The Lallantop
Advertisement

एग्ज़िट पोल नतीजों को झुठला रहे दिग्विजय के भाई और बेटे का क्या हुआ?

दिग्विजय सिंह ने एग्जिट पोल्स पर सवाल उठाए थे, आंकड़ों को डाइवर्स बताया था. दिग्विजय सिंह के भाई और बेटा भी इस बार चुनावी मैदान में थे.

Advertisement
digvijay singh  son jaivardhan singh and brother lakshman singh in mp polls
दिग्विजय सिंह के भाई और बेटा भी चुनावी मैदान में थे (फोटो-इंडिया टुडे)
font-size
Small
Medium
Large
3 दिसंबर 2023
Updated: 3 दिसंबर 2023 21:35 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Assembly Elections 2013) के परिणाम सामने आ चुके हैं. प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने 164 सीटें जीती हैं. कांग्रेस को 65 सीटों पर जीत मिली है और भारत आदिवासी पार्टी ने एक सीट पर जीत दर्ज की है. 
एग्जिट पोल्स में ये दिख रहा था कि भाजपा मध्यप्रदेश में सरकार बना सकती है. पर कांग्रेस नेता और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह ने इन एग्जिट पोल्स को झुठलाया था.एग्जिट पोल्स के सामने आने के बाद 30 नवंबर को दिग्विजय सिंह का बयान भी आया था. इसमें उन्होंने कहा था,

"एग्जिट पोल के नतीजे इतने डाइवर्स हैं कि कुछ कह नहीं सकते. इतना मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि मध्यप्रदेश के अंदर कांग्रेस पार्टी को 130 से ज्यादा सीटें मिलेंगी. स्पष्ट बहुमत मिलेगा. लोगों में एक भावना थी बदलाव की. और बदलाव का वोट मिलेगा. जनता ये चुनाव लड़ी है, कांग्रेस का छोटा कार्यकर्ता चुनाव लड़ा है. लोग शिवराज सिंह चौहान और उनके झूठे वादों से ऊब चुके हैं. और भारतीय जनता पार्टी के दुष्कर्मों से भी."

लेकिन नतीजे आत्मविश्वास से बिलकुल उलट थे. लाज़मी है कि दिग्विजय सिंह परिवार के चुनावी प्रदर्शन की भी बात हो. उनके बेटे और भाई ने भी चुनाव लड़ा था. और स्कोर रहा 1-1.

भाई का क्या हुआ?

दिग्विजय सिंह के भाई हैं लक्ष्मण सिंह. मध्यप्रदेश की चांचौड़ा सीट से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार थे. हार चुके हैं. पहले नंबर पर भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी प्रियंका पेंची रहीं. उन्हें 70013 वोट मिले. उन्होंने लक्ष्मण सिंह को 38132 मतों से शिकस्त दी है. यानी दिग्विजय सिंह का प्रेडिक्शन भाई के मामले में फेल हो गया है. तीसरे स्थान पर आम आदमी पार्टी की ममता मीणा रहीं जिन्हें कुल 16581 वोट मिले.

बेटे का क्या हुआ?

दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह प्रदेश की राघोगढ़ सीट से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार थे. जयवर्धन सिंह ने 4505 मतों के अंतर से जीत दर्ज कर ली है. जयवर्धन सिंह को कुल 95,738 वोट मिले हैं. वहीं दूसरे नंबर रहे भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हीरेन्द्र सिंह बंटी को 91233 वोट मिले हैं. तीसरे नंबर पर आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संजीव अहिरवार को 2451 वोट मिले.

ये भी पढ़ेंः Rajasthan Election 2023: राजस्थान BJP ने चार 'बाबाओं' को चुनाव लड़ाया, नतीजा क्या रहा?

thumbnail

Advertisement

election-iconचुनाव यात्रा
और देखे

लल्लनटॉप चुनाव यात्रा : बिहार की महादलित महिलाओं ने जातिगत भेदभाव पर जो कहा, सबको सुनना चाहिए

लल्लनटॉप चुनाव यात्रा: बिहार के इस सरकारी स्कूल से सीख लेनी चाहिए, हेडमास्टर ने कह दी 'गहरी' बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाबरी मस्जिद वाले बयान पर कपिल सिब्बल का पलटवार, कहा- 'इनकी एक्सपायरी...'
रायबरेली में राहुल गांधी के खिलाफ मैदान में दिनेश प्रताप सिंह ने क्या दावे किए हैं?
जामनगर का ऐसा गांव जहां आज तक नहीं पहुंची बिजली, पानी, सड़क
'मोदी यहां आए तो सही'... उज्जैन महाकाल कॉरिडोर के पीछे रहने वाले लोगों ने ऐसा क्यों कहा?

Advertisement

Advertisement

Advertisement