पूर्वोत्तर से लेकर दक्षिण तक बजेगा BJP का डंका? प्रशांत किशोर के दावे विपक्ष की नींद उड़ा सकते हैं
Lok Sabha elections 2024: चर्चित चुनाव रणनीतिकार रहे Prashant Kishor ने बीजेपी की जीत के दावों को सही ठहराया है. उन्होंने दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में बीजेपी को मजबूत बताया.

जाने-माने चुनाव एक्सपर्ट प्रशांत किशोर ने 2024 लोकसभा चुनाव से पहले (Prashant Kishor) बड़े दावे कर दिए हैं. उन्होंने कहा है कि इस चुनाव में BJP को दक्षिण से लेकर पूर्वोत्तर तक बड़ी जीत हासिल होगी. उन्होंने देश के इन हिस्सों में BJP को मजबूत बताते हुए कहा कि यहां न केवल पार्टी को बढ़त मिलेगी, बल्कि तमिलनाडु में BJP का वोट शेयर भी बढ़ने वाला है. इसके अलावा प्रशांत किशोर ने आगामी चुनाव को लेकर ‘INDIA’ गठबंधन की कमियां भी गिनवाई हैं.
किन राज्यों में BJP को बढ़त?चुनाव रणनीति के जरिये नाम बनाने के बाद प्रशांत किशोर अब 'जन सुराज' नाम का अभियान चला रहे हैं. इसके तहत वो पूरे बिहार में पदयात्रा कर रहे हैं. बीच-बीच में टीवी डिबेट और इंटरव्यू में देश की राजनीतिक और चुनावी परिस्थितियों पर अपनी राय रखते हैं. लोकसभा चुनाव 2024 की गहमागहमी के बीच न्यूज एजेंसी पीटीआई ने प्रशांत का इंटरव्यू किया. इसी में उन्होंने बताया कि चुनाव में BJP हिंदी पट्टी के राज्यों और पश्चिमी भारत में अपनी पकड़ बनाए रखेगी. उन्होंने कहा कि अगर इन इलाकों में कांग्रेस 100 सीटों पर BJP को हराना सुनिश्चित कर ले तब जाकर BJP पर दबाव पड़ेगा.
वहीं दक्षिण और पूर्वी राज्यों के लिए उन्होंने जो कहा वो विपक्ष के लिए अच्छा नहीं है. चुनाव रणनीतिकार का कहना है,
'400 सीटें जीत सकती है BJP लेकिन...'“मैंने पहले ही कहा था कि तमिलनाडु में पहली बार BJP का वोट शेयर डबल डिजिट में देखने को मिलेगा. तेलंगाना में भी BJP पहले या दूसरे नंबर की पार्टी होगी. ओडिशा में तो निश्चित तौर पर वो पहले नंबर पर रहेगी. आप आश्चर्य करेंगे, लेकिन मेरी राय में पश्चिम बंगाल में भी BJP नंबर एक पार्टी बनने जा रही है.”
BJP लोकसभा चुनाव को लेकर ‘400 पार’ का नारा दे रही है. लेकिन प्रशांत किशोर का मानना है कि BJP ये आंकड़ा नहीं छू पाएगी. 370 तक सीटें जीत सकती है, लेकिन अकेले दम पर बिल्कुल भी नहीं. हालांकि वो तर्क देते हैं कि BJP 400 सीटें भी ‘जीत’ सकती है, क्योंकि जीत के बाद तो हर क्षेत्रीय पार्टी 'NDA' में शामिल हो जाएगी. उन्होंने कहा,
'विपक्ष की संरचना कमजोर'“चर्चा इस बात की नहीं हो रही कि कितनी सीटें आएंगी. लोग ये सोच रहे हैं कि मोदी जी क्या बड़ा करने वाले हैं (पीएम मोदी कहते रहे हैं कि कुछ बड़ा होने वाला है). नेहरू के बाद दूसरी बार कोई देश में पीएम पद पर तीसरा कार्यकाल संभालेगा. ऐसे में कोई खुश है, कोई डरा है तो कोई परेशान है. BJP वोट तो मांग ही नहीं रही. उन्हें 'Ideological Commitment' चाहिए.”
चुनाव को लेकर विपक्ष की तैयारियों पर भी प्रशांत ने अपनी राय दी है. उन्होंने कहा कि विपक्ष की संरचना में कई खामियां हैं. BJP को हराने के लिए 'INDIA' ब्लॉक प्रभावी नहीं है क्योंकि लगभग 350 सीटों पर पहले से ही आमने-सामने की लड़ाई है. उनका दावा है कि BJP जीत जाती है क्योंकि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राजद, एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस जैसी पार्टियां अपने क्षेत्र में ही BJP का मुकाबला नहीं कर पा रहीं हैं. उन्होंने कहा,
“पिछले 5 सालों में पीएम मोदी ने तमिलनाडु में कितने दौरे किए गिन लीजिए. विपक्ष समेत राहुल और सोनिया गांधी यहां कितनी बार पहुंचे. इसकी गिनती कर के तुलना कर लीजिए. लड़ाई यूपी, बिहार और एमपी में होती है. लेकिन कांग्रेस के नेता मणिपुर और मेघालय में दौरे कर रहे होते हैं. तो कैसे जीत मिलेगी? विपक्ष के पास BJP को हराने के लिए तीन मौके मिले, लेकिन गलत स्ट्रैटेजी की वजह से मौका गंवा दिया.”
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