राहुल गांधी को 'निकम्मा' कहा था, अब कांग्रेस ने स्मृति ईरानी के लिए PM मोदी से कुछ मांगा है
यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने अमेठी से BJP उम्मीदवार स्मृति ईरानी पर निशाना साधा है. राहुल गांधी पर की गई स्मृति ईरानी की टिप्पणी को लेकर उन्होंने जवाब दिया, 'आने वाले समय में साबित हो जाएगा कि कौन नाकारा है?'
उत्तर प्रदेश के अमेठी से BJP की उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हाल ही में राहुल गांधी को ‘निकम्मा’ सांसद कहा था. उन्होंने आरोप लगाया कि अमेठी का सांसद रहते हुए राहुल गांधी ने कोई काम नहीं किया. Smriti Irani ने ये भी कहा कि केरल के वायनाड से पर्चा भर कर राहुल ने अपने ‘परिवार’ अमेठी को छोड़ दिया. अब यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय (Ajay Rai) ने स्मृति ईरानी को जवाब दिया है. उन्होंने कहा है कि स्मृति ईरानी को जल्द से जल्द अपना मानसिक इलाज कराना चाहिए, वो ‘विक्षिप्त’ हो चुकी हैं.
राहुल के खिलाफ स्मृति के बयान पर क्या बोली कांग्रेस?आजतक के रोशन जायसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गांधी पर स्मृति ईरानी के बयान पर अजय राय ने जवाब दिया,
“ स्मृति ईरानी का जो बयान आया है, उससे जाहिर हो रहा है कि स्मृति ईरानी जी विक्षिप्त हो चुकी हैं… स्मृति ईरानी जी का मानसिक इलाज कराना चाहिए ...(उन्होंने) मानसिक दिवालियापन वाला बयान (दिया) है. मैं मोदी जी से आग्रह करूंगा कि जल्द से जल्द अच्छे मानसिक डॉक्टर से उनका इलाज कराएं. आने वाले समय में साबित हो जाएगा कि कौन नाकारा है, कौन अच्छा है.”
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स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के बारे में क्या कहा था?दरअसल, 11 अप्रैल को अमेठी में स्मृति ईरानी ने एक बार फिर वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ रहे राहुल गांधी पर हमला बोला,
"जिस दिन राहुल गांधी ने अपना नामांकन भरा उन्होंने लिख कर घोषित कर दिया, 'वायनाड मेरा परिवार है'... वहां तक तो ठीक था. फिर कर्नाटक में एक नेता ने जाकर भाषण दे दिया कि राहुल गांधी से पूछा गया वो वायनाड से चुनाव क्यों लड़ रहे हैं. राहुल गांधी ने कहा, वायनाड के लोग ज्यादा वफादार हैं, तो हम क्या हैं?"
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि जब वो अमेठी से सांसद थे, तब उन्होंने काम नहीं किया. केंद्रीय मंत्री ने कहा था,
"15 साल निकम्मे सांसद को ढोया जिसने काम नहीं किया, जीतने के बाद भी गायब रहा और अब अमेठी की वफादारी पर ये तोहमत लगाते हैं. आप सबका भी तो समर्थन रहा था. आपने भी तो वफादारी निभाई थी. परिवार माना था. मैंने लोगों को रंग बदलते देखा है, परिवार बदलते पहली बार राहुल गांधी को देख रही हूं."
बता दें कि राहुल गांधी साल 2004 से 2014 तक अमेठी से सांसद रहे हैं. इससे पहले 1999 में सोनिया गांधी ने ये सीट जीती थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को हराया था. इस चुनाव में राहुल गांधी ने दो सीटों से नामांकन भरा था. यूपी की अमेठी सीट पर वो हार गए थे, लेकिन केरल के वायनाड से उन्हें जीत मिली थी. इस बार 2024 लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी ने कांग्रेस के लिए सुरक्षित सीट वायनाड से ही पर्चा भरा है. अमेठी सीट पर अब तक कांग्रेस की ओर से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है.
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