इंट्रो से दीवार तक, पंचायत-3 में दिखे मोबाइल नंबरों के पीछे क्या खेल है?
Panchayat 3 की शुरुआत में नए सचिव जो फोन नंबर घुमाते हैं, उनके पीछे क्या कहानी है.

बीती 28 मई को Panchayat Season 3 रिलीज़ हुआ. इस सीज़न में कुल आठ एपिसोड हैं. दूसरा सीज़न जिस तरह से खत्म हुआ, उसके लिए ऑडियंस को किसी ने तैयार नहीं किया. तीसरे सीज़न की शुरुआत में हम देखते हैं कि एक अनजान आदमी अपनी मोटरसाइकिल पर फुलेरा में एंट्री ले रहा है. पंचायत ऑफिस के सामने पहुंचता है. दरवाज़े पर ताला लगा है. दीवार पर कुछ फोन नंबर मिलाना शुरू करता है. पहले प्रधान को फोन करता है. बताता है कि वो नया सचिव है. सामने से फोन कट जाता है. फिर सहायक विकास को फोन मिलाता है. वो भी फोन उठाकर झट से काट देता है. नए सचिव के साथ आगे क्या होता है, उसके लिए आप ‘पंचायत’ के तीसरे सीज़न का पहला एपिसोड देखिए. बाकी अपना ध्यान उन फोन नंबरों पर अटक गया, जिनको मिलाने की कोशिश नए सचिव कर रहे थे. हमने जानने की कोशिश की कि वो नंबर आखिर किसके हैं.
आमतौर पर फिल्मों या शोज़ में जो नंबर इस्तेमाल होते हैं, वो टीम से जुड़े लोगों के होते हैं. या फिर मार्केटिंग वालों के होते हैं. ताकि इसी बहाने उस प्रोजेक्ट को प्रमोट भी किया जा सके. कई बार ऐसा भी हुआ है कि जब फिल्ममेकर्स ने ऐसे ही कोई नंबर इस्तेमाल कर लिया. उसके बाद जब लोगों ने उस नंबर पर फोन घुमाया, तो किसी वास्तविक इंसान का नंबर निकला. हालांकि ‘पंचायत’ के केस में ऐसा कुछ भी नहीं था. पहली बात तो ये कि तीनों ही फोन नंबर में 10 अंक पूरे नहीं थे. वो सिर्फ नौ अंकों के ही नंबर हैं. इसके आगे हमने थोड़ा समीकरण दौड़ाया. दसवें अंक की जगह अलग-अलग अंक लगाकर फोन मिलाए. हम बस इतना पता करने की कोशिश कर रहे थे कि क्या वाकई ऐसे प्रयोग कर के सही नंबर लग रहे हैं. और क्या ‘पंचायत’ के फैन्स उन लोगों को परेशान कर रहे हैं.

सबसे पहले सचिव अभिषेक त्रिपाठी के नंबर वाले समीकरण इस्तेमाल किए. वो नंबर मिलाने पर सामने से एक ही जवाब आया – You seem to have dialed a wrong number. यानी आपने गलत या अमान्य फोन नंबर मिला दिया है. उसके बाद सचिव के सहायक की बारी आई. उनके केस में भी यही जवाब आया, कि वो नंबर अमान्य हैं. प्रधान मंजू देवी का नंबर बचा था. कुछ अंक लगाकर उनका फोन नंबर मिलाया गया. सामने से घंटी बजने की आवाज़ सुनाई पड़ी. दूसरा और तीसरा समीकरण इस्तेमाल किया, और अब अभी घंटी बज रही थी. वो बात अलग है कि इन नंबर्स में से किसी ने भी फोन नहीं उठाया. ये कंफर्म नहीं हो सका कि वो ‘पंचायत’ की टीम के सदस्यों के नंबर थे या नहीं.
बाकी शो की बात करें तो जीतेंद्र कुमार के साथ रघुबीर यादव, नीना गुप्ता, फैसल मलिक, चंदन रॉय, पंकज झा, सानविका, दुर्गेश कुमार और सुनीता रजवार ने अहम रोल्स किए हैं. शो के तीसरे सीज़न को मिक्स्ड रिव्यूज़ मिल रहे हैं.
वीडियो: पंचायत सीज़न 3 REVIEW बाय गजेंद्र सिंह भाटी