Bihar Exit Poll 2024: नीतीश NDA में चले गए थे, अब नतीजा चौंका देगा
Lok Sabha election 2024 में आरजेडी को बढ़त मिलने का अनुमान है. वोट प्रतिशत के हिसाब से भी RJD सबसे बड़ी पार्टी बनती नजर आ रही है.

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से पहले आए एग्जिट पोल पर सबकी नजर है. अलग-अलग राज्यों में चुनाव परिणाम को लेकर अनुमान सामने आ रहे हैं. इंडिया टुडे - Axis My India के सर्वे के मुताबिक, बिहार में इस बार NDA को 6 से 10 सीटों का नुकसान हो सकता है. इस सर्वे की मानें तो बिहार में NDA को 29 से 33 सीटें मिलने का अनुमान है. वहीं INDIA गठबंधन को 7 से 10 सीटें मिल सकती हैं. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. पिछले चुनाव में NDA के हिस्से 39 सीटें आई थीं.
Bihar EXIT POLLवोट प्रतिशत की बात करें तो NDA को 48 फीसदी और INDIA गठबंधन को 42 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. वहीं NDA में शामिल दलों की बात करें तो BJP को राज्य में 13 से 15 सीटें मिल सकती हैं. पार्टी ने 17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. वहीं JDU को 9 से 11 सीटें मिलने का अनुमान है. अभी पार्टी के 17 सांसद हैं. लेकिन गठबंधन में इस बार 16 सीटों पर पार्टी ने चुनाव लड़ा. NDA में शामिल एक और दल LJP (रामविलास) को 4 से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं.
वहीं, INDIA गठबंधन में शामिल दलों की बात करें तो RJD 6 से 7 सीटें मिल सकती हैं. पिछले चुनाव में RJD को एक भी सीट नहीं मिली थी. कांग्रेस को एक से दो सीटें मिल सकती हैं.
Axis My India के सर्वे के मुताबिक, वोट पर्सेंट के हिसाब से RJD सबसे बड़ी पार्टी बनती दिख रही है. उसको 24 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. वहीं, BJP को 21 फीसदी वोट मिल सकते हैं.
कौन जीतेगा कितनी सीटें?राजनीतिक दल | सीटों का अनुमान |
BJP | 13 से 15 |
JDU | 9 से 11 |
LJP | 4 से 5 |
RJD | 6 से 7 |
Congress | 1 से 2 |
बिहार में गठबंधन का सामंजस्य लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बदल गया था. INDIA गठबंधन के सबसे बड़े सूत्रधार माने जा रहे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसी साल जनवरी में NDA में चले गए थे. इससे बिहार में INDIA गठबंधन को बड़ा झटका लगा था. हालांकि नीतीश कुमार की पार्टी JDU ने 2019 का चुनाव NDA के साथ ही लड़ा था. अगस्त 2022 में वे NDA से निकल कर महागठबंधन के साथ आ गए थे. लेकिन इस चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर नीतीश ने पाला बदल लिया था.
पिछले दो चुनावों में क्या हाल रहा?2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भी नीतीश कुमार NDA से अलग हुए थे. अकेले चुनाव लड़ कर 38 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे. लेकिन पार्टी को सिर्फ दो सीटों पर जीत मिली थी. दूसरी तरफ कांग्रेस और राजद का गठबंधन था. 12 सीटों पर लड़कर कांग्रेस को 2 पर जीत मिली थी. वहीं, राजद ने 27 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसके हिस्से भी सिर्फ 4 सीटें आई थीं.
BJP ने उस चुनाव में LJP और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोसपा के साथ गठबंधन किया था. BJP ने 30 सीटों पर चुनाव लड़ा और 22 पर जीत हासिल की. जबकि LJP ने 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और 6 पर जीत गए. वहीं रालोसपा ने 3 सीटों पर चुनाव लड़ा और उन्होंने तीनों पर जीत हासिल की.
2019 में NDA की एकतरफा जीतसाल 2019 के लोकसभा चुनाव में नीतीश फिर से NDA गठबंधन का हिस्सा बन गए. NDA में BJP और JDU के अलावा LJP भी साथ थी. NDA के खाते में 40 लोकसभा सीटों में से 39 सीटें चली गई थीं. BJP ने 17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे और सभी सीटों पर जीत हासिल की. JDU ने 17 सीटों पर लड़कर 16 पर जीत हासिल कर ली. वहीं, LJP ने सभी 6 सीटों पर जीत हासिल की. पिछले चुनाव में कांग्रेस को सिर्फ किशनगंज से एक सीट पर जीत मिली थी.
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