अब अगर आपको बताया जाए कि 11वें राउंड के बाद फलाना कैंडिडेट ढिकाने कैंडिडेट से 32हजार वोटों से आगे चल रहा है, तो आपका रिएक्शन क्या होगा. यही न कि फलाने कैंडिडेटकी जीत लगभग तय है. और विधानसभा चुनाव में तो ऐसी लीड डिसाइडिंग होती है. पर अबआपको बताएं कि जब नतीजे आए तो पता चला कि फलाना कैंडिडेट 21 हजार वोटों से चुनावजीत गया तो. पूरे 53 हजार वोटों की उलटफेर. कुछ ऐसा ही हुआ है मुस्तफाबाद की सीटपर. जहां से 2015 में बीजेपी के 3 विधायकों में से एक जगदीश प्रधान जीते थे.