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Karnataka Election Result: कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया अपनी सीट बचा पा रहे हैं या नहीं?

सिद्धारमैया मुख्यमंत्री पद के बड़े दावेदार हैं. वो हारे तो डीके शिवकुमार का रास्ता क्लियर हो जाएगा!

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Karnataka Election Result
सिद्धारमैया (फोटो- इंडिया टुडे)
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प्रशांत सिंह
13 मई 2023 (Updated: 13 मई 2023, 11:53 AM IST) कॉमेंट्स
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सीट का नाम: वरुणा

कौन जीत रहा: सिद्धारमैया

पिछला चुनावी रिजल्ट: वरुणा सीट पर 2018 में 96,535 वोट पाकर कांग्रेस के यतीन्द्र एस चुनाव जीते थे. उनके मुकाबले बीजेपी के टी बसवराजू को मात्र 37,819 वोट मिले थे.

सीट के बारे में जानकारी: वरुणा सीट पर सिद्धारमैया के खिलाफ बीजेपी ने वी सोमन्ना और जेडीएस से भारती शंकर को उम्मीदवार बनाया है. वी सोमन्ना इस सीट पर दूसरे नंबर पर चल रहे हैं. सोमन्ना को अब तक 7 हजार 471 वोट मिले हैं. वहीं जेडीएस के भारती शंकर को अब तक 278 वोट मिले हैं. 

2008 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई इस सीट से सिद्धारमैया लगातार जीतते आ रहे हैं. हालांकि 2018 में सिद्धारमैया ने बादामी और चामुंडेश्वरी विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ा था. वो बादामी सीट ही जीत पाए थे. इस बार उन्होंने वरुणा सीट चुनी है. 

सिद्धारमैया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता होने के साथ पूर्व मुख्यमंत्री हैं. इस बार भी अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो सीएम पद के लिए होने वाली रेस के वो सबसे बड़े खिलाड़ी होंगे.

क्या थे कर्नाटक के चुनावी मुद्दे?

• भ्रष्टाचार का मुद्दा. कांग्रेस ने अख़बारों में ऐड देकर कमीशन के रेट जारी कर भ्रष्टाचार चरम पर होने का दावा किया. बीजेपी ने भी जवाब में अखबारों में ऐड जारी कर पहले और अब में तुलना का आंकड़ा जारी कर दिया.

• बसवराज बोम्मई सरकार ने मार्च में ओबीसी आरक्षण में बदलाव किया. सरकार ने ओबीसी आरक्षण से मुस्लिम कोटे को बाहर कर दिया. ओबीसी आरक्षण में मुस्लिम कोटा 4 फीसदी का था. उन्हें हटाकर वीरशैव-लिंगायत और वोक्कालिगा को शामिल किया गया. इस फैसले के खिलाफ SC में सुनवाई चल रही है.

• अली बजरंग बली का मुद्दा. बीजेपी ने बजरंग दल को बैन करने के कांग्रेस के घोषणापत्र के मुद्दे को बजरंग बली की तरफ मोड़ दिया. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस बजरंग बली को कैद करना चाहती है.

• फ्री और छूट का मुद्दा. कांग्रेस ने फ्री बिजली, बुजुर्गों और बेरोज़गारों को भत्ता देने, बसों में महिलाओं की मुफ्त यात्रा और राशन जैसी घोषणाएं की हैं. वहीं बीजेपी ने इसे चुनावी रेवड़ी करार देते हुए विकास को आगे कर चुनाव लड़ा.

वीडियो: कर्नाटक एक्जिट पोल: बीजेपी-कांग्रेस में कड़ी टक्कर, इन आंकड़ों छुपा है बड़ा खेल!

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