बच्चन-देवगन आ तो रहे हैं, मगर दीपावली पर विजय तो ख़ान की ही होती है
त्योहार की इस बड़ी डेट पर 10 हिट्स देने का रिकॉर्ड सिर्फ शाहरुख ख़ान के पास ही है.
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शाहरुख. दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे में.

आंखें फिल्म का दृश्य.
'गोलमाल-4' में अजय देवगन और अन्य पात्रों साथ इस बार आलिया भट्ट भी अहम रोल में दिख सकती हैं.
दीपावली एक बड़ी डेट होती है. इस दौरान शुक्र-शनि-रवि के अलावा भी फिल्म को दो-तीन ऐसे दिन मिल जाते हैं जब सभी दर्शकों की छुटि्टयां होती हैं और वे थियेटर का रुख करते हैं. इससे कारोबार में जबरदस्त बढ़ोतरी होती है. लेकिन दो बड़ी फिल्मों और खासकर मल्टीस्टारर का एक ही डेट पर आना हमेशा कारोबार को बांट जाता है. इसलिए ट्रेड विश्लेषक इसे ठीक नहीं मानते.पारंपरिक रूप से देखें तो 1992 में अजय देवगन की 'जिगर' के वक्त से दीपावली की डेट पर निर्माता-प्रदर्शक विशेष ध्यान देने लगे और इसे भुनाया जाने लगा. लेकिन इसके बावजूद अजय देवगन का इस डेट पर कोई हक नहीं रहा है. क्योंकि इसके अगले ही साल 'बाज़ीगर' के साथ शाहरुख आए और दीपावली पर ये उनकी पहली हिट थी और उसके बाद ये डेट उनके लिए बहुत शुभ साबित होती गई.
फिल्म उद्योग में आज अघोषित तौर पर जो भी बड़े त्योहार या छुटि्टयों के दिन हैं उनके लिए अलग-अलग शीर्ष सितारे फिक्स से हो चुके हैं. जैसे ईद पर ज्यादातर सलमान खान की फिल्में लगती हैं. क्रिसमस पर आमिर खान की. 15 अगस्त जैसी देशभक्ति वाली डेट्स पर अक्षय कुमार अब जम रहे हैं. इसी तरह दीपावली पर शाहरुख खान की फिल्में लगती गईं.उनकी दस फिल्में दीपावली पर हिट रही हैं, जो हैं - हैप्पी न्यू ईयर (2014), जब तक है जान (2012), रा. वन (2011), ओम शांति ओम (2007), डॉन (2006), वीर ज़ारा (2004), मोहब्बतें (2000), दिल तो पागल है (1997), दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे (1995) और बाज़ीगर (1993). शाहरुख की इन दस फिल्मों ने 1300 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की. इस कमाई में संगीत और प्रसारण जैसे अधिकार शामिल नहीं हैं. उनसे होने वाली आय भी काफी होती है.
अगले साल अमिताभ और अजय देवगन की फिल्में क्या कारोबार में कोई बड़ा अंतर ला पाती हैं या टिकटों को बांटकर ठीक-ठाक कमाई करती हैं ये देखना होगा. लेकिन दीपावली पर 15 प्रमुख बॉक्स ऑफिस मुकाबलों पर नज़र डाल सकते हैं. इससे टिकट खिड़की के मिजाज का अंदाजा लगता है.
1. जमाई राजा, अग्निकाल, रोटी की कीमत (1990)
इनमें पहली फिल्म में अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित, हेमा मालिनी जैसे सितारे थे. दूसरी फिल्म जीतेंद्र और राज बब्बर स्टारर और तीसरी फिल्म मिथुन अभिनीत थी. तीनों मसाला फिल्में थीं लेकिन 'जमाई राजा' सब पर हावी रही.2. जिगर और
यलगार (1992)
यहां अजय देवगन (और करिश्मा कपूर) की मार्शल आर्ट्स वाली फिल्म के सामने फिरोज़ खान और संजय दत्त की पुलिस-अपराधी ड्रामा थी. अजय की फिल्म की कहानी राजू की थी जिसकी बहन की इज्जत भरे चौराहे दुर्योधन लूट लेता है, फिर बाबा ठाकुर राजू को प्रशिक्षित करके तैयार करते हैं और वो अंत में नाटकीय तरीके मार्शल आर्ट्स मुकाबले से जीतता है. इसके आगे 'यलगार' कमतर साबित हुई.
