी हिंसा से कैसे लिया जा सकता है? वो भी एसिड अटैक जैसी हिंसा. जिसका सामना करने वाला हर पल असहनीय पीड़ा झेलता है. लंबी लड़ाई लड़ता है--मानसिक, शारीरिक और कानूनी.
सबसे बड़ी बात ये है कि एसिड अटैक को इंडिया में बड़े तौर पर एक जेंडर से जुड़े हुए क्राइम के रूप में चिह्नित किया गया है. जब हम एक लड़की पर एसिड अटैक होने की दुआ करते हैं, हम जाने कितनी हजार लड़कियों के साथ अन्याय करते हैं.
देखिये भारत में कोरोना कहां-कहां और कितना फैल गया है.
वीडियो देखें: कंगना की बहन रंगोली का एकाउंट ट्विटर ने सस्पेंड किया तो वो अब ये आरोप लगा रहीं हैं