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'कल्कि' के ये 5 ब्लॉकबस्टर सीन कहां से उठाए हुए हैं?

Kalki 2898 AD ने जिन फिल्मों से प्रेरणा ली, उनमें से तीन बड़ी हॉलीवुड फ्रैंचाइज़ हैं.

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kalki 2898 ad scenes
'कल्कि' पर किन फिल्मों की सबसे गहरी छाप दिखती है.
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यमन
27 जून 2024 (Updated: 27 जून 2024, 08:15 PM IST) कॉमेंट्स
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Kalki 2898 AD रिलीज़ हो चुकी है. लोग फिल्म को पसंद कर रहे हैं. उसकी आलोचना भी कर रहे हैं. कुलमिलाकर फिल्म पर चर्चा कर रहे हैं. इससे पहले इंडियन सिनेमा में साइंस फिक्शन को लेकर इस स्केल का प्रयोग नहीं हुआ है. ये सब बाहर की दुनिया में ही चल रहा था. ज़ाहिर तौर पर बाहर के कॉन्सेप्ट को स्वदेस लाने में कुछ चीज़ों से प्रेरणा भी ली गई. ‘कल्कि’ के ऐसे कौन से सीन हैं जिन्हें देखकर हॉलीवुड फिल्मों की याद आती है, अब उनके बारे में पढिए.      

#1. मैड मैक्स: फ्यूरी रोड – ‘कल्कि’ में एक साइड दीपिका के किरदार को पकड़ने की कोशिश कर रहा है. उनके किरदार के सिर पर 5 मिलियन यूनिट की बाउंटी रख दी जाती है. सब उसे पकड़ना चाहते हैं. कुछ लोग दीपिका को एक ट्रक में बैठाकर ले जा रहे हैं. लोग हर तरफ से उस ट्रक को घेरने में लगे हुए हैं. ये सीक्वेंस देखते ही दिमाग में ‘मैड मैक्स: फ्यूरी रोड’ कौंधती है. फिल्म के सीन में फ्यूरियोसा बचकर भाग रही है, और उसके ट्रक को लोग घेरने की कोशिश कर रहे हैं.      

#2. स्टार वॉर्स – ‘कल्कि’ के विलन सुप्रीम यास्किन की फौज को देखकर ‘स्टार वॉर्स’ याद आई थी. ‘स्टार वॉर्स में विलन की आर्मी का नाम क्लोन ट्रूपर था. सब सफेद रंग की कॉस्ट्यूम में थे. सफेद हेलमेट से उनके चेहरे पूरी तरह से ढके हुए रहते. ठीक उसी तरह ‘कल्कि’ में यास्किन की आर्मी काले रंग के कॉस्ट्यूम में नज़र आती है. 

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यास्किन की सेना और क्लोन ट्रूपर्स.  

‘स्टार वॉर्स’ में एक अलग तरह की तलवार डिज़ाइन की गई थी. उसका नाम लाइटसेबर था. उसके धार वाले हिस्से की जगह लेज़र जैसी लाइट चमकती है. ‘कल्कि’ के एक फ्लैशबैक सीन में उस लाइटसेबर का इस्तेमाल हुआ है.       

#3. अवतार – फिल्म में दो मौकों पर भैरवा और अश्वत्थामा आमने-सामने आते हैं. ज़बरदस्त लड़ाई होती है. भैरवा किसी भी तरह अश्वत्थामा पर भारी नहीं पड़ पाता. फिर दूसरी लड़ाई में वो बुज्जी की मदद लेता है. बुज्जी उसकी हाई-टेक गाड़ी है जो एक रोबोटनुमा आकर ले लेती है. भैरवा उसके अंदर बैठकर अश्वत्थामा से लड़ता है. ऐसा ही जेम्स कैमरन की फिल्म ‘अवतार’ में भी हुआ था. इंसान पंडोरा के निवासियों से लड़ने के लिए ऐसे सूट बनाते हैं.      

kalki avatar
‘कल्कि’ और ‘अवतार’ के मिलते-जुलते डिज़ाइन.  

#4. मैड मैक्स – ‘कल्कि’ में सुप्रीम यास्किन के कॉम्प्लेक्स में गर्भवती महिलाओं को कैद कर के रखा जाता था. उनके खाने-पीने का पूरा ध्यान रखा जाता. अच्छी सुविधा मिलती लेकिन दिन के अंत में वो कैदी ही थीं. ‘मैड मैक्स: फ्यूरी रोड’ में कहानी का विलन इममॉर्टन जो गर्भवती महिलाओं को कैद कर के रखता. बाकी लोगों की तुलना में उन्हें बेहतर खाना मिलता. भले ही ‘कल्कि’ और ‘मैड मैक्स’ में महिलाओं को कैद कर के रखने के पीछे की वजह अलग हो, लेकिन कॉन्सेप्ट लगभग सेम ही है.       

#5. ब्लैक पैंथर - 'कल्कि 2898 AD' में दो गुट हैं. एक सुप्रीम यास्किन की सेना, जो काशी में रहती है. वहीं से वो सबकुछ कंट्रोल करते हैं. दूसरी तरफ हैं कुछ बागी, जो यास्किन और उसकी सेना के खिलाफ फाइट मार रहे हैं. ये लोग शंबाला नाम के गांव में रहते हैं. ये शंबाला एक छुपा हुआ इलाका है, जो किसी मैप पर नज़र नहीं आता. वहां कोई सड़क भी नहीं जाती. डेड एंड सा नज़र आता है. मगर जब आप उस डेड एंड से आगे बढ़ते हैं, तो एक नीली परत से टकराकर गांव में घुसते हैं. वो शंबाला है.

ये गांव मार्वल के सुपरहीरो ब्लैक पैंथर के गांव वकांडा से मिलता-जुलता है. जहां वाइब्रेनियम के खदान हैं. वाइब्रेनियम दुनिया का सबसे मजबूत धातु है. जिससे कैप्टन अमेरिका की शील्ड और थॉर का हथौड़ा-कुल्हाड़ी बनती है. ख़ैर, ये गांव भी दुनिया के मैप पर नहीं है. इस गांव के चारों तरफ एक नीली परत है. न कोई उसके अंदर कोई जा सकता है, न झांक सकता है.

शंबाला और वकांडा में बुनियादी फर्क ये है कि वकांडा के पास दुनिया से छुपे रहने की वाजिब वजह है. वकांडा वासी नहीं चाहते कि दुनिया उनके वाइब्रेनियम के खदानों के बारे में पता चले. वरना वो उन्हें लूट ले जाएंगे. मगर 'कल्कि' में शंबाला के छुपे होने की कोई ठोस वजह नहीं बताई गई है. न ही ये बताया गया कि वो गांव छुपा कैसे है.              

 

वीडियो: महाभारत से लेकर फ्यूचर तक! प्रभास की 'कल्कि 2898 AD' को लेकर डायरेक्टर ने क्या बताया?

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