3. बाज़ीगर और
बेदर्दी (1993)
यहां शाहरुख के नेगेटिव रोल वाली रिवेंज थ्रिलर के सामने अजय देवगन स्टारर थी. इसमें उर्मिला मातोंडकर और नसीरुद्दीन शाह भी प्रमुख भूमिकाओं में थे. इन दोनों फिल्मों में से 'बाज़ीगर' हिट रही थी.
4. दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे और
याराना (1995)
'याराना' ललिता (माधुरी दीक्षित) की कहानी थी जो जेबी (राज बब्बर) के चंगुल से भाग निकली है और वह राज (ऋषि कपूर) से मिलती है. दोनों को प्यार हो जाता है. लेकिन फिर जेबी को ललिता का पता चल जाता है. इसके सामने लगी आदित्य चोपड़ा के निर्देशन वाली 'डीडीएलजे' आइकॉनिक साबित हुई. इसने बड़े कीर्तिमान बनाए.
5. दिल तो पागल है और
दीवाना मस्ताना (1997)
निर्देशक यश चोपड़ा की म्यूजिकल-रोमैंटिक लव स्टोरी 'दिल तो पागल है' में शाहरुख, माधुरी दीक्षित और करिश्मा कपूर लीड रोल में थे. इसके सामने गोविंदा-अनिल कपूर-जॉनी लीवर की कॉमेडी 'दीवाना मस्ताना' थी. ये भी किसी लिहाज से कम न थी, टीवी पर आज भी अच्छी रिपीट वैल्यू है लेकिन बॉक्स ऑफिस के आंकड़ों में शाहरुख विजयी रहे.
6. कुछ कुछ होता है और
बड़े मियां छोटे मियां (1998)
गोविंदा-अमिताभ बच्चन की डबल रोल वाली मजेदार कॉमेडी 'बड़े मियां छोटे मियां' भी दर्शकों ने पसंद की लेकिन इसके मुकाबले करण जौहर के निर्देशन वाली डेब्यू फिल्म में लोगों को शाहरुख-रानी मुखर्जी और काजोल की प्रेम कहानी ज्यादा पसंद आई. वो सर्वकालिक ब्लॉकबस्टर्स में शुमार हुई.
7. मोहब्बतें और
मिशन कश्मीर (2000)
इसी साल 'कहो न प्यार है' में अपने हैंडसम लुक्स और अचंभित करने वाले डांस के बाद ऋतिक रोशन युवाओं के मन में चढ़ गए थे और नौ महीने बाद ही विधु विनोद चोपड़ा जैसे बड़े निर्देशक की फिल्म 'मिशन कश्मीर' रिलीज हुई. इसमें ऋतिक के साथ संजय दत्त भी थे. भावुक मसला था. कश्मीर की कहानी. जिस पुलिस वाले ने पाला, वही वो नकाबपोश निकलता है जिसके छापे ने ऋतिक का घर उजाड़ा था. अब वो क्या करेगा? गाने भी जोरदार थे - "चुपके से सुन इस पल की धुन", "बुमरो", "रिंद पोश माल". प्रिटी जिंटा भी थीं. फिल्म ने तारीफ भी पाई और कमाई भी ठीक की. लेकिन आदित्य चोपड़ा द्वारा निर्देशित शाहरुख-अमिताभ की शैक्षिक ड्रामा 'मोहब्बतें' विदेशी और देशी कमाई के मामले में काफी आगे निकल गई.
