The Lallantop
Advertisement

UP Election Result: कुंडा के राजा भैया को सपा कितनी टक्कर दे पाई?

गुलशन यादव रघुराज प्रताप सिंह के करीबी रह चुके हैं.

Advertisement
Img The Lallantop
कुंडा के विधायक रघुराज प्रताप सिंह (फाइल फोटो)
pic
साकेत आनंद
10 मार्च 2022 (Updated: 10 मार्च 2022, 04:10 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले की सबसे हाई प्रोफाइल सीट है कुंडा. यहां से बाहुबली विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया (Raja Bhaiya) ने एक बार फिर जीत हासिल की है. इस सीट पर उनकी यह लगातार सातवीं जीत है. राजा भैया ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार गुलशन यादव को 30,315 वोटों के अंतर से हराया है. पहली बार उन्होंने अपनी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के टिकट पर चुनाव लड़ा. इस बार उनकी जीत का अंतर पिछले चुनावों के मुकाबले थोड़ा कम जरूर रहा, लेकिन वे इसे बचाने में कामयाब रहे. पहले इस सीट से वे निर्दलीय जीतते आए थे. चुनाव आयोग के मुताबिक, रघुराज प्रताप सिंह को कुल 50.58 फीसदी वोट मिले. वहीं सपा के गुलशन यादव 35.19 फीसदी वोट हासिल करने में कामयाब रहे. 2017 में एक लाख से भी ज्यादा वोटों से जीत रघुराज प्रताप सिंह साल 1993 से ही कुंडा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीतते आ रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में 'मोदी लहर' के बावजूद उन्होंने बीजेपी की जानकी शरण को एक लाख से भी ज्यादा वोटों से हराया था. वहीं बीएसपी उम्मीदवार परवेज अख्तर तीसरे नंबर पर रहे थे. समाजवादी पार्टी ने इस सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था. सपा पिछले कई चुनावों से राजा भैया के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतार रही थी. इस सीट पर रघुराज प्रताप सिंह का दबदबा इस बात से पता चलता है कि पिछले दो चुनावों में उन्हें करीब 68 फीसदी वोट हासिल हुए. बहुजन समाज पार्टी की सरकार के दौरान रघुराज प्रताप सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हुए थे. कुछ मामलों में उन्हें जेल भी जाना पड़ा था. हालांकि मौजूदा हलफनामे के मुताबिक, उन्होंने अपने खिलाफ एक आपराधिक मामला घोषित किया है. राजा भैया यूपी में बीजेपी के कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह सरकार से लेकर समाजवादी पार्टी की सरकार में भी मंत्री रहे हैं. हालांकि अखिलेश यादव से रिश्ते बिगड़ने के बाद साल 2018 में उन्होंने अपनी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक बना ली. 2019 लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने कौशांबी और प्रतापगढ़ सीट पर उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन दोनों जगह पार्टी को हार मिली थी. इस बार सपा ने कुंडा से भी अपना उम्मीदवार उतारा था. लेकिन राजा भैया अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थे. उनकी पार्टी ने भी यूपी की 19 सीटों पर चुनाव लड़ा. चुनाव आयोग के पास दाखिल हलफनामे के मुताबिक, रघुराज प्रताप सिंह की कुल संपत्ति 23.69 करोड़ रुपए है. 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान ये 14 करोड़ रुपए थी. राजा भैया अपनी आय का स्रोत खेती बताते हैं. कभी राजा भैया के करीबी रहे गुलशन सपा के गुलशन यादव, रघुराज प्रताप सिंह के करीबी रह चुके हैं. हालांकि अब वो एक-दूसरे के धुर-विरोधी हैं. चुनाव के दौरान उन्होंने लल्लनटॉप को बताया था कि रघुराज प्रताप सिंह से अब उनकी बातचीत नहीं होती है. गुलशन यादव का कहना है कि राजा भैया खुद उनसे अलग हो गए. हालांकि उन्होंने अलग होने कारणों का जिक्र नहीं किया. गुलशन यादव के हलफनामे के मुताबिक, उनके खिलाफ 20 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या और अपहरण जैसे गंभीर अपराध भी शामिल हैं. उनके भाई छविनाथ यादव सपा के जिलाध्यक्ष हैं. कुंडा विधानसभा क्षेत्र में करीब 90 हजार दलित मतदाता हैं, जिनमें सबसे ज्यादा संख्या पासी समुदाय की है. वहीं यादव मतदाताओं की संख्या 75,000 है. इस क्षेत्र में ब्राह्मणों को छोड़कर रघुराज प्रताप सिंह को सभी समुदायों का साथ मिलता रहा है. इस बार सपा के उम्मीदवार उतारने और बीजेपी की तरफ से ब्राह्मण व बसपा की ओर से मुस्लिम उम्मीदवार उतारे जाने से मुकाबला कड़ा नजर आ रहा था.

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement