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चकाई: श्रीकृष्ण सिंह के पोते और नरेंद्र सिंह के बेटे सुमित सिंह भी जीत गए हैं

चकाई की राजनीतिक कहानी तो वाकई बहुत दिलचस्प रही है.

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सुमित सिंह बाएं और सावित्री देवी दाएं
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Varun Kumar
10 नवंबर 2020 (Updated: 11 नवंबर 2020, 08:58 AM IST)
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सीट का नाम: चकाई विधानसभा सीट (जिला जमुई, बिहार)
चकाई विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सुमित कुमार सिंह ने आरजेडी की सावित्री देवी को हरा दिया है.
जीते: निर्दलीय प्रत्याशी सुमित कुमार सिंह को 45548 वोट मिले.
हारे: आरजेडी की सावित्री देवी को 44967 वोट मिले. जेडीयू के संजय प्रसाद को 39319 वोट मिले. लोकजनशक्ति पार्टी के संजय मंडल को 22635 वोट मिले.
Chakai
साभार- चुनाव आयोग

पिछले चुनाव के नतीजे:
2015: साल 2015 में आरजेडी के टिकट पर मैदान में उतरीं सावित्री देवी ने चुनाव जीता था. उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी सुमित कुमार सिंह को करीब 12 हजार वोटों से हराया था. सावित्री देवी को 47 हजार से अधिक वोट मिले थे, सुमित कुमार सिंह को करीब 35 हजार वोट मिले और एनडीए के प्रत्याशी व एलजेपी के उम्मीदवार विजय कुमार सिंह इस चुनाव में करीब 28 हजार से अधिक वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे.
2010: साल 2010 में झामुमो के टिकट पर सुमित कुमार सिंह ने यहां से जीत दर्ज कराई थी. उनको 21809 वोट मिले थे. उन्होंने एलजेपी के उम्मीदवार विजय कुमार सिंह को पटखनी दी थी, जिन्हें 21621 वोट मिले थे. खास बात ये कि हार-जीत का अंतर केवल 188 वोटों का था.
साल 2005 में हुए उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार फल्गुनी यादव यहां से जीते थे. साल 2005 में एलजेपी उम्मीदवार अभय सिंह को जीत हासिल हुई थी. साल 2000 के विधानसभा चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवार नरेंद्र सिंह जीते थे. 1995 में बीजेपी उम्मीदवार फल्गुनी यादव को यहां से जीत मिली थी. 1990 में जनता दल के टिकट पर नरेंद्र सिंह ने यहां से जीत दर्ज कराई थी.
आपको बता दें कि सुमित कुमार सिंह के दादा श्रीकृष्ण सिंह, उनके पिता नरेंद्र सिंह और भाई अभय सिंह यहां से विधायक रहे हैं.
सीट ट्रिविया
समाजवादी नेता रहे कृष्णा सिंह के बाद उनके बेटे  ने यहां का प्रतिनिधित्व किया. 2005 में नरेंद्र सिंह के बेटे अभय सिंह ने यहां जीत दर्ज की थी. अभय सिंह की मृत्यु के बाद 2010 में नरेंद्र सिंह के दूसरे बेटे सुमित कुमार सिंह झामुमो के टिकट पर यहां से विधायक चुने गए थे. हालांकि 2015 में फाल्गुनी प्रसाद यादव की पत्नी सावित्री देवी ने आरजेडी के टिकट पर जीत हासिल की.
बिहार के जमुई जिले की चकाई विधानसभा सीट पर 28 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. आरजेडी ने सावित्री देवी पर दोबारा भरोसा जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है. उनसे मुकाबले के लिए सुमित कुमार सिंह, जेडीयू उम्मीदवार संजय प्रसाद, एलजेपी प्रत्याशी संजय कुमार मंडल और बीएसपी के टिकट पर सीताराम यादव मैदान में है.
चकाई विधानसभा सीट पर यहां यादव वोट निर्णायक भूमिका में रहे हैं. साथ ही यहां मुस्लिम और राजपूत वोट भी काफी संख्या में हैं. वोटिंग के लिए यहां 437 मतदान केंद्र बनाए गए थे. जानकारी के मुताबिक इस विधानसभा क्षेत्र में 284685 वोटर है जिनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 151019 और महिला मतदाताओं की संख्या 133652 है.
खास बातें-
# चकाई विधानसभा का इलाका झारखंड से सटा हुआ है. # चकाई विधानसभा सीट 1962 में आस्तित्व में आई थी. # सोनो और चकाई प्रखंड को मिलाकर ये विधानसभा क्षेत्र बना है. # बरनार नदी यहां की प्रमुख नदी है और किसान इस पर आश्रित रहते हैं. # बरनार जलाशय परियोजना को लेकर इलाके के लोग काफी वक्त से मांग कर रहे हैं. # इस इलाके के लोगों की सबसे बड़ी समस्या नक्सल समस्या है. # हाल ही में यहां के माधोपुर में एक बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण कराया गया है.

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