8. वीर ज़ारा, ऐतराज, मुग़ल-ए-आज़म, नाच (2004)
अभिषेक बच्चन और अंतरा माली के साथ निर्देशक रामगोपाल वर्मा की 'नाच' इन चारों में सबसे कमज़ोर साबित हुई. अक्षय कुमार और करीना कपूर की कोर्टरूम ड्रामा 'ऐतराज' जिसमें प्रियंका चोपड़ा ने नेगेटिव रोल किया ठीक-ठाक रही. ऐसी ही प्रतिक्रिया 'मुग़ल-ए-आज़म' के नए वर्जन को लेकर थी. इन तीनों के मुकाबले शाहरुख-प्रिटी जिंटा की भारत-पाक ड्रामा जिसे यश चोपड़ा ने डायरेक्ट किया था, अव्वल रही.9. डॉन और
जान-ए-मन (2006)
इस लड़ाई में भी अक्षय कुमार और सलमान की फिल्म को शाहरुख और निर्देशक फरहान अख्तर की 'डॉन' ने पीछे कर दिया.
10. ओम शांति ओम और
सांवरिया (2007)
ये दिन कौन भूल सकता है. संजय लीला भंसाली की 'सांवरिया' से रणबीर कपूर और सोनम कपूर ने फिल्मी पदार्पण किया था. सलमान खान ने अतिथि भूमिका भी की थी. तमाम कलात्मकता और नीले रंगों के बावजूद न जाने क्यों फिल्म लोगों को पसंद नहीं आई. वहीं फराह खान द्वारा निर्देशित 'ओम शांति ओम' अपने पूरे औसतपन के बावजूद कमाई करने में सफल रही. शाहरुख खान स्टारर इसी फिल्म से दीपिका पादुकोण ने डेब्यू किया था.
11. गोलमाल रिटर्न्स और
फैशन (2008)
रोहित शेट्टी की गोलमाल सीरीज की कोई भी फिल्म फ्लॉप नहीं रही है और आलोचकों ने सराहा भी नहीं है. सीरीज की इस दूसरी फिल्म के सामने प्रियंका चोपड़ा स्टारर 'फैशन' थी. मधुर भंडारकर की फिल्मों के साथ जैसा होता है कि वे उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिलवा जाती हैं लेकिन टिकट खिड़की पर कुछ उल्लेखनीय नहीं कर पातीं.
12. ऑल द बेस्ट: फन बिगिन्स, ब्लू, मैं और मिसेज खन्ना (2009)
इन तीनों में पहली फिल्म रोहित शेट्टी द्वारा निर्देशित थी. फिर से. इसमें अजय देवगन, संजय दत्त, बिपाशा बसु, संजय मिसरा, जॉनी लीवर जैसी टीम थी. फालूदा फिल्म थी लेकिन सबसे ज्यादा चली. इसके सामने अक्षय कुमार, जायद खान, संजय दत्त और लारा दत्ता की 'ब्लू' थी जो पानी के नीचे ख़जाने की खोज में लगे तीन लोगों के बारे में थी. तीसरी फिल्म सलमान खान और करीना कपूर की थी.13. गोलमाल-3 और
एक्शन रीप्ले (2010)

गोलमाल-3 का एक दृश्य.
विपुल शाह ने अक्षय कुमार और ऐश्वर्या राय बच्चन को लेकर टाइम ट्रैवल पर आधारित (साइंस-फिक्शन?) फिल्म बनाई लेकिन इसे दर्शकों ने पसंद नहीं किया. सामने रोहित शेट्टी की कॉमेडी थी. इसमें अजय देवगन, मिथुन चक्रवर्ती, करीना, अरशद, तुषार, श्रेयस, कुणाल खेमू, जॉनी लीवर, संजय मिसरा और अन्य की पूरी पलटन थी. और पलटन बाजी मार गई.