"तुम्हें गटर में होना चाहिए"- 'चिरंजीवी हनुमान' फिल्म की घोषणा पर बुरे भड़क गए अनुराग कश्यप
सिर्फ अनुराग ही नहीं, विक्रमादित्य मोटवानी ने भी इस फिल्म की अनाउंसमेंट पर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की है.
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Abundantia Entertainment और Collective Media Network ने 19 अगस्त को एक फिल्म अनाउंस की. नाम दिया- Chiranjeevi Hanuman. हनुमान पर पहले भी कई फिल्में बनी हैं. इसमें क्या अलग है? अलग ये है कि मेकर्स इसे पूरी तरह AI यानी Artificial Intelligence से बनाने वाले हैं. उन्होंने इसे प्रमोट भी Made In India कहकर कर रहे हैं. जैसे ही ये खबर बाहर आई फिल्म इंडस्ट्री में बवाल मच गया. लोगों ने आपत्ति जताई कि AI के ऐसे इस्तेमाल से असली कलाकारों के काम पर बुरा असर पड़ेगा. विरोध करने वालों की इस लिस्ट में Anurag Kashyap और Vikramaditya Motwane जैसे नाम शामिल हैं.
अनुराग ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाली. इसमें उन्होंने 'चिरंजीवी हनुमान' के प्रोड्यूसर विजय सुब्रमण्यम को टैग करते हुए लिखा,
"बधाई हो विजय सुब्रमण्यम. ये वो शख्स हैं जो 'लाइफ कलेक्टिव आर्टिस्ट्स नेटवर्क' नाम की एजेंसी चला रहे हैं. जो आर्टिस्ट, राइटर्स और डायरेक्टर्स को रिप्रेजेंट करती है. मगर अब वो खुद एक ऐसी फिल्म बना रहे हैं, जो पूरी तरह AI से बनी है. कलाकारों की भलाई के लिए कितना अच्छा काम किया है आपने. लेकिन सच्चाई ये है कि ये सभी एजेंसियां बस पैसे कमाने में लगी हैं. जब उनके चुने हुए प्रोजेक्ट सफल नहीं होते और आप उनके लिए मनचाहे पैसे नहीं बना पाते, तो ये AI की तरफ चले जाते हैं."
अनुराग ने आगे जोड़ा,
"अगर कोई खुद को कलाकार कहता है और उसमें हिम्मत है, तो उसे इस आदमी से सवाल करना चाहिए. या फिर इस एजेंसी को छोड़ देना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि इस इंसान ने साबित कर दिया कि वो इंसानी कलाकारों को AI के मुकाबले कुछ नहीं समझता. ये हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री के कमजोर और डरपोक कलाकारों का फ्यूचर है. बहुत बढ़िया विजय सुब्रमण्यम. तुम्हारे लिए शर्म काफी नहीं. तुम्हें तो गटर में होना चाहिए."

मामला बढ़ा तो अनुराग ने इसी पोस्ट के नीचे एक और कमेंट जोड़ा. इसमें उन्होंने साफ किया कि उन्हें इस AI फिल्म से कोई दिक्कत नहीं है. मेकर्स इसे बनाने के लिए फ्री हैं. उन्हें दिक्कत केवल विजय सुब्रमण्यम से है. वो एक ऐसी एजेंसी को हेड करते हैं जिसे एक्टर्स, म्यूजिशियन्स को काम देने पर फोकस करना चाहिए. मगर उल्टा, वो AI के ज़रिए उनका काम छीन रहे हैं.

बता दें कि इस मुद्दे पर फिल्ममेकर विक्रमादित्य मोटवानी ने भी अपनी आपत्ति जताई थी. उन्होंने फिल्म के पोस्टर को अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया. इसमें उन्होंने सवाल उठाया कि जब चीजें AI से ही बन रही हैं, तो फिर आपको राइटर्स और डायरेक्टर्स की जरूरत ही क्या है. जहां तक फिल्म की बात है, ये 2026 में हनुमान जयंती के मौके पर रिलीज होगी. इसे बनाने के लिए 50 इंजीनियर्स की टीम जुटी है. फिल्म में गाने बनाने की जिम्मेदारी AI बैंड त्रिलोक को दी गई है.
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